Find the Latest Status about रेख्ता के तुम ही from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, रेख्ता के तुम ही.
MR VIVEK KUMAR PANDEY
इस दुनिया के हीरो तुम ही हो #इसदुनिया के हीरो तुम ही हो
Rimjhim Kashyap
सितम है के साथ तुम ही नहीं हो, राहत है के पास सिर्फ तुम ही तुम हो। ❤️Love ©Rimjhim Kashyap सितम है के साथ तुम ही नहीं हो, राहत है के पास सिर्फ तुम ही तुम हो❤️ Love #WinterFog
🍂
#DearZindagi तेरे सहारे है जिन्दगी मेरी कैसे न तुमको मैं याद करूँ, आप ही बताओ छोड़कर तुम को किससे मैं फरियाद करूँ क्या है बंदिशे मुझसे मिलने में जो तुम इतना कतराते हो, कहीं ऐसा तो नहीं कि दुनिया की तरह देखकर दशा खराब मेरी किनारा कर जाते हो। शिव तुम ही तुम हो इक तुम ही तुम हो बस तुम ही तुम हो
Love chiku
मुकम्मल दास्तां कह दूं तो... इतना ही काफी है. तुम ही तुम थे...तुम ही तुम हो...तुम ही तुम रहोगे..! #तुम #ही#तुम
Subant Kumar dangi(Poet, Writer)
तुम हो तो फिर क्या कहना तुम हो तो फिर क्यों डरना तुम तो हो संजीवनी मेरी तुम हो तो फिर क्यों मरना तुम तो हो प्राणवायु मेरा तुम हो तो साँस क्यों रुकना तुम हो तो चिंता किस की तुम हो तो फिर क्या सोचना तेरे साथ दरिया पार करेंगे तुम हो तो फिर क्यों डूबना #तुम ही तुम
Nainsi Gupta
##तुम ही तुम## प्यारी हो तुम,हाँ प्यारी हो तुम, सारे जहाँ से न्यारी हो तुम,पर आज भी हमारे घर की खिलखिलाती हुई गुड़िया हो तुम। हो तुम!हमारे आँगन की वो चिड़िया, जिसकी चहकने से गूँजती है आज भी,हमारे आँगन की वो बगिया। हो वो कलियाँ तुम हमारे आँगन की, जिसे,आज भी हर कोई खिला देखना चाहता।😊 हाँ,तुम वो☝️फूल हो जिसे आज भी हर कोई महकता देखना चाहता। हाँ!तुम,आज भी वही नन्हीं सी परी हो,जिसे आज भी हर कोई जिंदगी की जंग में हमेशा उड़ता हुआ देखना चाहता।। 😊😊😊 N.Gupta ##तुम ही तुम##
Dinesh Kumar Nayak
लगता है सारे जहां में तुम ही तुम समा गए हो अब कुछ और नहीं दिखता तुम ही तुम दिखते हो। सुबह की चाय की चुस्की में तुम हो सुबह के सूरज की किरणो में तुम हो। लता जी की मधुर वाणी में तुम हो हर सुर हर संगीत में तुम हो। मीठी नींदो के खूबसूरत ख्वाबों में तुम हो उन ख्वाबों के लाजवाब किरदारों में तुम हो । चाँद की अनुपम चांदनी में तुम हो तारों की अलौकिक टिमटिमाहट में तुम हो । श्री कृष्ण की मूरत में तुम हो राधा जी की सूरत में तुम हो। मंदिर की घंटीयो दिव्य ध्वनि में तुम हो हर शंख के शंखनाद में तुम हो। नदियों की स्वछन्द लहरो में तुम हो कल कल करते झरनों कोलाहल में तुम हो। दिनेश नायक तुम ही तुम
rishi joshi
आस में तुम, एहसास में तुम, मेरी सोच में तुम , बस तुम ही तुम... सवाल में तुम, जवाब में तुम, खयाल में तुम , बस तुम ही तुम.... सुकून हो तुम, जुनून हो तुम, मजमून भी तुम, बस तुम ही तुम... नजर में तुम , सफर में तुम, हर पल में तुम , बस तुम ही तुम... बंदगी हो तुम , सजदा भी तुम, दुआ में तुम , बस तुम ही तुम.... तुम ही तुम