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राजीव भारती
सद्व्यवहार कब तक़ शब्द जाल में किसी को उलझाकर रखोगे अपनी हरकतों से लोगों को हरपल ही सताते रहोगे एक न एक दिन तो झूठ की हांडी फूटनी है आखिर भेद खुल जायेगी और नज़रों में सबके गिर जाओगे कल क्या होना ये आखिर किसी को भी नहीं मालूम वक्त बदल देगा और तुम भी सबकुछ सीख जाओगे सद्व्यवहार जीवन का मूलमंत्र जब ये जान जाओगे खुद सुखी रहके तुम औरौं को भी सुखी रख पाओगे ईर्ष्या, द्वेष, घृणा, कुटिलता गर मन से दूर भगाओगे व़ प्रेम और अनुराग से हर शख्स को गले लगाओगे ऊंच-नीच का भेद न अपने मन में कभी भी लाओगे तो श्रद्धापूर्वक हर शीश खुद के समक्ष झुका पाओगे राजीव भारती पटना बिहार गृह नगर ©Rajiv Ranjan Verma #सद्व्यवहार #lotus
M R Mehata(रानिसीगं )
जय माता दी 🌺 अजीब प्रचलन चला है जैसे के साथ वैसा ही व्यवहार .... मतलब कुत्ते के साथ कुत्ते बन जाओगे क्या जब वो भोकेगा तो आप भी उसके जवाब में भोकोगे इंसान हो इंसानियत दिखाओ सामने वाले जब अभद्र व्यवहार नहीं त्याग सकते तो आप कैसे सद्व्यवहारो का त्याग कर सकते हैं 🌺किसी को देख स्वंय को ना बदले 🌺 ©M R Mehata(रानिसीगं ) #yaadein सद्व्यवहार
Rahul Shastri worldcitizens2121
Safar July 10,2019 सत्संग का अर्थ होता है गुरु की मौजूदगी! गुरु कुछ करता नहीं हैं, मौजूदगी ही पर्याप्त है। ओशो सत्संग का अर्थ
Aman Baranwal
मिट्टी का जिस्म और आग सी ख्वाहिशें, खाक होना लाजमी है, क्योंकि आदमी आखिर आदमी है! जीवन का अर्थ
divya...
इश्क़ आज भी है मगर राधा- कृष्ण जैसा नहीं ... होगे एक - आध भी उनके जैसे अगर... तो उनको चैन का जीवन नहीं... लोगो को प्रेम का हर दस्तूर झुटा लगता है... क्योंकि उन्होंने कभी किसी से .... सच्चा प्रेम किया ही नहीं... प्रेम का अर्थ...
Kumar Gunjan
"सफलता" कभी भी अर्थ शिक्षा, पद या गरिमा द्वारा निर्धारित नहीं की जा सकती सफलता एक संतुष्टि हैं, जिसे आप निर्धारित करते है। सफलता का अर्थ
नागेंद्र किशोर सिंह ( मोतिहारी, बिहार।)
जीवन का अर्थ ..........…........... इस पृथ्वी पर मानव आता है, जीता है,चला जाता है। लेकिन जीने का अर्थ कम ही लोग समझ पाते हैं। जिस जीवन में दया,क्षमा,परोपकार न हो उसका कोई अर्थ नहीं होता।त्याग भी जीवन का एक अभिन्न अंग है। लेकिन समय, काल और परिस्थिति के अनुसार कब किसका त्याग करना उचित होगा इसका भी ज्ञान होना बहुत जरूरी है। सुमार्ग पर चलना,कल्याणकारी काम करना ही जीवन का अर्थ होता है। ©नागेंद्र किशोर सिंह ( मोतिहारी, बिहार।) # जीवन का अर्थ।