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Parasram Arora
White उतरा है आसमान से एक सितारा रहनुमा बन कर मेरे दर्द का असर इस फरती पर क्यों न हो सका अबतक? ©Parasram Arora दर्द का असर
दर्द का असर
read moreF M POETRY
White कभी पूरा न होगा ये सफर क्या? न आएगा दुआओं में असर क्या? यूसुफ़ आर खान... ©F M POETRY #न आएगा दुआओं में असर क्या?
#न आएगा दुआओं में असर क्या?
read morejameel Khan
White इक न इक दिन सीख़ ही लूगां तुम से तुम्हारा हुनर आहिस्ता आहिस्ता संगत का असर हो ही जाता है जमील ©jameel Khan # असर #
# असर #
read moreNarinder Jog
White अब जो बाजार में रखे हो तो हैरत क्या है। जो भी देखेगा वो पूछेगा की कीमत क्या है। राहत इंदौरी ©Narinder Jog #sad_shayari #Shayari #Love #शायरी #लव #ग़ज़ल #Poetry
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read moreNarinder Jog
White ये चली हैं जो अंधियां, फ्रैबों की तेरे अंदर। आंधियों का रुख बदलने का हुनर है मेरे अंदर। ये मत सोच लेना के मैं चुप करके बैठ गया, अभी है चिंगारी सच्चाई की मेरे अंदर। नरेंद्र जोग ©Narinder Jog #sad_quotes #Shayari #Love #ग़ज़ल #शायरी
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read moreChanchal Chaturvedi
green-leaves सुनो मुझे तुम से पूछना है की.... तुमने बीज़ रूपी अधूरे नज़्मों की जो फ़सल अपने मन के काग़ज़ पर बोई हैं.... क्या मुझे मेरी परवाह के पानी, भरोसे की खाद और चाहतों की रौशनी से सींच कर हरी—भरी पूरी ग़ज़ल बनाने का हक़ दोगे क्या? ©Chanchal Chaturvedi #ग़ज़ल #Chanchal_mann #Dream #Shayari #Love #GreenLeaves
#ग़ज़ल #Chanchal_mann #Dream Shayari #Love #GreenLeaves
read moreprashant farrukhabadi
White इश्क़ मुक़म्मल हो मैं ये वादा नहीं करता हद से ज्यादा मैं खुद से इरादा नहीं करता । तू तो मुझको अपनी जान समझती है किस मुंह से कह दूं कि नाता नहीं रखता। बड़ी फरेबी है दुनिया सारी खुद को समझा ले इश्क़ में रहकर कोइ शादी का वादा नहीं करता। ©prashant farrukhabadi #sad_shayari #SAD ##ग़ज़ल
sad_shayari SAD #ग़ज़ल
read moreLalit Saxena
हमने ख़ुद को ज़िंदा जलते देखा है रोशन दिन आँखों में ढलते देखा है सांस-सांस पीर कसमसाती रहती मुर्दा सपने पांवपांव चलते देखा है उगते सूरज के जलवे देखे हर दिन उदास शाम को भी उतरते देखा है ख़्वाहिशें, सारे ही रंग उतार देती है उम्रदराज़ को भी, मचलते देखा है दरवाजे पर नहीं कोई दस्तक हुई हर सुब्ह उन्हें वैसे गुज़रते देखा है दिन बुरे हों, तो ये दरिया भी सूखे बुलंदियों को भी, बिखरते देखा है ©Lalit Saxena ग़ज़ल
ग़ज़ल
read moreParasram Arora
Unsplash जिंदगी क़ी फिसल पट्टी पर क्या फिसला कि फिर फिसलता ही चला गया खुद को संभालने क़ी मेरी हर कोशिश का असर उलटा निकला ©Parasram Arora उल्टा असर
उल्टा असर
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