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विष्णु कांत
White ये चांद आसमां पर क्यों है, जमीं पर उतारो इसे.. मुझे पहरेदार लगाने हैं..!! ©विष्णु कांत #Chand
Kalpana Srivastava
चुप्पी छा जाती है तेरी जुबान पर सुनकर मेरे सवालों को.. कहीं न कहीं तुझे भी पता है कि तोड़ा है दिल तूने मेरा.. बड़े ही बेदर्दी से निकाला है तूने मन से मेरे हर एक ख्यालों को.. ©Kalpana Srivastava #चुप्पी Poonam LiteraryLion
#चुप्पी Poonam LiteraryLion
read moreKalpana Srivastava
White गरीब का कोई नहीं होता उस खुदा के अलावा.. ©Kalpana Srivastava #गरीब Poonam LiteraryLion
#गरीब Poonam LiteraryLion
read moreYogita Harne
Unsplash अपने हर दाग के साथ-साथ यह चांद हर हाल मे चमकता है कभी सूरज से कोई होड़ नही की जो मिला प्रकाश उसी मे निखरता है न मिला दिन का साम्राज्य वो रात से दोस्ती करता है.. वो चांद है पर मुझे अपनी तरह ही लगता है... ©Yogita Harne Chand
Chand
read morepuja udeshi
White चाँद तो एक ही होता हैं और होना भी चाहिए तो क्यो, मन का चाँद बदल जाता हैं और दिखावा......रह जाता हैं, जैसा बोओगे वैसा पाओगे, सच्चा प्यार.......... दोगे तो एक ही चाँद के पास जाओगे...... गहरी बात 🫡🤷🏻♀️💕🫶🏻 ©puja udeshi #karwachouth #Chand #pujaudeshi
#karwachouth #Chand #pujaudeshi
read moreRiyanka Alok Madeshiya
चाॅंद तू चकोर मैं तेरे चहुँ ओर चक्कर लगा के चित्त तेरा मैं चुराउॅंगी। मनभावन, मनमोहनी मूरतियाॅं को मतवारे इस मन में बसाऊॅंगी। प्रेम जो अगर पा लिया इस पागल मन में, तो देख-देख दर्पण में छवि अपनी ही इतराऊँगी। जग -जग रतियों को सोच कर तेरी बतियों को, मौन रहकर मंद मंद मुस्काऊॅंगी। करके श्रृंगार करुॅंगी तेरा इंतजार, तू आए या ना आए मैं तो जग कर पूरी रात गुजरूॅंगी। चाहे दुनियाँ अब बावली कहें मुझको, लेकिन अब मैं तुझको ना बिसराउॅंगी। माना मैं हूंँ गोरी ;तू सांवला सलोना है, प्रेम में तेरे रंग मैं भी रंग जाऊॅंगी। दूॅंगी बिसरा दुख -दर्द इस दुनियाँ के, बस तेरी हो के तुझमे समा जाऊंगी। ©Riyanka Alok Madeshiya #chand
kuchpanktiyan
उस चांद और मुझमें एक बात समान थी, वो सितारों के बीच में अकेला और मैं अपना में। ©kuchpanktiyan #Chand #Nojoto #alone
SHIVA KANT(Shayar)
White ख़्वाहिशों के चाँद संग,जमीं पे ज़ुल्म सहते रह गए..! अँधेरे को मुसीबतों का,वो मसीहा कहते रह गए..! ©SHIVA KANT(Shayar) #chand