Find the Latest Status about आनंद विहार टर्मिनल दिल्ली from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, आनंद विहार टर्मिनल दिल्ली.
Praveen Jain "पल्लव"
पल्लव की डायरी फिर हुयी एक शपथ दिल्ली में किया चेहरा दिल्ली का बदलेगा गन्दगी और कूड़ा पोलटिक्स से सियासतों का दिल पिघलेगा गरीबो के लिये दिल्ली कैसी होगी किया उनका गुजारा मजदूरी और रेडी पटरी से होगा हाँफते दिल और एलर्जी से ग्रसित लोगो को प्रदूषण से छुटकारा होगा नशा और अपराध से पीड़ित दिल्ली को स्वस्थ्य मानसिकता से जीने का अधिकार मिलेगा शिक्षा अध्ययन में अब्बल रही हमेशा दिल्ली माहौल विद्यार्थियों को पढ़ने का सौहार्द्र और शांति का मिल सकेगा भार कंधों पर दिल्ली का है दल बल से मुख्यमंत्री ऊपर उठ सकेगा प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #delhiearthquake किया चेहरा दिल्ली का बदलेगा
#delhiearthquake किया चेहरा दिल्ली का बदलेगा
read morePraveen Jain "पल्लव"
पल्लव की डायरी दिल दहला दिल्ली का हादसे से मन उसका रोता है कसूर रेलवे का है व्यवस्थाओं का मगर श्रद्धालुओं की श्रद्धा की भीड़ पर मौतों से दिल दिल्ली का बैठ गया लीपापोती करने का ढंग सियासतों का कलंकित दिल्ली को कर गया प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #delhiearthquake कलंकित दिल्ली को कर गया
#delhiearthquake कलंकित दिल्ली को कर गया
read moreRajesh Sharma
White नौटंकी बाज को नौटंकी पड़ी भारी दिल्ली की जनता ने उतार दी सारी खुमारी भाजपा को बहुमत दे खत्म कर दी AAP जैसी बीमारी चिंतित दिख रहा माफिया शराब का अब क्या होगा मफलर वाले जनाब का दिल्ली के विश्वास को जिसने चकनाचूर किया जनता ने देखो उसको बेनूर किया तिहाड़ में फिर दस्तक की बारी है आजा केजरीवाल तेरे स्वागत की तैयारी है। दिल्ली जीत की बधाई। राजेश शर्मा ©Rajesh Sharma दिल्ली जीत की बधाई
दिल्ली जीत की बधाई
read morePraveen Jain "पल्लव"
पल्लव की डायरी भविष्य दिल्ली का, बेहतर कौन बनायेगा वायदों की फेहरिस्त खड़ी है पलकों पर जनता को विछाये है पांच फरवरी का मतदान इन्ही में से किसी को ताज पहनाएगा लेकिन भावनाओ और लालचों में मत बहना जो उम्मीदवार सच्चा ईमानदार हो उसे सत्ता तक पहुँचाइये प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #delhiearthquake भविष्य दिल्ली का बेहतर कौन बनायेगा
#delhiearthquake भविष्य दिल्ली का बेहतर कौन बनायेगा
read moreKavi Himanshu Pandey
वक़्त आया है सुनहरा वर्षों बाद, प्यारे, खुशियाँ मनाओ, अभी ज़ख्मों को दे दो तिलांजलि, प्यारे, खुशियाँ मनाओ! ..... Er. Himanshu Pandey ©Kavi Himanshu Pandey आनंद... #beingoriginal #NojotoHindi
आनंद... #beingoriginal Hindi
read morePraveen Jain "पल्लव"
