Find the Latest Status about पुरुष मीनिंग इन हिंदी from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, पुरुष मीनिंग इन हिंदी.
DANVEER SINGH DUNIYA
क्या जीना और क्या आनंद बोल तुझे क्या-क्या पसंद है मेरा लहज़ा या मेरी इबादत मेरी मोहब्बत या मेरी आदत ©DANVEER SINGH DUNIYA लव इन लव
अदनासा-
नफ़रत की बयार बही जा रही है कोई कहे नही ये बहाई जा रही है तेरी चुप वाह है और भी चुप वाह बोलो यदि संदेह जताई जा रही है तुम ना भी बोलो मैं तो बोल दूंगा तुम भी कहो जो कहने जा रहे हो देर हो तो उजड़े गा चमन दोनों ही लगता है देर करोगे जैसे भय कोई ज़्यादा परवाह तो ठीक ही है मगर लापरवाही बिल्कुल भी ठीक नही ©अदनासा- #हिंदी
Real Foundation Guru
।। हिंदी में गिनती सीखे।। ©Real Foundation Guru #हिंदी #हिंदी गिनती #ginti
ADV. AJAY MATHUR
तुम कितना सरल हो किसी गुलाब की तरह नाजुक, तुम्हारे बालों में फूल भी इतराता होगा। ©ADV. AJAY MATHUR #हिंदी
Andy Mann
Village Life पुरुष जब किसी स्त्री को चाहता है तो उसका सर्वस्व चाहता है, उसके दुःख, सुख, प्रेम, ईर्ष्या सब कुछ पर अपना पूर्ण अधिकार चाहता है, पुरुष अपनी प्रिय स्त्री के आंसुओ के एक बूंद को भी किसी के साथ साझा नही करना चाहता है। ❤️ ©Andy Mann #पुरुष
Salim Saha
कुछ अनमोल वचन : ~~~~ (कृपया कमजोर दिल की महिलाये ना पढ़े) ☻ अगर कोई व्यक्ति आपकी पत्नी को चुरा लेता है तो पत्नी को उसी के पास रहने दे, उससे बदला लेने का इससे अच्छा और कोई उपाय नहीं | ©Salim Saha हिंदी जोक #हिंदी जोक्स#
Harish Labana
एक पुरुष समय के साथ , सबसे उम्मीदें रखना छोड़ देता है। क्योंकि इस समाज ने उसे , कभी उम्मीदें रखने ही नहीं दी ।। IG:- words_with_heart_ ©Harish Labana एक पुरुष । । #HappyRoseDay
'मनु' poetry -ek-khayaal
पूर्वार्थ
सुनो! तुम पुरुष हो तुम्हारी तारीफ़ के लिए मैं किसी भौतिक वस्तु का सहारा नहीं लूंगी मैं नहीं कहूंगी तुम खूबसूरत हो मैं नहीं कहूंगी तुम्हारे माथे पर ये चांद सी बिंदी तुम्हारे कानों में वो गुंबदनुमा झुमके तुम्हारी घनी काली जुल्फों की छाया...!. तुम पुरुष हो तुम्हारे हाथों में चूड़ियां भी नहीं खनकतीं तुम्हारे पैरों ने पायल भी नहीं बजतीं न तुम्हारे पैरों की उंगलियों में सजती है कोई बिछिया मैं तुम्हारी तारीफ के लिए तुम्हारे बालों में किसी गजरे से लेकर पैरों के बिछिया तक का कोई सहारा नहीं ले पाऊंगी। मैं लिख भी नहीं सकूंगी कोई कविता गीत ग़ज़ल तुम्हारी तारीफ़ में। तुम पुरुष हो दुनियां की सारी भाषाओं के सारे अक्षर ढूंढ लिए तुम्हारी तारीफ़ के लिए कोई शब्द ही नहीं मिले लेकिन तुम जानते हो? तुम्हारी ’तारीफ़’ शब्दों से परे है कोई वर्णमाला तुम्हारी तारीफ़ नहीं कर पाएगी तुम समझ सको तो समझना सुन सको तो सुनना तुम्हारी तारीफ़ में कहे जाने वाले मेरे अनकहे शब्द जब भी मैं प्रेम से निहरूंगी तुम्हें क्यों कि तुम पुरुष हो और मैं 'नि:शब्द' हूं तुम्हारे लिए तुम्हारी तारीफ़ में हे मेरे प्रिय पुरुष! ©पूर्वार्थ #पुरुष