Find the Latest Status about आवेशित कण कहलाते हैं from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, आवेशित कण कहलाते हैं.
Rameshkumar Mehra Mehra
White मोहब्बत का कानून अलग है....साहिब.... इसकी अदालत मै बफादार सजा...! पाते है....!! और time pass करने बाले.....!!! बफादार कहलाते है....... ©Rameshkumar Mehra Mehra # मोहब्बत का कानून अलग है..साहिब,इसकी अदालत मै बफादार सजा,पाते है,और time pass करने बाले,बफादार कहलाते है......#
# मोहब्बत का कानून अलग है..साहिब,इसकी अदालत मै बफादार सजा,पाते है,और time pass करने बाले,बफादार कहलाते है......#
read moregaTTubaba
White हां मुझे इश्क कबसे हैं तुझे गलतफहमी हैं की तुझसे हैं आइने में दिखने वाला शख्स बड़ा घमंड करता हैं मुझपर सबसे ज्यादा तो उससे हैं......! ©gaTTubaba #flowers हां मुझे इश्क कबसे हैं तुझे गलतफहमी हैं की तुझसे हैं आइने में दिखने वाला शख्स बड़ा घमंड करता हैं मुझपर सबसे ज्यादा तो उससे है
Khan Sahab
जो निभा न सकूं ऐसा वादा नहीं करता मैं बात अपनी औकात से ज़्यादा नहीं करता, भले तमन्ना रखता हूं आसमान छूने की मगर किसी को गिराने का इरादा नहीं रखता ,,! ©Khan Sahab #इरादा करते हैं
#इरादा करते हैं
read moreहिंदुस्तानी
White "लूट लेते हैं अपने ही, वरना गैरों को क्या पता" इस दिल की दीवार कमज़ोर कहाँ से ©सत्यमेव जयते #"लूट लेते हैं
#"लूट लेते हैं #Shayari
read moreहिमांशु Kulshreshtha
White चल, चलें ऐसी जगह जहाँ कोई न हो तेरा न मेरा हो... बस इश्क़ में पगी रात हो मोहब्बत से महकता सवेरा हो... ©हिमांशु Kulshreshtha चलो चलते हैं...
चलो चलते हैं... #शायरी
read morewriter....Nishu...
White कदमों को ना जाने किस मंजिल की तलाश हैं लफ्ज़ निकलते नहीं होठों को अल्फ़ाज़ों की प्यास हैं भटकता फिर रहा हूँ दरबदर मेरी रूह को भी सुकून मिलने की आश हैं जिस्म तो हैं चलता फिरता मुसाफिर मगर दिल मेरा इक जिन्दा लाश हैं बहुत दूर चल आया यूँ तो चलते चलते मैं फिर भी ना क्यूँ कदमों को मेरे किस मंजिल की तलाश हैं ©writer....Nishu... #कौनसी मंजिल हैं किसकी तलाश हैं
#कौनसी मंजिल हैं किसकी तलाश हैं
read moreB.P. Godara
हमारी जिज्ञासा ही हमारा वास्तविक धर्म हैं जो जिज्ञासु वहीँ धार्मिक हैं। ©B.P. Godara #navratri जो जिज्ञासु हैं वही धार्मिक हैं।
#navratri जो जिज्ञासु हैं वही धार्मिक हैं।
read moreHintsOfHeart.
"इतने ऊँचे उठो कि जितना उठा गगन है इतने मौलिक बनो कि जितना स्वयं सृजन है" ©HintsOfHeart. #द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी -हिन्दी के साहित्यकार जिन्होंने बाल साहित्य पर 26 पुस्तकें लिखीं, जिससे वे 'बच्चों के गांधी' भी कहलाते हैं।