Find the Latest Status about फकीर from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, फकीर.
dilkibaatwithamit
White बड़े मायूस हो हमदर्द का दर देख आये क्या किसी की आसतीं में तुम भी खंजर देख आये क्या बड़े खामोश बैठे हो बड़े गमगीन से हो तुम किसी की आँख में डूबा समन्दर देख आये क्या बड़े मगरूर थे कल तक कि अब मजबूरियाँ कैसी कहीं हारा हुआ तुम भी सिकन्दर देख आये क्या लुटाने पर तुले हो क्यों कमाई है जो’ बरसों में फकीरों की अमीरी में कलन्दर देख आये क्या __________ ©dilkibaatwithamit बड़े मायूस हो हमदर्द का दर देख आये क्या किसी की आसतीं में तुम भी खंजर देख आये क्या बड़े खामोश बैठे हो बड़े गमगीन से हो तुम कि
बड़े मायूस हो हमदर्द का दर देख आये क्या किसी की आसतीं में तुम भी खंजर देख आये क्या बड़े खामोश बैठे हो बड़े गमगीन से हो तुम कि
read moreJAGAT HITKARNI 274
• हजार हजार शुक्र उस जोतीस्वरुप नीरंजन नीराकारका है किं जिसने जमीन व आसमानको बनाया और तमाम सृष्टीको पैदाकीया परंन्तु उस की कारीगरीका भेद किसी पर जाहीर नहीहुआ कि क्या भेदहै फिर मेंरी जबानसे इश्वर परमात्माकी तारीफ अदा नहीहोसक्ती और दूसरा मजमुन बतौर समुद्र केहै सो कलमसे लिखा जाताह कि जो२करतब मैने इन सौदागर महाजनान-के देखे वोह अजब तरहके नजर आये जिससे मुझ गरीब साध अनुपदासको तमांम जहांनके हिंन्दु मुसलमान और साध संत और पण्डित फकीर और मुल्कों मुल्कोंके राजा महाराजा और सातों आठों और सब-विलायतोंके बादशाह और दीगर अंग्रेज वगैराकी खिदमतमें हाथ जोङकर अरज;करना लाजिम आया कि जिसको जादूचाला और राक्षस विधा और काफिर विधा और इन्द्रजाल कहतेहैं वोह एक किसमका पापहै कि जिस्तरहसे रावणने चलायाथा और मेह और मौतको कबजेमें करलीथी पापके सबबसे याने होम करा२के बुद्धी भी भ्रष्ट करदीथी इन्द्रजालके पापसे और काल वगैरा, पङा२करके लक्षमी अपने काबूमें करके लंकामें लेगयाथा और उसीतरहसे- हिरनाकश राजानेभी चलायाथा और उसीतरहसे कंन्स राजानेभी चलायाथा और उसीतरहसे कारुन बादशाहनेभी चलायाथा और रावण हिरनाकश कंस कारुन वगैराकी तरहसे बल राजाके बादसे इन सौदागर महाजनाननेभी-राक्षस विधाका पाप चलायाहै सोइन बनियोंनेभी मेहको और मोतको सहारे करलीहै और बुद्धी भ्रष्ट करदीहै ..... • सोइस.बातका.इन्साफकीया चाहीये क्युंकि इन्साफके-करनेसे,खुद,मालुम,होजावेगा- ... ( २२९ ) साध अनुपदास- लीखी- कीताब - [ जगतहीतकारनी ] ( २७४ ) पढ़ें छावणी ऐरनपुरा, शिवगंज - ३०७०२७ (राज.) संपर्क :- 02976-273024 , 8905653801 www.jagathitkarnioriginal.org ©JAGAT HITKARNI 274 • हजार हजार शुक्र उस जोतीस्वरुप नीरंजन नीराकारका है किं जिसने जमीन व आसमानको बनाया और तमाम सृष्टीको पैदाकीया परंन्तु उस की कारीगरीका भेद कि
• हजार हजार शुक्र उस जोतीस्वरुप नीरंजन नीराकारका है किं जिसने जमीन व आसमानको बनाया और तमाम सृष्टीको पैदाकीया परंन्तु उस की कारीगरीका भेद कि
read moretheABHAYSINGH_BIPIN
White अपनी गलती माने कौन, अपनी बहाने माने कौन। बैठे हैं सभी शराफ़त ओढ़े, ओढ़ी शराफ़त माने कौन। कहने को हैं कितनी बातें, मेरे बिना मुझको समझाए कौन। समझ से परे हैं दुनिया की बातें, ये दुनियादारी सिखाए कौन। कुछ दिन से यार बना है जाम मेरा, सरे बाज़ार दुःख को बताए कौन। एक सदी लुटाई संवारने में ख़ुद को, आशियाने में खुद को लुटाए कौन। अपनी तो कटी है फकीरी में उम्र, चंद घड़ी दिखावे की दिखाए कौन। ©theABHAYSINGH_BIPIN #sad_quotes अपनी गलती माने कौन, अपनी बहाने माने कौन। बैठे हैं सभी शराफ़त ओढ़े, ओढ़ी शराफ़त माने कौन। कहने को हैं कितनी बातें,
#sad_quotes अपनी गलती माने कौन, अपनी बहाने माने कौन। बैठे हैं सभी शराफ़त ओढ़े, ओढ़ी शराफ़त माने कौन। कहने को हैं कितनी बातें,
read more