Nojoto: Largest Storytelling Platform

New शाम तेरी बंसी Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about शाम तेरी बंसी from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, शाम तेरी बंसी.

Nurul Shabd

हिमांशु Kulshreshtha

तेरी यादों की..

read more
Unsplash तेरी यादों की 
ओढ़ कर  चादर 
तेरे ख्यालों की गलियों में 
की हैं हम ने आवारागर्दियाँ
बस यूँ ही 
काटी है हमनें 
दिसंबर की सर्दियाँ!!

©हिमांशु Kulshreshtha तेरी यादों की..

F M POETRY

#तेरी बाहों में...

read more
Unsplash आरज़ू है यही तमन्ना है..

तेरी बाहों में जीना मरना है..

यूसुफ़ आर खान...

©F M POETRY #तेरी बाहों में...

Bhupendra Ganjam

#library आवाज लगाऊँ फुर्सत से, तुमको एक शाम मेरे दिल मे तेरी यादें ठहर क्यूँ नही जाती.. shayari status Kartik Aaryan shayari sad

read more
Unsplash आवाज लगाऊँ फुर्सत से, तुमको एक शाम
मेरे दिल मे तेरी यादें ठहर क्यूँ नही जाती..

©Bhupendra Ganjam #library आवाज लगाऊँ फुर्सत से, तुमको एक शाम
मेरे दिल मे तेरी यादें ठहर क्यूँ नही जाती.. shayari status Kartik Aaryan shayari sad

विष्णु कांत

तेरी याद

read more

Rajesh Sharma

#leafbook श्याम तेरी मेहरबानी

read more
Unsplash श्याम तेरी मेहरबानी होनी चाहिए
ग़मो की कुर्बानी होनी चाहिए
खुशनुमा रहे मंजर हमेशा
ऐसी जिंदगानी होनी चाहिए 
क्या पता किसी का,
क्या दौर आ जाए
आज समय मजबूत, 
कल कमजोर आ जाए
श्याम तेरी मेहरबानी होनी चाहिए

©Rajesh Sharma #leafbook 
श्याम तेरी मेहरबानी

Rajesh Kumar

तेरी आंखों का नशा

read more
यह न पूछो कि मैं कैसे जिया करता हूं
अपने जख्मों को मैं कैसे सिया करता हूं
असहनीय दर्द को मिटाने के लिए
तेरी आंखों का जाम पिया करता हूं

©Rajesh Kumar तेरी आंखों का नशा

Avinash Jha

White याद आती है वो शाम

याद आती है वो शाम, जब सूरज ढलता था,
आंगन में बैठकर, चाय का कप सजता था।
हवा में थी खुशबू, मिट्टी की सौंधी-सौंधी,
हर कोने में थी ख़ुशी, हर बात थी मीठी-मीठी।

गली में बच्चों की हंसी, और पतंगों का खेल,
उन दिनों का हर लम्हा, जैसे कोई सुंदर मेल।
दादी की कहानियां, जो दिल को बहलाती थीं,
वो गाने, जो माँ गुनगुनाती थीं।

सांझ के दीपक, जो अंधेरे को मिटाते थे,
हमारे सपनों में उजाले भर जाते थे।
खुला आकाश, तारे गिनने का जुनून,
जैसे हर रात थी कोई अनोखा सुकून।

वो दोस्ती, जिसमें दिखावा न था,
हर बात में बस अपनापन था।
मिट्टी के घरों में भी, खुशियों का वास था,
कम साधनों में भी, भरपूर उल्लास था।

अब वक़्त बदला, पर दिल वही ठहरा है,
उन बीते पलों का जादू आज भी गहरा है।
याद आती है वो शाम, वो मासूम दिन,
जिनमें छिपा था सच्चा जीवन का संगम।

©Avinash Jha #याद #शाम

F M POETRY

#शाम है...

read more
White आजा मेरे ख्वाबों की महज़बीन शाम है..
आ देख मेरे साथ क्या हसीन शाम है..

तन्हाँ न समझ आएंगे रंगीन नज़ारे..
आ मैं तुझे दिखाता हुँ रंगीन शाम है..


यूसुफ़ आर खान....

©F M POETRY #शाम है...
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile