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Himanshu Prajapati
White जिसे चाहा था वह मिला नहीं, जो मिला है वह मुझे चाहता है, इश्कें बाग डोर में अब एक और पतंग कटी नज़र नहीं आने दुंगा..! ©Himanshu Prajapati #love_shayari जिसे चाहा था वह मिला नहीं, जो मिला है वह मुझे चाहता है, इश्कें बाग डोर में अब एक और पतंग कटी नज़र नहीं आने दुंगा..! #36gyan #
#love_shayari जिसे चाहा था वह मिला नहीं, जो मिला है वह मुझे चाहता है, इश्कें बाग डोर में अब एक और पतंग कटी नज़र नहीं आने दुंगा..! #36gyan #
read moreAwadheshPSRathore_7773
कटे ना कभी कोई पतंग आपकी, मेरी और हम सबकी कामयाबी की, टूटे ना कभी डोर परस्पर विश्वास की, छू लो आप ज़िन्दगी की सारी कामयाबी, जैसे पतंग छूती है ऊंचाइयां आसमान की, पूजित हो,वंदित हो पतंगों का यह शुभ-त्योंहार। मीठा-खिचड़ा,तिल-गुड़ और सूर्य के उत्तरायण दिशा में बढ़ने से आई मकर संक्रांति की कृपा होती रहे हमे पर। आप पर सूर्य देवता के आशीर्वाद की कृपा हमेशा बनी रहे और आपका जीवन खुशी की अनन्त सूर्य किरणों से भर जाए। ©AwadheshPSRathore_7773 #makarsankranti सत्य सनातनी हिन्दू धर्म को मानने वाले सभी भाई लोगों को मकर संक्रांति पर्व की लख लख हार्दिक हार्दिक-हार्दिक बधाई और शुभकामनाय
#makarsankranti सत्य सनातनी हिन्दू धर्म को मानने वाले सभी भाई लोगों को मकर संक्रांति पर्व की लख लख हार्दिक हार्दिक-हार्दिक बधाई और शुभकामनाय
read moreAnjali Singhal
"कटी पतंग दिल की ऐसे, जब देखा हमने एक-दूजे को पहली बार; एहसास के कच्चे धागे से पेंच लड़े, आँखों-आँखों में हुआ प्यार। तुरंत अंगूठी पहनाने की रस्म अदा करा दी, घरवालों ने एक-दूसरे के साथ करके विचार; मंगेतर बने हम उस दिन, मकर-संक्रांति का ही था त्योहार।।" ©Anjali Singhal #makarsankranti "कटी पतंग दिल की ऐसे, जब देखा हमने एक-दूजे को पहली बार; एहसास के कच्चे धागे से पेंच लड़े, आँखों-आँखों में हुआ प्यार। तुरंत
#makarsankranti "कटी पतंग दिल की ऐसे, जब देखा हमने एक-दूजे को पहली बार; एहसास के कच्चे धागे से पेंच लड़े, आँखों-आँखों में हुआ प्यार। तुरंत
read moreSanjeev0834
सपनों को लेकर मन में, उड़ाएंगे पतंग आसमान में, ऐसी भरेगी उड़ान मेरी पतंग, ... With dreams in mind, I will fly a kite in the sky, my kite will fly like this, ... ©Sanjeev0834 #सपनों को लेकर #मन में, #उड़ाएंगे #पतंग #आसमान में, ऐसी #भरेगी उड़ान मेरी पतंग, ... #makarsankranti #beingsanjeev0834🦅 #nawab_saab💗🤞 #Nojoto
Himanshu Prajapati
जैसे हवा में मांझे के साथ लहराती है पतंग, जैसे बच्चे बूढ़े मस्ती करते हैं संग, जैसे प्यारी प्यारी बातों से खुशियों का भर जाता है रंग, वैसे ही पेच लड़ने वालों के साथ करता हूं मैं हुड दबंग दबंग हुड दबंग..!😎 ©Himanshu Prajapati #makarsankranti जैसे हवा में मांझे के साथ लहराती है पतंग, जैसे बच्चे बूढ़े मस्ती करते हैं संग, जैसे प्यारी प्यारी बातों से खुशियों का भर जा
#makarsankranti जैसे हवा में मांझे के साथ लहराती है पतंग, जैसे बच्चे बूढ़े मस्ती करते हैं संग, जैसे प्यारी प्यारी बातों से खुशियों का भर जा
read moreSaket Ranjan Shukla
उत्तरायण व मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएं कोहरे में ढँकी सी कंपकंपाती हुई शीत ऋतु की भोर है, ओस की जमी सी चादर ओढ़े प्रकृति सजी चहुँ ओर है, सुस्ताए से हैं सब पशु-पक्षी, किरणों की बाट जोह रहे हैं, दिनकर भी अलसाये से मद्धिम तेज से सबको मोह रहे हैं, धनु राशि से निकल, जो भानु मकर राशि में प्रविष्ट हो गए, उत्तरायण से हो उदित मार्तंड, अतिशुभ और विशिष्ट हो गए, नई कृषि का आरंभ होगा, खेत खलिहान नए हो लहलहाएँगे, खरीफ की फसल जो घर आई, उसका भी हम लुत्फ़ उठाएँगे, न हो यदि महाकुंभ स्नान तो उसका स्मरण तो अवश्य कर लेंगे, करके स्नान-ध्यान प्रथम पहर में, यथासँभव दान-पुण्य कर लेंगे, तत्पश्चात् दही-चूड़ा, तिलवा-तिलकुट, घेवर, तिल की मिठाइयाँ, और अनरसा खाकर मनाएँगे मकर संक्रांति और बाँटेंगे बधाइयाँ, होके फिर निवृत्त हर काज से, चलिए नभ को पतंगों से सजाते हैं, खाते पीते हर्षोल्लास से मकर संक्रांति का ये हम त्यौहार मनाते हैं। IG:– @my_pen_my_strength ©Saket Ranjan Shukla 🙏🏻 उत्तरायण व मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएं 🙏🏻 . ➺➺➺➺➺➺➺➺➺➺➺ ✍🏻Saket Ranjan Shukla All rights reserved© ➺➺➺➺➺➺➺➺➺➺➺➺➺ Like≋Comment Fol
