Find the Latest Status about आये मैया के नवराते from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, आये मैया के नवराते.
Mohan Sardarshahari
White अब वो लोग कहां हैं जो समझे कि कोई शिकायत तो नहीं अब शिकायत वाली बात बोलते हैं तोलते हैं कि शिकायत आये नहीं।। ©Mohan Sardarshahari # शिकायत आये नहीं
# शिकायत आये नहीं
read moreदक्ष आर्यन
शाही स्नान करने तुम भी कुम्भ के मेले गए थे क्या? पुण्य कमाने गए थे या पाप धोने गए थे क्या? मन मेला करके गए थे जो, वो साफ करके आये हो क्या? पाप धोके आये हो या पाप करके आये हो क्या? रूह को भीगाया है या जिस्म से नहाके आये हो! क्या पछतावे वाले आंसू गंगा मे बहाके आये हो! या सिर्फ भीड़ का हिस्सा बनने गए थे तुम या भेड़चाल मे दिखावा करने गए थे तुम जो भगदड़ मे दब के मर गए उसके तुम भी जिम्मेदार हो तुम पुण्य से पहले पाप के हक़दार हो अब बताओ सच बताना क्या इंसाफ करके आये हो कुछ पुण्य कमाया या सिर्फ बदन साफ करके आये हो ऐसा ही नहाना था तो घर मे भी नहा सकते हो पाप ही धोने है तो भूखे को रोटी खिला सकते हो, प्यासे को पानी पिला सकते हो, इस रास्ते से तुम कभी भी पुण्य कमा सकते हो ©दक्ष आर्यन शाही स्नान करने तुम भी कुम्भ के मेले गए थे क्या? पुण्य कमाने गए थे या पाप धोने गए थे क्या? मन मेला करके गए थे जो, वो साफ करके आये हो क्या?
शाही स्नान करने तुम भी कुम्भ के मेले गए थे क्या? पुण्य कमाने गए थे या पाप धोने गए थे क्या? मन मेला करके गए थे जो, वो साफ करके आये हो क्या?
read morePrakash writer05
एक मुद्दत से नहीं गाँव में नज़र आये हैं रोज़ी रोटी के लिये छोड़ के घर आये हैं चल रही हैं ज़िन्दगी बस किश्तों के भरोसे, इन्ही रास्तो से चलकर हम शहर आये हैं . ©Prakash writer05 एक मुद्दत से नहीं गाँव में नज़र आये हैं रोज़ी रोटी के लिये छोड़ के घर आये हैं चल रही हैं ज़िन्दगी बस किश्तों के भरोसे, इन्ही रास्तो से चलकर
एक मुद्दत से नहीं गाँव में नज़र आये हैं रोज़ी रोटी के लिये छोड़ के घर आये हैं चल रही हैं ज़िन्दगी बस किश्तों के भरोसे, इन्ही रास्तो से चलकर
read moredilkibaatwithamit
मुझसे मिलने आये, तो इतना श्रृंगार ना रख। इक बिंदी, दो चूड़ी, इक नथ बस पा के रख। आज मिली तो कल बिछड़ने का भी दस्तूर होगा, ये लाली, काजल, पायल, सनम के लिए संभाल के रख। ©dilkibaatwithamit मुझसे मिलने आये, तो इतना श्रृंगार ना रख। इक बिंदी, दो चूड़ी, इक नथ बस पा के रख। आज मिली तो कल बिछड़ने का भी दस्तूर होगा, ये लाली, काजल, प
मुझसे मिलने आये, तो इतना श्रृंगार ना रख। इक बिंदी, दो चूड़ी, इक नथ बस पा के रख। आज मिली तो कल बिछड़ने का भी दस्तूर होगा, ये लाली, काजल, प
read moredilkibaatwithamit
White बड़े मायूस हो हमदर्द का दर देख आये क्या किसी की आसतीं में तुम भी खंजर देख आये क्या बड़े खामोश बैठे हो बड़े गमगीन से हो तुम किसी की आँख में डूबा समन्दर देख आये क्या बड़े मगरूर थे कल तक कि अब मजबूरियाँ कैसी कहीं हारा हुआ तुम भी सिकन्दर देख आये क्या लुटाने पर तुले हो क्यों कमाई है जो’ बरसों में फकीरों की अमीरी में कलन्दर देख आये क्या __________ ©dilkibaatwithamit बड़े मायूस हो हमदर्द का दर देख आये क्या किसी की आसतीं में तुम भी खंजर देख आये क्या बड़े खामोश बैठे हो बड़े गमगीन से हो तुम कि
बड़े मायूस हो हमदर्द का दर देख आये क्या किसी की आसतीं में तुम भी खंजर देख आये क्या बड़े खामोश बैठे हो बड़े गमगीन से हो तुम कि
read moreSanjeev0834
जीते जी पानी न पूछा किसी ने, उसके जाने के बाद समंदर ही ले आये I गए तो थे गंगा में पाप धोने, जिस्म साफ़ था पाप सब अंदर ही ले आये No one asked for water while alive, after his death we brought the ocean. We went to Ganga to wash away our sins, our body was clean but we brought all the sins inside ©Sanjeev0834 #जीते जी #पानी न #पूछा किसी ने, उसके जाने के बाद #समंदर ही ले आये I गए तो थे #गंगा में #पाप #धोने, #जिस्म साफ़ था पाप सब #अंदर ही ले आये #b
राकेश रोसन
White अगर राम भद्राचार्य जी जगत गुरु है तो फिर किर्शनम वन्दे जगत गुरु कोन है ©राकेश रोसन #sad_qoute अगर सवाल समज आये तो जवाब देना
#sad_qoute अगर सवाल समज आये तो जवाब देना
read moreF M POETRY
a-person-standing-on-a-beach-at-sunset समंदर के किनारे आ के अक्सर बैठ जाता हूँ.. सुना है दिल के दर्द-ओ-ग़म समंदर सोख लेता है.. यूसुफ़ आर खान... ©F M POETRY #समंदर के किनारे आ के अक्सर..
#समंदर के किनारे आ के अक्सर..
read moretheABHAYSINGH_BIPIN
White नभ में काले बादल आये, अपने संग बारिश लाए। हवा संग इठलाते बादल, हवा संग ये पानी लाए। देखो काले बादल आये, कहा से और ऊपर जाएं। कितने पास बादल आये, हमको छूने बादल आये। किसने दिया पता मेरा, मेरे घर को बादल आये। देखो मुझपे गरज रहे हैं, संग अपने अंधेरा लाए। किसने छेद किया इसमें, जो बूँद-बूँद पानी गिराए। देखो काले बादल आये, नभ में काले बादल आये। इसको किसने बुलाया है, आंधी संग बिजली लाए। देखो कितने पास ये बादल, जैसे देखो पेड़ों को छू जाएं। ©theABHAYSINGH_BIPIN #badal #kavita #barish नभ में काले बादल आये, अपने संग बारिश लाए। हवा संग इठलाते बादल, हवा संग ये पानी लाए।
F M POETRY
Unsplash आज फिर याद वो आये मुझको.. याद आये तो रुलाये मुझको.. यूसुफ़ आर खान... ©F M POETRY #आज फिर याद वो आये....
#आज फिर याद वो आये....
read more