पल्लव की डायरी पसरी है दिल्ली में गंदगी हवा जहरीली है रुतवे के मुताबिक चेहरा बिगड़ा दिल्ली का बयान वीरो से घायल दिल्ली है तू तू मैं करती सरकारे जोखिम में दिल्ली है पांच फरवरी का मतदान भविष्य दिल्ली का तय करना है राजधानी भारत की है मतदाताओं को विकास का समर्थन करना है प्यारी दीदी, लाडली बहना, महिला सम्मान रेवड़ी वाली राजनीत में नही फंसना है गन्दा पानी कूड़े के पहाड़ों से अब कलंकित दिल्ली नही करना है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #delhiearthquake अब कलंकित दिल्ली नही करना है
#delhiearthquake अब कलंकित दिल्ली नही करना है
read moreShailendra Anand
New Year Resolutions ्भावचित्र ् ्निज विचार ् तुलसा संग ब्याव्ह में, एक हरि भज भयो। गज मन मेरो उदास हे, कै मन करौ उपहास मेरौ। जगत पिता ने, झूठौ रचयौ माया जाल। जण में फासयौ मणक जींवणा, भणक ना लागी पाप पुण्यौ काकाज,। मती हरी गति हरी , घट में रहया प्राण कैणा वास्ते, रमन करै जींव म्हारो खौटौ। जग में ढिंढोरा पीटे में, होऊं लागै तण मण सारौ,। जगत में एक नार एक सार, सबमें एक घट सा प्राण है। मणक बावरा पैला इणमै,, हैरा फैरा कर दीजै। फिर बणी जावा गा,, कणी भी धरमणा,।। जात,धरमणा,उरगा,मुरगा,, पूरखा कूण गपलाये म्हारे देस में,। आज भरौसौणी म्हारे ,, कुण म्हारे मारे काटै बालै दफणावै ।। जौं झूठौ रचयौ माया जाल,, खैलयौ सब धर्मोंणा णे। तथा कथा उपाख्यानों में,, णी रैणौ झूठौ ख्यालौ में।। ्कवि््शैलेन्द़ आनंद ©Shailendra Anand #newyearresolutions भक्ति सागर कवि शैलेंद्र आनंद
#newyearresolutions भक्ति सागर कवि शैलेंद्र आनंद
read moreEshwari
White प्राण गेल्यावरही "नेत्र" चार तास जिवंत असतात या चार तासात आपल्या माणसांची वागणूक पाहून प्राणशून्य देहाला "मरण" म्हणजे खुप मोठं गिफ्ट वाटत असेल..... ईश्वरी ©Eshwari #मरण एक आनंद
#मरण एक आनंद
read moreShailendra Anand
रचनादिनांक,,7,, नवम्बर,,2024 वार शनिवार समय सुबह पांच बजे ््भावचित्र ्् ््निज विचार ्् ्शीर्षक ् ््छाया चित्र में सृष्टि सृजन में एक नज़र में समभाव निष्ठ विचार ऐकत्व एकमेव नियती संसार जगत है,, जींव जंन्तु जीवन में एक सूर्य चंद्र दर्शन सपनो में प्यार प्रेम और विश्वास जगत पिता त्वमेव विद्या बालकं ज्ञानबोध गुरुकुलंन्यायपीठ ब़म्हकर्म मंत्रधर्म बम्हसृष्टि कर्मनिष्ठभाव ब़म्हाण्ड स्वरध्वनि अखण्ड दिव्य ज्योति प्रकट हो प्यारा हिंदुस्तान हमारा है ्् ्््् नज़र ही नजर में एक बार की जिंदगी को, हमेशा के लिए सम्पूर्ण भारत प्रजातांत्रिक देश की व्यवस्था बेहतर बनाने वाले आत्ममंथन करना ही जिंदगी है।। यही नजारा देखता हूं जो नज़र और नजरिया समझ कर खैला ही सुन्दर पल अनमोल घड़ी विलक्षण प्रतिभा को निखारना स्वयं को परखना तन मन को शांति प्रदान करे,, खोटा सिक्का चलता नहीं है,राम नाम