Find the Latest Status about दो नन्हे रोज़ेदार का वाक़िअ from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, दो नन्हे रोज़ेदार का वाक़िअ.
Parasram Arora
Unsplash बहूत रात जागने के बावजूद. एक गहरी नींद मुझे मिली नहीं कितना बड़ा ये जहांन है फिर भी रहने के लिए दो गज़ ज़मीन मुझे मिली नहीं खुलकर रोने क़ी ख़्वाहिश थीं मेरी. पर रोने के लिए घर मेi खाली कोना मुझे मिला नहीं ©Parasram Arora दो गज़ जमीन
दो गज़ जमीन
read moreनवनीत ठाकुर
"उठाओ जाम, बहा दो हर ग़म की याद, आज के पल में छुपा है हर सवेर का राज। हँसी में डूबा दो हर दर्द की बात, दिलों में फिर से बसा दो वो पुराना साथ, मयखाना खोल दो, मिले हैं यार दो साल बाद।" हर दिल से मिटा दो दूरी की साज़िश, महफ़िल को बना दो जन्नत की सौगात।" ©नवनीत ठाकुर "उठाओ जाम, बहा दो हर ग़म की याद, आज के पल में छुपा है हर सवेर का राज। हँसी में डूबा दो हर दर्द की बात, दिलों में फिर से बसा दो वो पुराना साथ
"उठाओ जाम, बहा दो हर ग़म की याद, आज के पल में छुपा है हर सवेर का राज। हँसी में डूबा दो हर दर्द की बात, दिलों में फिर से बसा दो वो पुराना साथ
read moreParasram Arora
White काफ़ी दिनों तक साथ साथ हम चलते रहे फिर एक दिन अलग हुए अब मुझे तलाश है उस जगह की जहा नदी के दोनों किनारे जा कर मिलते हो ©Parasram Arora दो किनारे
दो किनारे
read moreVinod Mishra
N S Yadav GoldMine
White {Bolo Ji Radhey Radhey} स्वर्ग का सपना छोड़ दो, नर्क का डर छोड़ दो, कोन जान पाया है, मेरे पिछले कितने पाप व पूण्य है, बस आपके द्वारा किसी का दिल, व बुरा न हो, अपने स्वार्थ के लिए, बाकी सब भगवान श्री कृष्ण जी पर छोड़ दो, आपका स्वर्ग मिलना, व आपका कल्याण अपने आप होना हैं। ©N S Yadav GoldMine #Bhai_Dooj {Bolo Ji Radhey Radhey} स्वर्ग का सपना छोड़ दो, नर्क का डर छोड़ दो, कोन जान पाया है, मेरे पिछले कितने पाप व पूण्य है, बस आपके द्
#Bhai_Dooj {Bolo Ji Radhey Radhey} स्वर्ग का सपना छोड़ दो, नर्क का डर छोड़ दो, कोन जान पाया है, मेरे पिछले कितने पाप व पूण्य है, बस आपके द्
read moreParasram Arora
White हम एक दूसरे से प्रेम करें पर हमें ध्यान रखना पढ़ेगा कि ये प्रेम बंधन न बने प्रेम करें लेकिन सागर के दो किनारोंकी तरह याने प्रेमी इस छोर पर और प्रेमिका दूसरे छोर पर ©Parasram Arora i दो किनारे
i दो किनारे
read moreParasram Arora
White माना कि दो अलग अलग चोरो पर. हैँ कल्पना और यथार्थ तुम्हे ध्यान देना पढ़ेगा. कि कहीं तुमारी कल्पना यथार्थ बनने की कशिश न करने लगे ©Parasram Arora दो छोर
दो छोर
read more