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Indu Bala Mishra
भिखारिन 🎭 देखा था मैंने उसे, सूनी सड़कों पे टहलते हुए। कभी रोती, कभी हसती थी, अपनी दुखों को समेटे हुए। जाड़े की रात हो, या गर्मी की धूप हो। देखा था मैंने उसे, चिथड़ों में लिपटे हुए।। बिखरी जुल्फों से झांकती, उसकी सूनी आंखें। खोजती दानियों से, खाने को कुछ पाने के लिए, देखा था मैंने उसे, भूखे फुटपाथों पे सोए हुए।। सोचा था उसने कभी, सुखी जीवन जीने को। सुख तो मिला नहीं, दुआ मांगती मरने के लिए। देखा था मैंने उसे, सूनी सड़क पे मरते हुए।। ©Indu Bala Mishra #भिखारिन
Writer @143
दुआ मांगी थी आशियाने की,, चाल पड़ी आंधी जमाने की,,, मेरा दर्द कोई नहीं समझ पाया। क्योंकि मुझे आदत थी मुस्कुराने की। ©Writer @143 #boatclub अंधी
Parasram Arora
इस अंधी गली. से गुज़रने क़ी भूल मत करना. पहले भी हज़ारो यहां से गुज़र कर गुम ही चुके हैं ©Parasram Arora अंधी गली
usha
मोहब्बत के नशे में हमने उसे खुदा बना डाला, समझा माँ बाप से ऊपर उसने हमें चूहे की तरहा कुतर डाला,लुटाते रहे मोहब्बत की बारिश हम तो भीग गये पर वो तो हमारा छाता भी ले भागा मोहब्बत के नशे में हमने उसे खुदा बना डाला हम पागल थे जो उसे अपना खुदा बना डाला अब तो रह गये खाली हाथ ,उसनें हमें मुश्किल घड़ी में,भरी महफ़िल में अकेला छोड़ डाला कुत्ता कमीना भिखारी मेरा खुदा बना डाला,मोहब्बत के नशे में हमने उसे खुदा बना डाला... । usha.....✍ #अंधी मोहब्बत
Azhar Azad Khan
रकीब जिसकी खूबसूरती में तू गिरफ्तार है, बन्द आंखों से भी मुझे उस शख़्स प्यार है। ©Azhar Azad Khan अंधी मोहब्बत
Sabir Khan
अंधी दौड़ का हिस्सा तो अंधे भी नहीं बनते, फिर तो हम आंखों वाले हैं। किसी के कुछ कहने के बाद अपनी बुद्धिमत्ता दिखाईये,,,, दूरगामी परिणाम आपके पक्ष में आयेंगे। अंधी दौड़
Khushboo Kumari
वो अंधी सुरंग आज भी रोशन हो जाती है, उन जुगनुओं की बदौलत, जो शाम ढलते ही सुरंग के पास आ जाते हैं, दरकती-बिखरती उन दिवारों से लिपटकर अपनी मोहब्बत की रोशनी आजाद करते है। यकीनन सुरंग कठोर है, पर वो भी एक दिल रखती है, रातों को अक्सर जुगनुओं को अपने सायें में छिपा लेती हैं, बेशर्त प्यार से वो भी भर जाती है, वो अंधी सुरंग आज भी रोशन हो जाती है..। उन जुगनुओं की बदौलत..। #अंधी सुरंग #Nojotohindi
Pushpendra Pankaj
खेल है एक दुनिया दारी , पहले मेरी फिर तेरी बारी । कहीं प्रदर्शन का अवसर , कहीं बेचारी या लाचारी ।। पुष्पेन्द्र "पंकज" ©Pushpendra Pankaj प्रटर्शन -एक अंधी दौङ