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Sandeep Lucky Guru
White "जो मरने को तैयार है, वो जीकर थक चुका है।" ©Sandeep Lucky Guru स्क्रॉल रोका, दिल लूटा 💘👀 #sandeeplguru #viral #Nojoto #Like #Comment #post Shikha Sharma Kshitija gudiya paras Dlonelystar ll very sad
स्क्रॉल रोका, दिल लूटा 💘👀 #sandeeplguru #viral #Like #Comment #post Shikha Sharma Kshitija gudiya paras Dlonelystar ll very sad
read moreVikas Sahni
#गाना_रोकना_मतलब_खाना_रोकना साँस रुक जाये तो हवा संगीत है आजकल दर्द की दवा संगीत है फिर भी नहीं उसे मिलता है ये यह तो बेहद बेरहम वह मीत है, जिसपे पुनः बना अधूरा गीत है। आजकल गाना रोकना मतलब खाना रोकना! चरित्रहीनता है यह कह उसे रोज़ाना रोकना!! गाना रुके तो कविता बन जाये, खाना रुके तो कविता बन जाये। इस प्रकार प्यार में कोई ताल तोड़ जाए तो बेशक वह उसे सारे साल छोड़ जाए, नहीं पड़ने वाला दिल को कभी कोई फ़र्क संगीत स्वर्ग बने तो विरह वाला भोगे ऩर्क फिर अचानक भीतर से कविता रोकती है, फिर अचानक भीतर से कविता टोकती है, "बस बहुत कर ली बड़ी-बड़ी बातें, नींदों को भूलकर गुज़री कई रातें! अब संगीत संगीत नहीं रहा, अब कोई भी मीत नहीं रहा कि इंसानियत शर्मशार है, यह सोच कर धिक्कार है। अब शराफ़त आफ़त बन कर डर गयी है म्हारी महफ़िल महज़ लुटेरों से भर गयी है।" अतः कविता की इन बातों ने, अतः कविता की इन रातों ने, उसे मुद्दे से त्वरित जुदा कर दिया जब संगीत को उसने खुदा कर दिया खुदा को भूलकर! ...✍️विकास साहनी ©Vikas Sahni #गाना_रोकना_मतलब_खाना_रोकना साँस रुक जाये तो हवा संगीत है आजकल दर्द की दवा संगीत है फिर भी नहीं उसे मिलता है ये यह तो बेहद बेरहम वह मीत है,
#गाना_रोकना_मतलब_खाना_रोकना साँस रुक जाये तो हवा संगीत है आजकल दर्द की दवा संगीत है फिर भी नहीं उसे मिलता है ये यह तो बेहद बेरहम वह मीत है,
read moreShiv Narayan Saxena
White रोकने को रोशनी फिर आ गई है धुंध देखो उम्मीद के सूरज को दिल में रोक कर देखो ©Shiv Narayan Saxena #Thinking रोककर देखो . . . poetry in hindi
#Thinking रोककर देखो . . . poetry in hindi
read moreSarfaraj idrishi
कुछ लोगों का बस नही चलता वरना राह चलते लोगों को रोक कर बताएं के हम तुमसे बेहतर हैं ©Sarfaraj idrishi #MoonBehindTree Islamकुछ लोगों का बस नही चलता वरना राह चलते लोगों को रोक कर बताएं के हम तुमसे बेहतर हैं
#MoonBehindTree Islamकुछ लोगों का बस नही चलता वरना राह चलते लोगों को रोक कर बताएं के हम तुमसे बेहतर हैं
read moreमहेन्द्र सिंह (माही)
White कुछ दिन रोक लिया.. खुद को coll और message करने से तब पता चला कि ये रिश्ता मेरे चलाने से ही चल रहा है.... ©महेन्द्र सिंह (माही) #love_shayari कुछ दिन रोक लिया.. खुद को coll और message करने सेतबपता घला कि ये रिश्ता मेरे चलाने से ही चल रहा है.
