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Mukesh Poonia
भव्य महल हो या हो छोटी सी झोपड़ी... घर उसी को कहते हैं जहां शांति और सुकून मिले... . ©Mukesh Poonia #GingerTea #भव्य #महल हो या हो #छोटी सी #झोपड़ी... घर उसी को कहते हैं जहां #शांति और #सुकून मिले...
Bhupendra Rawat
Beautiful Moon Night आस्था के प्रतीक है, राम लेकिन, क्या राम का भवन बनने से राम राज्य बन जायेगा? भगवा धारण करके क्या, कलयुगी मनुष्य राम बन पायेगा? राम का ध्वज फहराने से क्या, हर द्वार राम समायेगा? माथे पर तिलक लगाने से क्या, प्रभु राम कहा जायेगा? इतना सब करने के पश्चात क्या, राम जैसा व्यक्तित्व बना पाओगे। जिसकी पूजा करते हो क्या, उसके आदर्श पथ पर स्वयं को अग्रसित कर पाओगे। बड़ा साम्राज्य के स्वार्थ को त्यागकर क्या, एक भिक्षुक बन पाओगे ©Bhupendra Rawat #beautifulmoon आस्था के प्रतीक है, राम लेकिन, क्या राम का भवन बनने से राम राज्य बन जायेगा? भगवा धारण करके क्या, कलयुगी मनुष्य
( prahlad Singh )( feeling writer)
White ll में पानी पे लिखूं या लिख दूं पत्थर पे में हाथो पे लिखूं या लिख दूं उसकी बातों पे वो अब मेरी हो चुकी है ख्वाबों में, हकीकत में जन्मा हूं लिखा उसको अपने ही माथे पे ll ( P.S ) ©( prahlad Singh )( feeling writer) अपने माथे पे#Couple
Internet Jockey
तुम्हीं मेरे माथे की बिंदिया की झिल-मिल तुम्हीं मेरे हाथों के गजरों की मंज़िल... -रजिंदर कृष्णन ©Internet Jockey तुम्हीं मेरे माथे की बिंदिया की झिल-मिल तुम्हीं मेरे हाथों के गजरों की मंज़िल...
Krishna Deo Prasad. ( Advocate ).
Village Life भव्य महल हो या हो छोटी सी झोपड़ी.. घर उसी को कहते है , जहां शांति और सुकून का वास हो.. ©Krishna Deo Prasad. ( Advocate ). #villagelife #villagelifestyle_भव्य महल हो या हो छोटी सी झोपड़ी.. घर उसी को कहते है जहां शांति और सुकून मिले..
Rameshkumar Mehra Mehra
सुनो साबरियां........... भेजना तुम इस बार फाल्गुन में.......! एक रंग जिसमें सजा सकूं......! ! तुम्हारी प्रीत को अपने माथे पै......!!! दूसरा रंग जो मेरे गालों को हया से सुर्ख लाल कर जाए.......!!!! तीसरा जो मेरे अधरों पर हमेशा...!!!!! तुम्हारा प्रेम सजाये..... गुमनाम..... ©Rameshkumar Mehra Mehra # भेजना तुम इस बार फाल्गुन में एक रंग जिसमें सजा सकूं तुम्हारी प्रीत कों ,अपनें माथे पर दूसरा रंग जो मेरे गालों को हटा से सुर्ख लाल कर जाए..