Find the Latest Status about विक्रमादित्य सिंहासन बत्तीसी from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, विक्रमादित्य सिंहासन बत्तीसी.
Rishipal Bhati
स्वर्णकाल जो लेके आए उस देवगुणी का नाम सुनो सोने की चिड़िया था भारत कैसे बनाया काम सुनो पिता हुए गन्धर्व सेन थे, खुद राजा उज्जैन हुए नाम विक्रमादित्य चर्चा सुनते उनके गहन हुए एक बहन दो भाई जन्मे सबसे छोटे कहलाते है सौम्य दर्शन वीर मति के प्यारे सूत कहलाते है चले आज पदचिन्हों पे चलते है बड़े अनूठे काम सुनो स्वर्णकाल जो लेके आए उस देवगुणी का नाम सुनो नौ रत्नों को रखने वाले पहले राजा कहलाते है सदा धर्म की जीत हुई वो अधर्म मिटाने आते है न्यायप्रिय थे जन जन के राजा देवो जैसी वाणी थी राज पाट था लम्बा चौड़ा नीति भी बहुत कल्याणी थी सर्वगुण सम्पन्न हुए थे जग का कर बैठे कल्याण सुनो स्वर्णकाल जो लेके आए उस देवगुणी का नाम सुनो मिले अरब मे लिखा आज भी वीरो में गिनती पाई है नाम उपाधि बना वीर का कितने वीरों ने पाई है नामी नो के नो रत्न हुए पर कालिदास कुछ ख़ास हुए अभिज्ञान शकुंतलम मे भारत के पन्ने ओपन इतिहास हुए खोए हमने पाए फिर से श्री कृष्ण और राम सुनो स्वर्णकाल जो लेके आए उस देवगुणी का नाम सुनो लगा सनातन मिटने वाला जब अभियान चलाया था फिर से शिव विष्णु के मन्दिर खोया गौरव पाया था बहुत बडी थी सेना उनकी रण गर्जन और हुंकार हुई जहां लड़े बस जीत बीर की नही कही पे हार हुई आज करे गुणगान वीर का थे भारत मां की शान सुनो स्वर्णकाल जो लेके आए उस देवगुणी का नाम सुनो ऋषिपाल भाटी ©Rishipal Bhati #विक्रमादित्य
Andaaz Pathak
सम्राट विक्रमादित्य ने सारी दुनिया का केलेंडर बदल दिया था और आज सब लोग अंग्रेजी कलेंडर के हिसाब से चलते है। #विक्रमादित्य #हिंदीकलेंडर #अंग्रेजीकलेंडर #विक्रमसंवत
Praveen Jain "पल्लव"
पल्लव की डायरी वचनों का मोल अब कौन चुकाता है झूठो का भार,सिंहासन उठाता है दुर्गति सच्चाई की कर पिता के वचनों को कौन निभाता है पिता के वचनों की खातिर घोषित राजा राम, राज पाठ ठुकराकर चौदह वर्ष का वनवास सहस स्वीकार कर जाता है ना कोई अफसोस ना ग्लानि है परिवार की शांति बनाने में पुत्र राम की अद्भुत कुर्बानी है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #NojotoRamleela झूठो का भार सिंहासन उठाता है #NojotoRamleela
RAJ KUMAR MONDAL
भक्ति का सिंहासन भक्ति का सिंहासन डोल रहा है यह राज अनेकों खोल रहा है धर्म में धंस रहा निज कल्याण ढोंगी बाबा करते मदिरा पान। जो व्यापार बनाकर बोल रहा है वह हमारी आस्था से खेल रहा है शुद्ध भक्ति मार्ग को बढ़ाना है सनातन संस्कृति को अपनाना है। हिंसा का रास्ता है बहुत बुरा आज सारी दुनिया देख रहा है वर्तमान घटनाएं भी आँखें खोल रहा है भक्ति का सिंहासन डोल रहा है। ✍️राज कुमार मंडल #भक्ति का सिंहासन Ramakant prasad Devendra Kumar Satyaprem Upadhyay
!! ℝudraksh Om !!{बोलो दिल खोलकर}