बचपन और कागज़ की कश्ती कागज की कश्ती थी पानी का किनारा था
खेलने की मस्ती थी दिल आवारा था
कहाँ आ गये इस समझदारी के दलदल में
वो नादान बच्पन कितना प्यारा था। #Good night Indu Priya Monika Anita Gunjan Kumari
#Good night Indu Priya Monika Anita Gunjan Kumari #शायरी