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Anuj Ray
New Year 2025 नरूटो परिवार के सभी मित्रों को इंग्लिश नव वर्ष की बहुत-बहुत बधाई शुभकामनाएं अभिनंदन ©Anuj Ray #Newyear2025 इंग्लिश नव वर्ष की बधाई अभिनंदन
#Newyear2025 इंग्लिश नव वर्ष की बधाई अभिनंदन
read moreNeema Pawal
New Year 2025 फिर वक्त में करवट ली , और नए साल का, हुआ शुभ आगमन, देते आपको, ढेरों शुभकामनाएं, खुशियों से भरा, हो आपका जीवन। ©Neema Pawal #Newyear2025 नव वर्ष की शुभकामनाएं।
#Newyear2025 नव वर्ष की शुभकामनाएं।
read moreDr. Bhagwan Sahay Meena
New Year 2025 दोहे :-- नव वर्ष केसर रोली अक्षत से, सजा लिया है थाल। तिलक करूं में हर्ष से, नये साल के भाल। ©Dr. Bhagwan Sahay Meena नव वर्ष
नव वर्ष
read moreभारती वर्मा
White आशाओं की किरणों को एक बार फिर से संजों कर, चलो करते हैं अभिनंदन नव वर्ष का| तिमिरमयी इस जीवन में, हो आगमन प्रकाश का, चलो इस अभिलाषा के ही साथ करते हैं अभिनंदन नव वर्ष का| दुःख और दरिद्रता का हो अंत जहाँ, सभी के स्वपन हो साकार जहाँ, एक ऐसे संसार की कल्पना के साथ, चलो करते हैं अभिनंदन नववर्ष का| ©भारती वर्मा # नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं
# नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं
read moreArvind Rao
White आखिर, ये कैसा नव वर्ष है ना बदली, दिशाएँ हवा की, ना बदली, रंगत फिज़ा की नए गुल भी तो, खिले नहीं, नक्षत्र जगह से, हिले नहीं ना धरा को ही, हुआ हर्ष है, आखिर, ये कैसा नव वर्ष है छोड़ कर, दिनकर का साथ, तिथी बदल ली, आधी रात ना दिखे, प्रकृति में बदलाव, ना ही बदले, मौसम के भाव जारी धरा का, सूर्य से कर्ष है, आखिर ये, कैसा नव वर्ष है देखो कभी नववर्ष, सनातनी, खिल जाती है, जब अवनी जब महक, चहुँओर बिखरती, प्रकृती भी, फिर से सँवरती होता जब, मन का उत्कर्ष है, ऐ "अश्क" वो मेरा नव वर्ष है बस वही मेरा नव वर्ष है अरविन्द "अश्क" ©Arvind Rao #नव वर्ष
#नव वर्ष
read morehimesh
White DARKNESS 🌑 ©himesh #good_night कविता बारिश पर कविता
#good_night कविता बारिश पर कविता
read moreWriter Mamta Ambedkar
White बारिश की बूंदे कितनी ख्वाहिश थी, बारिश की बूंदों को, आसमान से गिरकर, जमीन में दफ्न होने की। वो जो ऊंचाइयों में, बादलों की गोद में थीं, हर एक लम्हा सोचती थीं, धरती की मिट्टी से मिलने को। चमकते सूरज के डर से, बादलों में छुपती रहीं, पर दिल में हसरत थी, जमीन की आगोश में समाने की। फिर एक दिन बादलों ने भेजा उन्हें धरती को तोहफा बनाकर, जीवन को सींचने, और प्यास बुझाने। गिरती रहीं,झूमकर, नाचकर, हर पत्ती, हर शाख से लिपटकर, मिट्टी की खुशबू में, अपने अस्तित्व को मिटाने। दफ्न होकर मिट्टी में, वो बूंदें मुस्कुराईं, कि उनकी ख्वाहिश ने, जीवन को एक नई कहानी सुनाई। ख्वाहिशें भी ऐसे ही, अधूरी नहीं रहतीं, आसमान से गिरकर, ज़मीन पर मुकम्मल होती हैं। राइटर ममता आंबेडकर मोटिवेशनल कवित्री ©Writer Mamta Ambedkar #Sad_Status प्यार पर कविता कविता कोश प्रेम कविता कविता कविताएं
#Sad_Status प्यार पर कविता कविता कोश प्रेम कविता कविता कविताएं
read moreकवि प्रभात
White साँझ ढली फिर नहीं आयी वो आज फिर मैं राह देखते रहा होते रहा अधीर सोचते की किस खता की दे रही सज़ा 2 सोचते की कैसे हो गई बेपीर ©कवि प्रभात #good_night प्यार पर कविता कविता कोश
#good_night प्यार पर कविता कविता कोश
read moreAlfaz-E-Dheeraj
अपना वो हैं, जो किसी और के लिए तुम्हें नज़रअंदाज़ ना करे। ©Alfaz-E-Dheeraj #BehtiHawaa हिंदी दिवस पर कविता Aaj Ka Panchang प्रेम कविता हिंदी कविता प्यार पर कविता
#BehtiHawaa हिंदी दिवस पर कविता Aaj Ka Panchang प्रेम कविता हिंदी कविता प्यार पर कविता
read moreकाव्य महारथी
आ. आभा गुप्ता , इंदौर, मध्यप्रदेश हिंदी दिवस पर कविता कविता प्रेरणादायी कविता हिंदी हिंदी दिवस पर कविता देशभक्ति कविता
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