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Stories related to मरोड़ा लादू बाजूदार बंगड़ी

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santosh suthar

चूड़ी बंगड़ी..💕 #समाज

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ganesh kadam

एवढी बंधने लादू नका #Talk

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bharmalchoudhary7

राजस्थान की बणी-ठणी कला और संस्कृति के साथ न्यु सोन्ग बन्नी सा रे लाल बंगड़ी https://youtu.be/sc8pb0St3pk 👆🏻👆🏻👆🏻👆🏻👆🏻👆🏻👆🏻👆🏻👆🏻👆🏻 #RAJASTHANI #Sadhi

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Naheed Rafi

ख्वाहिश है तो बस इतनी सी सुकून के कुछ पल हो। उलझनों को सुलझा दे मेरे मौला काश! इनका कोई हल हो। भ्रम तो बहुत था और था ज़रा सा गुमान भी वक़ #Life_experience #LostTracks

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ख्वाहिश है तो बस इतनी सी 
सुकून के कुछ पल हो।
उलझनों को सुलझा दे मेरे मौला 
काश! इनका कोई हल हो।




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©Naheed Rafi ख्वाहिश है तो बस इतनी सी 
सुकून के कुछ पल हो।
उलझनों को सुलझा दे मेरे मौला 
काश! इनका कोई हल हो।
भ्रम तो बहुत था 
और था ज़रा सा गुमान भी
वक़

Amanjainapj👑

#HindiDiwas2020 #Hindi #nojotohindi #nojotoenglish #Jain #na #Ka #kavita #maa Anshu writer Pooja Singh Akanksha jain Rahul Kavi (892

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Poonam Suyal

नारी की दशा देश हमारा चाहे हो गया है स्वतंत्र नारी की दशा है वही, वो अब भी है परतंत्र उसे तो पैदा भी नहीं होने दिया जाता आज़ादी तो है #yqdidi #yqrestzone #collabwithrestzone #yqrz #rzhindi #rzकाव्यशाला #rzकाव्यसंदर्भ

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नारी की दशा 

(अनुशीर्षक में पढ़ें) नारी की दशा 

देश हमारा चाहे हो गया है स्वतंत्र 
नारी की दशा है वही,
वो अब भी है परतंत्र 

उसे तो पैदा भी नहीं होने दिया जाता 
आज़ादी तो है

Dr.asha Singh sikarwar

अपने  खिलाफ़ ' डाॅ . आशा सिंह सिकरवार -------------------------------------' चाहे जहाँ छिपाकर रख दो वे पा लेंगे चाहे रख दो आदिम नक्शा क #Quotes #Society #poem #addiction #drugs

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अपने  खिलाफ़ ' डाॅ . आशा सिंह सिकरवार 
-------------------------------------'


चाहे जहाँ छिपाकर रख दो 
वे पा लेंगे 
चाहे रख दो आदिम नक्शा के भीतर 
बना लेंगे सुरंग वे 
आडी तिरछी लकीरें 
बाहर से भीतर प्रवेश जहर 

जिनकी जेबें खाली होती हैं
होती हैं उनकी भी जरूरतें 
मन मारकर रह जाते हैं 
अनिवार्यता और सुविधाओं के बीच
लकीर पर दम तोड़ती आधी आबादी   
कई चीजों पर जोंक की तरह चिपक जाती हैं निगाहें  
सपने में खुलती हैं  जिनकी खिड़कियाँ 

अंधेरे में भटकते हैं 
टकराते हैं अपनी लाचारी, बेबसी  पर 
उनका भी मन डगमगाता  है 
आदर्शवादी भूमि पर 

उनके भीतर  जागती हैं अदम्य इच्छाएँ    
डी ओ,  जूते और नयी कमीज़ 
आँखों पर रंगीन चश्मा पहनकर 
दुनिया की खूबसूरती
आँकने का 
उनका भी अरमान होता है 


डॉ .आशा सिंह सिकरवार अहमदाबाद ।

©Dr.asha Singh sikarwar अपने  खिलाफ़ ' डाॅ . आशा सिंह सिकरवार 
-------------------------------------'


चाहे जहाँ छिपाकर रख दो 
वे पा लेंगे 
चाहे रख दो आदिम नक्शा क
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