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Mubarak
White जिन्दगी मे दो ही उसूल रखना अगर मित्र सुखी मे हो तो बिना अमंत्रन के बिना जाना नही अगर दुख मे हो तो अमंत्रन का वेट ना करे दोस्त🙅 ©Mubarak #Thinking जिंदगी में अगर मित्र सखी हो तो आमंत्रण के बिना जाना नहीं
#Thinking जिंदगी में अगर मित्र सखी हो तो आमंत्रण के बिना जाना नहीं
read moretripathi
White वो जो मरता था बात करने के लिए आज किसी और के लिए बेचैन हो गया🫢🫢 ©tripathi #sad_quotes वो जो मरता था बात करने के लिए आज किसी और के लिए बेचैन हो गया🫢🫢
#sad_quotes वो जो मरता था बात करने के लिए आज किसी और के लिए बेचैन हो गया🫢🫢
read moreकपिल
White कारवां ऐ इश्क अब वीरां हो चला है नजराने मोहब्बत के नीलाम होने लगे है कभी छुपाए थे जहाँ से सारे जो मोहब्बत के किस्से चर्चे उनके महफिलों में अब आम होने लगे है , हाँ......वो गैरो के हो चले है ,सुना है मैने अब चेहरे पर नही दिल में गम रखता हूं अपना कह के लूटा है अपनो ने मुझे अपनो से ही गुफ्तगू अब कम रखता हूं हाँ.....एक जमाना था तेरा भी हाँ....एक दौर था मेरा भी मेरे प्यार के घुंघरू तेरे पैरो के हो चले ,,,,,,,ये सपना बुना है मैने हाँ........वो गैरो के हो चले है ......सुना है मैने ©कपिल #हाँ...... वो गैरो के हो चले है ......
#हाँ...... वो गैरो के हो चले है ......
read moregaTTubaba
White कल भी बेघर थे आज भी बेघर हो पर चलाते कैसे कितनों के घर हो ? लालच की आग में इतना भी जलना क्या कितने अंदर हो कितने बाहर हो ? अंधेरों से दोस्ती क्यों रातें जागते रहते हो या चांद के साथ तुम भी मिलकर हो ? देखता हूं तुम्हें हर बार दर्पण में मुझ जैसे हो या मुझसे बेहतर हो ..! ©gaTTubaba #Thinking कल भी बेघर थे आज भी बेघर हो पर चलाते कैसे कितनों के घर हो ? लालच की आग में इतना भी जलना क्या
#Thinking कल भी बेघर थे आज भी बेघर हो पर चलाते कैसे कितनों के घर हो ? लालच की आग में इतना भी जलना क्या
read moreSunil कुजूर
White जैसा भी हूं अच्छा या बुरा अपने लिये हूं, मै खुद को नही देखता औरो की नजर से….!!! ©Sunil कुजूर सच्चे दोस्त हो तुम, खुद के लिए जीने की यही सलाह!!! 😊
सच्चे दोस्त हो तुम, खुद के लिए जीने की यही सलाह!!! 😊
read moreRAMLALIT NIRALA
New Year 2025 आप सभी को मेरे तरफ से नये साल कि मकर संक्रांति कि हार्दिक शुभकामनाएं मेरे पुरे देशवासियों को आप जहां रहीये मस्त और स्वस्थ रहे बिना बिबाद के ईस जीवनशैली को आगे बडाना है जीवन के साथ साथ मेहनत भी करनी है पर सही दिशा में मैं आप सबका छोटा भाई भोजपुरी जगत का सितारा रामललित निराला आप सब कातहे दिल से नमस्कार करता हूँ ©RAMLALIT NIRALA #Newyear2025 आज का दिन शुभ हो मकर संक्रांति के
#Newyear2025 आज का दिन शुभ हो मकर संक्रांति के
read moreDR. LAVKESH GANDHI
दिल किसका एक प्रेमिका के कहने पर जब प्रेमी ने अपनी जन्म देने वाली माता का दिल कलेजे से बेध कर निकाला और अपनी प्रेमिका के पास जा पहुंँचा तो प्रेमिका ने अपने प्रेमी को धिक्कारते हुए कहा जा जा... जो पुरुष जन्म देने वाली मांँ का नहीं हुआ वह अनजान प्रेमिका का क्या होगा... ©DR. LAVKESH GANDHI #दिल # # दिल का रोग #
दिल # # दिल का रोग #
read moreRameshkumar Mehra Mehra
a-person-standing-on-a-beach-at-sunset अजाद कर दिये मैने मन पंसद लोग..! अब ना चाहत रही ना ही कोई रोग...!! ©Rameshkumar Mehra Mehra # अजाद कर दिये मैने मन पंसद लोग,ना अब कोई ख्वाईश रही ना कोई रोग....
# अजाद कर दिये मैने मन पंसद लोग,ना अब कोई ख्वाईश रही ना कोई रोग....
read moreनवनीत ठाकुर
ज़ख़्म भरते ही नहीं इस दिल के हालातों के, और बढ़ जाता है दर्द, आराम हो जाने के बा'द। ख़्वाब टूटे हैं कई पलकों के दरवाज़े पे, कुछ नहीं बचता कोई अंज़ाम हो जाने के बा'द। रूह में जलती रहीं यादों की परछाइयाँ, और ख़ाली हो गया पैग़ाम हो जाने के बा'द। एक मंज़र है अधूरे चाँद सा दिल में कहीं, और गहरा हो गया अंधेरा तमाम हो जाने के बा'द। ©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर ज़ख़्म भरते ही नहीं इस दिल के हालातों के, और बढ़ जाता है दर्द, आराम हो जाने के बा'द। ख़्वाब टूटे हैं कई पलकों के दरवाज़े पे, क
#नवनीतठाकुर ज़ख़्म भरते ही नहीं इस दिल के हालातों के, और बढ़ जाता है दर्द, आराम हो जाने के बा'द। ख़्वाब टूटे हैं कई पलकों के दरवाज़े पे, क
read moreचाँदनी
White जाने कौन सा रोग मेरे कविताओं को लगा है शब्दों का एक कतरा जिस्म पर गिरते ही कविताएँ अपने एक अंग को खा जाती है मै एक कोने मे बैठ कर खूब रोती हूँ और मेरे कविता के बहते नासूर से फिर एक जिस्म तैयार होता है हर बार हृदय काग़ज के आर पार बैठा राहगीरो से दूर अपने जख्म की तूरपाई मे कागज के सिलवटों को नोच देता है दर्द नासूर का नही, जिस्म का नही काग़ज का होता मौत तीनों को कैद करता है रूह अकेला चित्कारता है कविताएँ जहर या औषधि ही नही बनती बाकी तीन खण्डों का मूलभूत अधिकार जीवन - मरण तक स्थापित कर चुकी होती है ©चाँदनी #रोग