#love_shayari कुछ दिन रोक लिया.. खुद को coll और message करने सेतबपता घला कि ये रिश्ता मेरे चलाने से ही चल रहा है.
read moreShivkumar barman
a-person-standing-on-a-beach-at-sunset इश्क की इंतेहा को हमने यूं ही छोड़ा नहीं, उसकी हर एक अदा में हम खो गए, रोका नहीं। दीवानगी का है आलम कुछ ऐसा हम पर, दिल भी उसका हो गया, और हम भी अपने रहे नहीं। ©Shivkumar barman इश्क की इंतेहा को हमने यूं ही छोड़ा नहीं, उसकी हर एक अदा में हम खो गए, रोका नहीं। दीवानगी का है आलम कुछ ऐसा हम पर, दिल भी उसका हो गया, और
इश्क की इंतेहा को हमने यूं ही छोड़ा नहीं, उसकी हर एक अदा में हम खो गए, रोका नहीं। दीवानगी का है आलम कुछ ऐसा हम पर, दिल भी उसका हो गया, और
read moreAnuradha T Gautam 6280
अत्याचार सहने के बाद मुझे औरत का किरदार मिलता इस अत्याचार को रोका और अपने घर को चलाने के लिए अपने पैरों में चलना सीखा तो मुझे मर्द_का_कि
read moreनवनीत ठाकुर
आँधियों ने भी कई बार राह रोकनी चाही, पर मेरे हौसले ने हर दिवार तोड़ दी। दुनिया ने पूछा कैसे जीते हो हर जंग, मैंने कहा, खुद से हारने की बात छोड़ दी। जो गिरते हैं, वही उड़ना सीखते हैं, जो जलते हैं, वही सूरज बनते हैं। मुझे गिराने की साज़िश हर तूफ़ान ने की, पर मैं हर बार और मज़बूत होकर उठता हूँ। मंज़िलों ने कहा, तुमने हम तक पहुँचने का हक़ पाया, रास्तों ने कहा, तुम्हारे जज़्बे ने हमें झुकाया। ©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर आँधियों ने भी कई बार राह रोकनी चाही, पर मेरे हौसले ने हर दिवार तोड़ दी। दुनिया ने पूछा कैसे जीते हो हर जंग, मैंने कहा, खुद से
#नवनीतठाकुर आँधियों ने भी कई बार राह रोकनी चाही, पर मेरे हौसले ने हर दिवार तोड़ दी। दुनिया ने पूछा कैसे जीते हो हर जंग, मैंने कहा, खुद से
read moreShashi Bhushan Mishra
चलो अच्छा है कोई रोकने वाला नहीं है, सफ़र तन्हा है कोई टोकने वाला नहीं है, जुवाँ खामोश भी रखूँ तो कागज़ बोलता है, डरें क्यों अब यहाँ कोई भौंकने वाला नहीं है, उन्हें गुमान उनकी हर रज़ा मक़बूल होगी, फ़लक पर कोई कीचड़ फेंकने वाला नहीं है, मैं तन्हा हूँ मुकम्मल साथ मेरी शायरी है, बुझा चूल्हा है रोटी सेंकने वाला नहीं है, वो बन ठनकर निकलते हैं बड़ी मसरूफियत से, है दर्द-ए-दिल बहुत कोई देखने वाला नहीं है, जो मन में आता है बेखौफ़ बोलता हूँ अब, शुक्र है अब मेरे मुँह पर कोई ताला नहीं है, वही लिखता हूँ जो महसूस मैं करता हूँ 'गुंजन', हमारे दिल में नफ़रत का कोई जाला नहीं है, ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज उ०प्र० ©Shashi Bhushan Mishra #चलो अच्छा है कोई रोकने वाला नहीं है#
#चलो अच्छा है कोई रोकने वाला नहीं है#
read moreVs Nagerkoti
Unsplash पता है आज एक सच्चे इंसान के साथ ही धोखा क्यों होता है । क्योंकि सामने वाला इतना ठगा गया होता है कि उसे यकीन ही नहीं होता की आज के इस दौर में कोई इतना अच्छा कैसे हो सकता है । इस वहम के चलते वो शख्स एक अच्छे और नेक इंसान को खो देता है। और यही तो वक्त की भी मंशा रहती है कि आप इस परीक्षा में कभी सफल ना रहे । आप खुद इस पहेली मैं हमेशा उलझे रहें। और निराश हताश होकर एक दिन यूं ही वापस लौट जाएं,,,,,,,। ©Vs Nagerkoti #traveling इसलिए सबसे पहले आपको अपने भ्रम को हराना है,,, आप अपने मन के वहम को जिस दिन हरा दोगे फिर आपको कोई नही रोक सकता
#traveling इसलिए सबसे पहले आपको अपने भ्रम को हराना है,,, आप अपने मन के वहम को जिस दिन हरा दोगे फिर आपको कोई नही रोक सकता
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