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F M POETRY
green-leaves सिर्फ यह एक काम हो जाये.... ज़िन्दगी तेरे नाम हो जाये.... लोग मुझको कहें तिरा आशिक.... मेरा ऊँचा मक़ाम हो जाये.... यूसुफ़ आर खान... ©F M POETRY #GreenLeaves मेरा ऊँचा मक़ाम हो जाये....
#GreenLeaves मेरा ऊँचा मक़ाम हो जाये....
read moreVEER NIRVEL
सबंध अगर हृदय से हो तो मन कभी नहीं भरता... #Veer_Ki_Shayari ©VEER NIRVEL सबंध अगर हृदय से हो तो मन कभी नहीं भरता... #Veer_Ki_Shayari
सबंध अगर हृदय से हो तो मन कभी नहीं भरता... #Veer_ki_Shayari
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सबंध अगर हृदय से हो तो मन कभी नहीं भरता... #Veer_Ki_Shayari ©VEER NIRVEL सबंध अगर हृदय से हो तो मन कभी नहीं भरता...!! 🥀
सबंध अगर हृदय से हो तो मन कभी नहीं भरता...!! 🥀
read moreSunil Kumar Maurya Bekhud
हृदय हर प्राणी को प्यारा है यह पशु पक्षी इंसान ज्ञानी पुरुष इसे कहतें हैं ईश्वर का वरदान जब तक काम करे यह सबकी चलती रहती सांसें इसपर यदि ख़तरा मंडराए संकट में हैं प्रान रहता सदा समेटे अंदर खट्टी मीठी यादें इसको घायल कर देतें हैं कटु बचनों के बान प्रेम से खुश होता है बेखुद नफ़रत से दुःख पाता जीवन का आधार धरा पर हृदय है इसका नाम ©Sunil Kumar Maurya Bekhud #हृदय
Mahesh Chekhaliya
यारा तेरी कहानी में हो ज़िक्र मेरा कहीं तेरी खामोशी में हो फिकर मेरा. ©Mahesh Chekhaliya #tereliye यारा तेरी कहानी में हो ज़िक्र मेरा कहीं तेरी खामोशी में हो फिकर मेरा
#tereliye यारा तेरी कहानी में हो ज़िक्र मेरा कहीं तेरी खामोशी में हो फिकर मेरा
read moreDharmendra Gopatwar
White 📕_गर वक्त हो ! ..✍️। ✍️_ ध। वि। ग़ोपतवार।🔖 _गर वक्त हो ..! 2x तो दो पल साथ चलकर तो देख .. मेरे दिल की गहराइयों में शतरंज का खेल तो देख | . . मेरी खामोशी के मंज़र में गुमनाम हू मैं . , तु मुझे दिल के किरदार से ढूंढ़ कर तो देख। . . गर वक्त हो . . ! २x। ज़बान ए खामोशी , पढ़ कर तो देख । . . गगन में उड़ती पंछियां वनों की हरियाली समंदर की खामोशी जरा पढ़कर तो देख । . . शहर की इस भीड़ से दूर कई किसी गांव की मिट्ठी की महक सूंघ कर तो देख । . . बहुत मिला लिए हो हाथ परायों से , . . 2x गर वक्त हो ! तुम अपनों से गले लगकर तो देख । . नफ़रत भरे इस बाज़ार में कुछ फूल प्यार के बेच कर तो देख । . . महलों की ठंडक से बाहर कही किसी ग़रीब की कुटिया में कुछ वक्त गुजारकर तो देख । . . गुमराहों की इस भीड़ में किसी का हमदर्द , तू बनकर तो देख । . . गर वक्त हो . . ! आकलन कर लेना . . 2x तुम खुद को पाओगे जंजीरों से जखड़कर उसे तोड़ चैन की सांस तू लेकर तो देख . . । पहचान अपनी हस्ती की. . , तुम खुद जान जाओगे ।. .2x तु ख़ुदको ढूंढ़ कर तो देख . . गर वक्त हो . . ! दिल के द्वार किसी अजनबी के लिए खोल कर तो देख । 2x ए दोस्त ! मुझसे गले मिल कर तो देख . . गर वक्त हो . . ! ©Dharmendra Gopatwar गर वक्त हो..!✍️ हिंदी कविता
गर वक्त हो..!✍️ हिंदी कविता
read moreबादल सिंह 'कलमगार'
तुम हृदय मन की देवी... #badalsinghkalamgar Poetry Love Shayari gudiya VED PRAKASH 73 Beena Kumari Shiv Narayan Saxena Arshad
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