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Shashi Bhushan Mishra
White बेड़ा स्वयं ग़र्क़ करता है, घण्टा नहीं फ़र्क पड़ता है, बेमतलब की बातों पर भी, मूरख सदा तर्क करता है, अपनी ही करतूतों से वह, जन्नत जहाँ नर्क करता है, सच्चा वैद्य हरे दुःख पीड़ा, जड़ी पीस अर्क करता है, सूरज की गर्मी से मतलब, नाहक मकर कर्क करता है, अंतर्घट की प्यास बुझा लो, गुरुवाणी सतर्क करता है, 'गुंजन' विला जरूरत के भी, बस दिन-रात वर्क करता है, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' समस्तीपुर बिहार ©Shashi Bhushan Mishra #बेड़ा स्वयं ग़र्क़ करता है#
Deepak Sisodia
सबको यहाँ, बस अपने ही, मतलब से मतलब हैं जो था यहाँ कल, आज हैं, और बस वहीं अब हैं मण्डी फकीरों की लगी , बिकता ख़ुदा देखा अब तो दुआओं में भी, उनके उनका मतलब हैं रिक्शे चलाने वाले भी , बाबा थे बचपन में बच्चों को भी क्या इल्म, के क्या अदब अब हैं दौलत की चम चम में, यहाँ सब चमचमाता हैं सिक्कों की ये आवाज़ हमदम , क्या गज़ब ढब हैं अब तो यहाँ हर बात में, बस आप दिखता हैं ख़ुद के ख़ुदा हम आप हैं, और आप ही रब हैं दीपक सिसोदिया मतलब ही मतलब....
मतलब ही मतलब....
read moreDosti Ibaadat E Khuda
के मतलबी कौन नहीं है ... बताओ तो, हम दोनों में ... कोई ये ज़रा!! मतलब उसको ... अपने, मतलब से मतलब!! मतलब हमको उसके ... मतलब से मतलब!! मतलब से उसके मतलब
मतलब से उसके मतलब
read moreVipin 'अनीस'
जहाँ मतलब से प्यार होता है न, वहाँ प्यार का कोई मतलब नही होता.. #NojotoQuote मतलब का प्यार #मतलब #प्यार
H.s
किसी से मतलब से ज्यादा मतलब रखना ! मतलब से ज्यादा तकलीफ देता है!!hs मतलब भर का मतलब रखो
मतलब भर का मतलब रखो
read moreManoj A.Kale
मतलब के लिये धुंडते है मुझे, बिन मतलब कोई आई तो क्या बात है, कत्ल करके तो सब ले जायेंगे दिल मेरा, कोई बातो से ले जाये तो क्या बात है, जो शरीफों कि शराफत मे बात ना हो, एक शराबी कह जाये तो क्या बात है, जिंदा रहने तक तो खुशी दूंगा सबको, किसीं को मेरी मौत पे खुशी मिल जाये तो क्या बात है। ©Manoj A.Kale #मतलब
सतीश तिवारी 'सरस'
*बहन* का मतलब *भगिनी* होता, *वहन* का मतलब *ढोना*। *बाद* का होता अर्थ है *उत्तर*, *वाद* का *तर्क* पिरोना।। *बल* का मतलब होता *ताकत*, *वल* का अर्थ है *बादल*, *बार* का मतलब *दफ़ा* मानिये, *वार* का *हमला* औ *दिन*।। *बात* को कहते *वचन* या *बोली*, *वात* *हवा* को जानें। *बास* का आशय *महक*, *गंध* से, *वास* बसेरा मानें।। *बन्दी* *कैदी* को कहते हैं, *वन्दी* *भाट* या *चारण*। करें सम्हल कर हम-सब भैया, शब्द का सही उच्चारण।। © सतीश तिवारी 'सरस', नरसिंहपुर (म.प्र.) ©सतीश तिवारी 'सरस' #मतलब