Find the Latest Status about पतझड़ पंछी from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, पतझड़ पंछी.
azad satyam
ज़िन्दगी एक रंगमंच की तरह है कड़वे मीठे अनुभव जीवन के बता रहा है कोई हंसते हुए जा रहा तो कोई आंसू बहा रहा है हर कोई अपना किरदार यहां निभा रहा है पंछी दीवाना भी अपनी बात बता रहा है कि वही शख्स जिंदा रहेगा यादों में जो सही गलत को नाप तौल के जिया जा रहा है #ek_panchi_diwana_sa ©azad satyam ज़िन्दगी एक रंगमंच की तरह है कड़वे मीठे अनुभव जीवन के बता रहा है कोई हंसते हुए जा रहा तो कोई आंसू बहा रहा है हर कोई अपना किरदार यहां निभा रह
ज़िन्दगी एक रंगमंच की तरह है कड़वे मीठे अनुभव जीवन के बता रहा है कोई हंसते हुए जा रहा तो कोई आंसू बहा रहा है हर कोई अपना किरदार यहां निभा रह
read moreAnjali Singhal
"आया मौसम बसंत का, पतझड़ का अंत हुआ; जग में शोभा अनंत है छाई, खिलती महकती कलियाँ मुस्काईं। पीली-पीली सरसों फूली, बौरें आमों में उठ झूलीं; लेकर सुगंध हवा बह रही, रस प्रेम का घोल रही। डाली डाली पात पात, कोकिला का मधुर गान; ॠतुराज का स्वागत करने, सजधज धरती है तैयार।।" Basant Panchami 🏵️ ©Anjali Singhal "आया मौसम बसंत का, पतझड़ का अंत हुआ; जग में शोभा अनंत है छाई, खिलती महकती कलियाँ मुस्काईं। पीली-पीली सरसों फूली, बौरें आमों में उठ झूलीं; ल
"आया मौसम बसंत का, पतझड़ का अंत हुआ; जग में शोभा अनंत है छाई, खिलती महकती कलियाँ मुस्काईं। पीली-पीली सरसों फूली, बौरें आमों में उठ झूलीं; ल
read moreSatish Kumar Meena
White जो घर से निकले, बिना पूछकर। अपने परिवारों का, गला घोंटकर। वापस लौट नहीं, सकते हैं। इनसे अच्छे पंछी है, जो बिना भटके, घोंसले की पहचान, रखते हैं।। ©Satish Kumar Meena पंछी
पंछी
read moreMohan Sardarshahari
a-person-standing-on-a-beach-at-sunset जीत हमारी इतनी चर्चित नहीं होती अगर हार के किस्से यों आम ना होते। गर बदजुबानी तुम्हारी सामने ना आती मिलने पर शायद हम यों ना मुस्कुराते । पतझड़ यदि कभी नहीं आती भूल बैठते हम एक शाख पर हैं रहते।। ©Mohan Sardarshahari # पतझड़
# पतझड़
read moreAbhishek jha
*आज़ादी* मुझे वो पंछी नहीं बनना जिसे अपनी आज़ादी के बदले मिले पिंजरे में परोसा हुआ दाना सीखा है मैंने गिरना संभलना फिर उठना, उस पिंजरे में क्या जीना जिसमें रोज का हो वही दाना मैं तहरा कम्बख्त आजादी का दीवाना, शौक मेरा खुले आसमान में उड़ना, जब तक "पर" है मैं यहाँ वहाँ उड़ता रहूँगा जिस दिन "पर" नहीं उस दिन मैं हीं नहीं रहूँगा - ऐसा हो भी हो सकता है लेकिन ऐसा होने नहीं दूंगा "पर" नहीं रहा तो क्या फिर भी कोसिस करूँगा, उड़ नहीं सका तो क्या फिर भी चलूँगा लेकिन पिंजरे मे नहीं रहूँगा. श्री राधे राधे😊🙏 *(पिंजरा = मन के बहकावे में छोटी सोच)* ©Abhishek jha #Freedom #पंछी #मन #बहकावे #मैं #हम #Nojoto #WForWriters #Quotes #Trending मोटिवेशनल कोट्स इन हिंदी मोटिवेशनल कोट्स इन हिंदी फॉर सक्सेस
