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Parasram Arora
भय हैँ. भय की सुरक्षा के किये हम सब उपाय कर रहे हैँ l क्या ऐसे कोई आदमी अभय हो सकता हैँ l कभी भी नहीं l अभय होने का क्या रास्ता हैँ? सुरक्षा की व्यवस्था अभय होने का रास्ता नहीं हैँ l असुरक्षा की स्वीकृति अभय होने कारास्ता हैँ l a total acceptance of insecurity जीवन असुरक्षित है इसकी परिपूर्ण स्वीकृति मनुष्य को अभय कर जाती हैँ l सुरक्षा पर विचार
MD shafique khan
मंचासीन समस्त महासयगण। श्रोता बन कर बैठे बजाज एनर्जी के कण कण।। निश्चय ही आप अपनी कामयाबी के आसमान में हैं। तो ये मेरे शब्द आपके सम्मान में हैं।। शिखर पर पहुंचना फिर भी आसान होता है। मुश्किल बुलंदी पर बने रहने का काम होता है।। पूर्ण सुरक्षा (Zero Harm) का लक्ष्य कितना प्यारा है। दिल पर रख कर हांथ ये कहिए इसमें क्या नुकसान हमारा है ? ईश्वर मानव को सचेत करता है हर एक मुकाम पे। और हम अनसुना कर देते हैं उसे बड़ी ही शान से।। फिर अफसोस लेकर बैठते हैं जब निकल जाता है तीर कमान से।। सुरक्षा उपकरणों से आपकी क्षमता कई गुना बढ जाती है। उद्योग जगत मानवता की धरोहर कहलाती है।। बेहद जरुरत है हमें दिमागों के सफाई की। सब ईश्वर की मर्जी से हो रहा है एक साथी ने सफाई दी।। किसी का अनुभव उन्हें सुरक्षा उपकरणों के वरण से रोकता है । उन्हें क्या पता इकाई सेकंड में गिरा नट बोल्ट बम की तरह ठोकता है ।। 1200 ग्राम का हेल्मेट आपके गवर्नर की देखभाल के लिए है। आपके बच्चे रहें सलामत और परिवार हो खुशहाल के लिए है।। उद्योग का क्या है उसको चलाने वाले हजार मिल जाएंगे। हां मगर आपको कुछ हुआ तो ये आपके बच्चे सपना भी नहीं देख पाएंगे।। ©MD shafique khan सुरक्षा सप्ताह में औद्योगिक सुरक्षा के लिए लिखी एक कविता।
Neetesh Lodhi
किसी की सुरक्षा ना कर सको तो उसे मारो मत ..! ©Neetesh lodhi Lodhi सुरक्षा
Gautam Bisht
Vote कोविड 19 की रोकथाम के लिए प्रत्येक उम्रदराज़ ब्यक्ति वैक्सीन लगवाए, सुरक्षित रहे, ©Gautam Bisht सुरक्षा।
Parasram Arora
सुरुक्षा यानी कब्र कब्र से ज्यादा सुरक्षित क्या कोई जगह पा सकते हों? लोग ज़िंदा ज़िदा अपनी कब्र बना लेते हैँ अपने को सब तरफ से सुरक्षित कर लेते हैँ न कोई सूरज की किरण न कोई हवा का झोंका न कोई जीवन का कष्ट न कोई चुनौती न कोई संघर्ष मरने को भी अब क्या बचा. मौत भी आएगी तो पछताएगी क़ि इस आदमी क़े पास नाहक आना हुआ ये तो पहले ही मर चुका था ©Parasram Arora सुरक्षा......