सुखदाई है, रावण उसका सबसे बड़ा कारण मजमा लगाकर भोलेनाथ को प्रसन्न कर मदारी बनाकर अयोध्या में जन्म दिवस मंगलमय हो ऐसा खैला रावण ही कर सकता है।। , जो हर कोई ओर कर भी नहीं सकता था,, जो सेतुबंधेश्वररामेश्वरं में जो पंण्डित आचार्य दशानन रावण ही यजमान से दक्षिणा में वो सब लेता है।। जो धरती पर साकार लोक में अपना और अपने वंश का कल्याण ही जग में जगदीश्वरी मां जानकी भुमिपुत्री से सजाया गया,, जिसे हम अच्छे ख्यालात से राम मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम हैं ।। तो दुनिया में रावण का भी इन्सानी मानस में शास्त्र में,, प्रकाशवान जो सुर्य तेज पुंज सम है।। ्कवि शैलेंद्र आनंद 7,, दिसंबर,,2024,, ©Shailendra Anand भक्ति सागर कवि शैलेंद्र आनंद
भक्ति सागर कवि शैलेंद्र आनंद
read moreShailendra Anand
रचना दिनांक। 4,, दिसंबर,,2024,, वार बुधवार समय सुबह पांच बजे ्््भाव से काम कर रहे वह आज चेहरे पर मुस्कान लिये अधरो की मुस्कान बने,, यही मेरी स्वरचित कविता भाव में स्थित सोच पर जिंदगी में, एक स्वर पुकार नाद प्रेम शब्द ही आनंद है ््् ््निज विचार ्् ्भावचित्र ् भावचित्र में सनातन वैदिक विचारधारा शाश्वत सत्यता पर ख्यालात अपने विचार व्यक्त आस्था प्रकट कर सकते हैं ् वर्तमान समय में जिस प्रकार निराकार साकार लोक में भ़मण करते हुए ईश्वर रुप में भारतीय नागरिक मतदाता होने पर एक दिलचस्प बात यह है, देश में अवाम में खुशहाली आती है तो देश आगे बढ़ेगा और आज हमारे देश में केन्द्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा आयोजित सेवा में समर्पित करिष्यामि नमन वन्दंनीय है,, ्््भावचित्र है मां गौमाता को राष्ट्रीय पशु घोषित कर सकल सनातन विचार सच में एक जीवंत प्रयास करें ,, यही भाव से मेरी स्वरचित रचना में मालवी भाषा में, कुछ लिखने का प्रयास किया गया है ्शीर्षक ् मनुज जणम जोणि में धरम करम का रोणा में, रौवे जींव जगत का मैला ढोने लाग्या रै््।।1।। ।म्हणे मनुज जणम पायोजी मैंने,, थाके सेवाणी गौवंश गौसेवा में, सजल नयन अश्रुजल से,नहलायो तन मन को।।2।। चौरासी लख जणम जोणि में,, पण मण धण में जींव म्हारो असो लांगे।।3।। माणो गौरक्षधाम प्यारों श्याम सुंदर णे , माखण मिश्री की मटकी फोड़ी, ग्वाल धेनूबाल संग वन में रोटीयां से , माखण सब कुछ,बांटचुटकर खावी जावे।।4।। तण मण जोगण बरसाणा में,, लागी लगण राधिका श्याम में।।5।। मण धण में जींव म्हारो घट में,, लुफ्त है प्राण असो प्यारो लांगे रै।।6।। मण आंन्दणो जाणो माणो,, गौरक्षधामणो में पंछी बणके, रचिया बसिया चुगणा लाग्या।।7।। प्रेम भक्ति का दाणा चुगिणे ,, चाल्या अपणा अपणा घोंसला में।।8।। ््कवि शैलेंद्र आनंद ् 4, दिसंबर 2024,, ©Shailendra Anand भक्ति सागर कवि शैलेंद्र आनंद
भक्ति सागर कवि शैलेंद्र आनंद
read more