🙏🏻 उत्तरायण व मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएं 🙏🏻 . ➺➺➺➺➺➺➺➺➺➺➺ ✍🏻Saket Ranjan Shukla All rights reserved© ➺➺➺➺➺➺➺➺➺➺➺➺➺ Like≋Comment Fol
read moreविष्णु कांत
मेरी कट्टी पतंग भी उसी की छत पर गिरी, जिसने मेरी पहले से हीं काट रखी थी। ©विष्णु कांत #पतंग
महेन्द्र सिंह (माही)
White मकर संक्रांति का त्योहार आ रहा है थोड़ा हंसते हंसते मना लेना हम बहुत दूर है आपसे थोड़ी पतंग हो सके तो हमारी तरफ से भी उड़ा लेना... ©महेन्द्र सिंह (माही) #good_night मकर संक्रांति का त्योहार आ रहा है थोड़ा हंसते हंसते मना लेना हम बहुत दूर है आपसे थोड़ी पतंग हो सके तो हमारी तरफ से भी उड़ा लेना
#good_night मकर संक्रांति का त्योहार आ रहा है थोड़ा हंसते हंसते मना लेना हम बहुत दूर है आपसे थोड़ी पतंग हो सके तो हमारी तरफ से भी उड़ा लेना
read moretheABHAYSINGH_BIPIN
Unsplash आओ फिर से अजनबी हो जाएं, दिल से हर ग़म को भुला जाएं। तुम्हारी वही नज़र, वही अंदाज़ हो, फिर से मोहब्बत का आगाज़ हो। सुलझा लें रिश्तों की उलझी डोर, हर ख्वाब फिर से करें चमत्कोर। नीलगगन की बाहों में उड़ते रहें, प्यार का पतंग संग थामे चलें। हर शिकायत को हवा में बहा दें, हर दूरी को अपने करीब ला दें। आओ फिर से अजनबी हो जाएं, एक नई दास्तां फिर लिख जाएं। ©theABHAYSINGH_BIPIN #lovelife आओ फिर से अजनबी हो जाएं, दिल से हर ग़म को भुला जाएं। तुम्हारी वही नज़र, वही अंदाज़ हो, फिर से मोहब्बत का आगाज़ हो। सुलझा लें रिश्
#lovelife आओ फिर से अजनबी हो जाएं, दिल से हर ग़म को भुला जाएं। तुम्हारी वही नज़र, वही अंदाज़ हो, फिर से मोहब्बत का आगाज़ हो। सुलझा लें रिश्
read moretheABHAYSINGH_BIPIN
वक्त के साथ किरदार बदलता है, वक्त के साथ रीतिरिवाज बदलते हैं। कब तक बैठोगे रूढ़िवादी सोच पर, वक्त के साथ जज़्बात बदलते हैं। वक्त के साथ मिटती हैं दूरियाँ, वक्त के साथ अपने भी बदलते हैं। क्यों पकड़े हो कसकर पतंग की डोर, इशारे में थामो, उड़ान बदलती है। क्यों बढ़ने हैं तुम्हें सब एक दिशा से, वक्त के साथ रिश्ते भी बिखरते हैं। क्यों आवेश में पड़े चिंतित हो, वक्त पर ही सारी पहेलियाँ सुलझती हैं। हर रिश्ते में वो जज़्बात रहते हैं, हर रिश्ते में वो तड़प रहती है। क्यों हो इतना भी बेकरार तुम, वक्त पर ही नींद सुकून की आती है। जिंदगी का फ़लसफ़ा किसे पता, वक्त पर ही जिंदगी सब सिखाती है। क्यों कार्यों के बोझ तले डूबे हो, वक्त ही वक्त ख्वाहिशें जगाता है। नासूर ज़ख्मों की परवाह क्यों, वक्त पर ही दवा मिलती है। दिल अगर टूटा है तो क्या हुआ, वक्त पर ही अपने मिलते हैं। क्या हुआ जो मौसम सावन चला गया, वक्त पर ही तो सारे मौसम बदलते हैं। क्या हुआ जो रिश्ते पतझड़ बन गए, वक्त पर ही बसंत की बहार खिलती है। छोड़ दो बेफिक्री में बेफिकर उसे, वक्त पर ही दबे राज भी खुलते हैं। वक्त पर सब कुछ अच्छा मिलता है, वक्त पर ही सही, नक्षत्र मिलते हैं। ©theABHAYSINGH_BIPIN #Hope वक्त के साथ किरदार बदलता है, वक्त के साथ रीतिरिवाज बदलते हैं। कब तक बैठोगे रूढ़िवादी सोच पर, वक्त के साथ जज़्बात बदलते हैं। वक्त के
#Hope वक्त के साथ किरदार बदलता है, वक्त के साथ रीतिरिवाज बदलते हैं। कब तक बैठोगे रूढ़िवादी सोच पर, वक्त के साथ जज़्बात बदलते हैं। वक्त के
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