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SHREYA AGRAWAL
कुछ लोग आपके दुख जानकर भी आपकी ही भावनाओं को तकलीफ देते है दिल पर घाव देते है वो लोग कैसे किसी के अपने होने का दावा कर सकते हैं। ©SHREYA AGRAWAL #kitaab #Hindi #like #feelings #dil #dukh #love #follow #New
SHREYA AGRAWAL
कुछ लोग आपके दुख जानकर भी आपकी ही भावनाओं को तकलीफ देते है दिल पर घाव देते है वो लोग कैसे किसी के अपने होने का दावा कर सकते हैं। ©SHREYA AGRAWAL #kitaab #Hindi #like #feelings #dil #dukh #love #follow #New
Shayra
White दुख की ज़द में छुपी ख़ुशी होती है, गहराईयों में छिपा जीवन का रंग होती है। ये बारिश जो रूहों को भिगोती है, कठिनाइयों को पार करने की शक्ति देती है। दुख नहीं है सिर्फ़ दर्द की कहानी, ये एक सच्चाई है, जीवन की पहचानी। जब तक दुख की गहराई में नहीं जाते, सच्ची ख़ुशी की कीमत को हम नहीं समझ पाते। दुख से हमेशा कुछ सिखना चाहिए, हर कठिनाई को एक मौका समझना चाहिए। जब दुख के बाद हम उठते हैं मजबूत, तभी हम जीवन के असली मतलब को समझ पाते। ©Shayra #SAD #dukh #sadness #alone #akela #Hindi #poem #hindi_poetry #nojotohindi
साहित्य संजीवनी
Men walking on dark street हुक़ूमत ऐसे या वैसे तुम्हारा क़त्ल कर देगी अगर ख़ामोश बैठे हो अगर बेहोश बैठे हो - दीप ©साहित्य संजीवनी #Emotional #Poetry #kavita #Hindi #hindi_poetry
kajal gurbani
@kajalgurbani ©kajal gurbani #Hindi #Poetry #kavita by @kajalgurbani
Varun Raj Dhalotra
कभी दरख्तों जंगलों में, था आशियाना मेरा, अब टॉवर इमारतें हैं, नया पता मेरा, लगता है जल्द ही खत्म़, हो जायेगा नामों-निशां मेरा..!! ©Varun Raj Dhalotra #oddone #Nojoto #Hindi #kavita
Madhu Arora
सारे पियक्कड़ घूम रहे, खंभों को वह चूम रहे। झूम झूम कर राग अलापे, राधा कृष्ण सा खुद को मापे। भंग का नशा सिर चढ़कर बोला, मदमस्त सा फिर वह डोला। सब पकड़ कर नाचे तंबू, छोटा मोटा हो या लंबू। मदिरा पीकर वह तो झूमे, गिरते पड़ते सबको चूमे। कर दे कुछ भी फिर यह बोले, बुरा ना मानो होली है। रंग से कोई बचने ना पाए, जीजा हो या साली सलज। मिले मिलकर सबरंग लगाएं, होली में हुड़दंग मचाए।। ©Madhu Arora #Holi #Hindi #thought ##jindagi #Kavita
साहित्य संजीवनी
मुलज़िम है मेरा, ख़ुश वो अभी तो नहीं होगा, हो जाए रिहा, फिर भी बरी तो नहीं होगा. वो शख़्स बड़ा है तो ग़लत हो नहीं सकता, दुनिया को भरोसा ये अभी तो नहीं होगा. Aalok Shrivastav ©साहित्य संजीवनी #fisherman #Poetry #kavita #Hindi #urdu