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Adhura Shayar
Has ke guzaar leta hu main din apna ! khud se to main tanha raat main milta hu !! ©Adhura Shayar #diary #shyari #writer
Naushad Nasar
शब्दों के उच्चारण से कब शांति मन को मिलती है ये बात है बस अलबेली सी मस्तानी सी दीवानी सी ©Naushad Nasar #diary
अगबर
ना मीठे हैं ना मीठा बनने की आदत हैं हम तो वो सच हैं ज़ो हमेशा कडवे लगते ©अगबर #diary
Adhura Shayar
Aaj phir dum ghutne laga hai mera ! na jaane kisne gale lagaya hoga usse !! ©Adhura Shayar #diary #shyari
Adhura Shayar
Shikayaat bhot si karni thi unse ! usne gale laga ke sara hisaab bigaad diya !! ©Adhura Shayar #diary #shyari #writer
Sandeep Sagar
जब भी कुछ कहने की बात आती थी तो मैंने हमेशा से सोच रखा था कि खत लिखूँगा पर किसको ये पता नहीं था और आज समझ आया कि खत लिखना जरूरी है किसको लिखना है ये जरूरी नहीं है क्योंकि खत खुद ब खुद अपना पता ढूँढ लेती है वक़्त के साथ।नए दौर में प्रेम करना जितना आसान है उस से ज्यादा आसान है उस प्रेम से दूर हो जाना और मुझे ऐसा लगता है उन सारे लोगों को प्रेम करने से पहले सीख लेनी चाहिए खत लिखना।हम प्रेम को दिखा नहीं सकते पर महसूस जरूर करा सकते है।शब्दों का जादू प्रेम में कबूतर होता है जो आपके एहसासों को अपने अंदर भर के प्रेम के सागर में नाव बनता है।अगर प्रेम है तो खत लिखो और खत लिखते हो तो तुम प्रेम में हो। ©Sandeep Sagar sagar ki diary se 📖🖋
Adhura Shayar
Sara din guzar jata hai khud ko sametne main ! Phir raat ko teri yaad ki hawa chalti hai or bikhar jata hu main !! ©Adhura Shayar #diary #shyari #writer
Madhu Gupta
"कलम" मैंने अपने सारे आँसू छुपा रखे अलमारी में। तुम भी सुन लो कलम प्यारी हम तुम बिन अंधियारे में।। कब सुनोगी दिल की बात प्यास बहुत है आँखों में। शब्द बहुत है ज़ख़्मी कहने को क्यों नहीं आ रही झासें में।। कलम सुनो तुम बात हमारी मत बैठो बंजारेपन में। ऊँगलियां मेरी तड़प रही है बहुत कुछ तुम्हें बतलाने में।। पेपर भी तो पड़ा हुआ है सदमा और वीराने में। प्यास बुझा दो उसकी तुम लिपट जाओ अक्षर बना दामन में।। तोड़ दो मौन आज अपना तुम रच दो इतिहास ज़माने में। मत दूरी अपनाओ मुझे से भर लो मुझको झट से बाँहों में।। चीख़ रहे हैं अंदर से शब्द पड़े मन के मैखाने में। तुम्हीं तो हो साथी संगी फ़िर क्यों हो अनजाने में।। मधु गुप्ता "अपराजिता" ©Madhu Gupta #diary