Find the Latest Status about बात नैना जाने रे from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, बात नैना जाने रे.
Tripurari Pandey
Unsplash किताबों के साथ - साथ आंखों को भी पढ़ने का हुनर रखिए । क्योंकि चेहरे गुमराह कर सकती है मगर आँखें नहीं । ©Tripurari Pandey सच्ची बात
सच्ची बात
read moreTripurari Pandey
Unsplash आपके जो सबसे दिल के करीब लोग होंगे वो कोई गैर होंगे वहीं आपके जो सबसे दिल के दूर के लोग होंगे वो कोई अपने होंगे । ©Tripurari Pandey सच्ची बात
सच्ची बात
read moreDr.Meet (मीत)
#love_shayari Sircastic Saurabh **Dipa ** S amit pandey katha(कथा ) सफ़ीर 'रे'
read moreमिहिर
White ये क्या पूछा ये बिंदी कैसी लगती ये साड़ी कैसी दिखती है ये काजल ठीक तो लगते है ना ! जो सच पूछो तो ये जचना खिलना मत पूछो तुम बिंदी पर जँचती हो तुम साड़ी पर खिलती हो तुम काजल से तीखी हो तुम सोने से ज्यादा चमकती हो तेरे होने से इनका होना है तू हंसती है तो ये सोना है तेरे आगे इनका क्या मोल अरे ओ बावली तू क्या जाने तू अनमोल !! ©मिहिर #तू क्या जाने
#तू क्या जाने
read moreAdv. Rakesh Kumar Soni (अज्ञात)
कभी मिलने आता नहीं ये और बात है वो दिल से जाता नहीं ये और बात है मर्ज-ए-इश्क़ छुपता नहीं छुपाने से तुझे नज़र आता नहीं ये और बात है है तो कुछ और ही तेरे दिल में मगर जुबाँ तक आता नहीं ये और बात है रौनक़ मकाँ की उसके होने से है वो कुछ कमाता नहीं ये और बात है पलकें बिछा रख्खी है उसकी राहों में वो आता जाता नहीं ये और बात है हाले दिल बताता है अंदाज-ए-शेर में वो पर्दा उठाता नहीं ये और बात है हमारे लिये तड़प उन आँखों में खूब है वो सच बताता नहीं ये और बात है ©अज्ञात #बात
Avni Saraff
जाने क्या बात है, उद्वेलित रहता है धीर गंभीर सागर इतना औ प्रफुल्लित कल कल, छल छल बहती रहती क्यूं नदियां ©Avni Saraff #जाने क्या बात है Aryan Ved Mugdha's poetry
#जाने क्या बात है Aryan Ved Mugdha's poetry
read moreSinger Chandradeep Lal Yadav
गांव रे Actor singer writer Chandradeep lal Yadav and Sanjay vish
read moreगोरक्ष अशोक उंबरकर
White माणूस मेल्यावर शरीराचं दर्शन घेऊन अंघोळ करतो.. निष्पाप जीवाला खाताना अंगा मांसांचं रक्त पितो.. प्रत्येक दगड मंदिरात जाऊन देव बनून जातो.. माणूस मंदिरात जाऊन सुध्धा दगड बनून राहतो.. ज्या मासिक पाळीमुळे जन्म माणसाचा होतो.. तिलाच आयुष्यभर समाज विटाळ म्हणत राहतो.. माझं माझं म्हणत सगळं भ्रमात जगत राहतो.. सगळं काही इथेच सोडून एकटाच सोडून जातो.. ©गोरक्ष अशोक उंबरकर वाह रे माणसा..
वाह रे माणसा..
read more