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Matangi Upadhyay( चिंका )

वक्त की कीमत,🤔 #matangiupadhyay #Hindi #thought Life

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प्रेम से भी कठिन क्या है? 
जो प्राप्त है उसे बचाना...!
कितना सरल और सुखद लगता है, 
शुरुआती दौर का प्रेम...
 जब हम किसके लिए "जान" भी 
देने को भी तैयार हो जाते हैं 
लेकिन कितना "दुखद और पीड़ादायक" है
 वो पल... जब हम बाद में  उसी शख़्स को
"वक्त" भी नहीं दे पाते हैं...!

©Matangi Upadhyay( चिंका ) वक्त की कीमत,🤔
#matangiupadhyay #Nojoto #hindi #thought #Life

आधुनिक कवयित्री

वक्त........?

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एक सवाल 🏆

©आधुनिक कवयित्री वक्त........?

Deependra Dubey

#वक्त की समझ सायरी मोटिवेशन

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Unsplash वक्त की कीमत समझ कर, 
तू अपना जीवन सजा सकता है।
वक्त की कीमत समझ कर,
तू अपने लक्ष्य को पा सकता है।
वक्त की कीमत समझ कर,
अपने जीवन में हर खुशियां ला सकता है।

©Deependra Dubey #वक्त की समझ सायरी मोटिवेशन

नवनीत ठाकुर

#वक्त की रेत हाथों से यूँ फिसलती रही, हर ख्वाब के पीछे, गहरे दर्द का ग़म छुपा हुआ मिला।

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वक्त की रेत हाथों से यूँ फिसलती रही,
हर पल में एक नई तलाश, जीने की राह चली।
छोटी सी जिंदगी, एक बड़ी सी दास्तान बन गई,
कुछ खोने के बाद ही, उसकी असली कीमत समझी हमने।

वक्त ने सब कुछ छीन लिया, पर बहुत कुछ सिखा भी दिया,
हर ख्वाब के पीछे, गहरे दर्द का ग़म छुपा हुआ मिला।
वक्त ने छीना, मगर आईना भी साफ़ दिखा गया,
जो मिला था, उसे संभालना हमें सिखा गया।

©नवनीत ठाकुर #वक्त की रेत हाथों से यूँ फिसलती रही,
हर ख्वाब के पीछे, गहरे दर्द का ग़म छुपा हुआ मिला।

Riyanka Alok Madeshiya

#वक्त

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White ये वक्त जो..... 
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ये वक्त जो गुजर रहा है,,, 
हाथों से रेत की तरह फिसल रहा है, 
कसती हूँ ;मुट्ठी को जितना-
उतनी  तेजी से निकल रहा है, 
मन होकर विकल मेरा
उससे ये याचना कर रहा है कि-
थोड़ा- सा थम जाओ ना ;इतनी भी क्या जल्दी है!
शेष तो अभी कहाँ,,,! 
कृत्यों की कतार अभी बहुत ही लम्बी है,,,! 
जीवन- पथ की ये सड़क अभी तो बहुत ही कच्ची है। 
खुश होना है; खुश करना है, 
जीवन के उद्देश्यों को पूरा करना है, 
मानव की इस आकाशगंगा का सूरज मुझको बना है। 
चलो! तुम थमो नहीं,
लेकिन रफ्तार धीमी तो कर सकते हो,,, 
कार्यों को सिद्ध करने में सहयोग तो कर सकते हो। 
हौसले में तो है; कमी नहीं , 
चल भी रही हूंँ तेज ;लेकिन अपनों से थोड़ी सी अपनेपन की प्रतीक्षा है। 
आएगा वह दिन भी जब तुम-
स्वयं को मुझमें पा कर इतराओगें, 
खुश हो जाओगे जब तुम; मेरे नाम से भी पुकारे जाओगे। 
थोड़ा- सा थम जाओ ना ;इतनी भी क्या जल्दी है! 
शेष तो अभी कहाँ,,,! 
कृत्यों की कतार अभी बहुत ही लम्बी है....!

रियंका आलोक मदेशिया

©Riyanka Alok Madeshiya #वक्त
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