बेजुबान शायर shivkumar
गैरो की खुशी में सुकून पा के तो देखो। गीत मोहब्बत के जरा गा के तो देखो। पतझड़ सी ज़िन्दगी में मधुमास आएगा, बस एकबार दिल को लगा करके तो देखो। ©बेजुबान शायर shivkumar गैरो की खुशी में #सुकून पा के तो देखो। गीत #मोहब्बत के जरा गा के तो देखो। पतझड़ सी #ज़िन्दगी में मधुमास आएगा, बस एकबार #दिल को लगा करके
गैरो की खुशी में सुकून पा के तो देखो। गीत मोहब्बत के जरा गा के तो देखो। पतझड़ सी ज़िन्दगी में मधुमास आएगा, बस एकबार दिल को लगा करके
read moreLotus Mali
White "शाम अपनी चादर ओढ़े खड़ी थी और मेरे मन का पंछी अभी भी किसकी राह पर निघाए लिए इंतजार कर रहा था मन पंछी कभी इस मुंडेर पर तो कभी उस टहन्नी पर घुमा शाम तो शाम ढल गई कबकी मगर इंतजार अभितक ख़त्म नहीं हुवा।" -LotusMali https://lotusshayari.blogspot.com/ ©Lotus Mali #sad_quotes "शाम अपनी चादर ओढ़े खड़ी थी और मेरे मन का पंछी अभी भी किसकी राह पर निघाए लिए इंतजार कर रहा था मन पंछी कभी इस मुंडेर पर तो
#sad_quotes "शाम अपनी चादर ओढ़े खड़ी थी और मेरे मन का पंछी अभी भी किसकी राह पर निघाए लिए इंतजार कर रहा था मन पंछी कभी इस मुंडेर पर तो
read moreazad satyam
खलने लगी है मौजूदगी तेरी, ऐ पंछी दिवाने से, बैठा करता है तू जहां, वो शाखें काटी जाने लगी...✍🏻 💌🕊️अनकहे अल्फ़ाज़💖💞 #ek_panchi_diwana_sa ©azad satyam खलने लगी है मौजूदगी तेरी, ऐ पंछी दिवाने से, बैठा करता है तू जहां, वो शाखें काटी जाने लगी...✍🏻 💌🕊️अनकहे अल्फ़ाज़💖💞 #ek_panchi_diwana_sa hear
खलने लगी है मौजूदगी तेरी, ऐ पंछी दिवाने से, बैठा करता है तू जहां, वो शाखें काटी जाने लगी...✍🏻 💌🕊️अनकहे अल्फ़ाज़💖💞 #ek_panchi_diwana_sa hear
read moreazad satyam
सर्द फिज़ाओं में घुली तेरी खुशबू, सांसों को महका रही है, अपने आगोश में समेट लेने को, दिवाने पंछी को बहका रही है...✍🏻 💌🕊️अनकहे अल्फ़ाज़💖💞 #ek_panchi_diwana_sa ©azad satyam सर्द फिज़ाओं में घुली तेरी खुशबू, सांसों को महका रही है, अपने आगोश में समेट लेने को, दिवाने पंछी को बहका रही है...✍🏻 💌🕊️अनकहे अल्फ़ाज़💖💞 #ek
सर्द फिज़ाओं में घुली तेरी खुशबू, सांसों को महका रही है, अपने आगोश में समेट लेने को, दिवाने पंछी को बहका रही है...✍🏻 💌🕊️अनकहे अल्फ़ाज़💖💞 ek
read moreसंस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु
हमारी स्वलिखित संस्कृत रचना हिन्दी अनुवाद सहित शीर्षक मन बाॅंवरा विधा मन के विचार भाव वास्तविक अस्तु नभो यत्र तरुस्य हृदयपक्षिणः निवसन्
read more