Nojoto: Largest Storytelling Platform

New 'आजादी और मुसलमान' Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about 'आजादी और मुसलमान' from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, 'आजादी और मुसलमान'.

Parasram Arora

तारीफ और तालिया

read more
Unsplash उसकी तारीफ़ भी  क़ी और कई बार उसकी  शान मे तालिया  भी बजाई 

इसके बावजूद किसी का दर्द तुमने कम होते हुए कभी देखा है क्या,=?

©Parasram Arora तारीफ  और तालिया

Parasram Arora

आदम और ईव

read more
Unsplash वो दिन याद करो 
ज़ब ये आदमी पहले  "आदम "  था 
और स्त्री "ईव " थीं 

तब न आखर था न शब्द न लिपि 
न कोई आपस मे संवाद था 
तब केवल ध्वनि थीं तरंग थीं लय थीं
इसके बाद वो ध्वनि  कब  संगीत बनी कब सरगम मे तब्दील हुई कोई नहीं जानता
लेकिन वो "आदम " तब तक आदमी और  वो ईव स्त्री मे  रूपांतरित 
 हो  गए थे

©Parasram Arora  आदम और ईव

अदनासा-

#हिंदी #हाथ #लोग #सियासत #हिंदू #मुसलमान #good_night #Instagram #Facebook #अदनासा शेरो शायरी शायरी हिंदी हिंदी शायरी दोस्ती शायरी

read more
White सुना है जो लोग कल तक खेत खलिहान की कहा करते थे
वो आज रोज़ सुबह-शाम हिंदू मुसलमान किया करते है
वाह..सियासत लगता है भूल गया जो सयाने कहा करते थे
सभी खाली हाथ ही आते है खाली हाथ ही चले जाते है

©अदनासा- #हिंदी #हाथ #लोग #सियासत #हिंदू #मुसलमान #good_night #Instagram #Facebook #अदनासा 

 शेरो शायरी शायरी हिंदी  हिंदी शायरी दोस्ती शायरी

Parasram Arora

आदर्श और संवेदनाये

read more
White हमारे  आदर्शी को पस्तझनी देने मे समर्थ है हमानी विचलित  चेतनाये
 
तभी तों  रेत मे मुंह छुपा कर रहती है  हमारी अनसुलझी समस्याएं 

जबकि अंतकाल तक हम फेरते रहते है मुर्ख 
सपनो की  मालाये
शायद इसीलीये  डूब चुके है हमारे भाव  और ख़ो चुकी है  संवेदनाये

©Parasram Arora आदर्श और संवेदनाये

Ashok Verma "Hamdard"

#गांव और शहर

read more
White अच्छे थे वो, कच्चे घर भी,
इमारतों में, इंतजाम बहुत है!!

गाँव की गलियाँ, खाली पड़ी हैं,
शहरों में, सामान बहुत है!!

खुली हवा में, जो चैन मिलता,
बंद कमरों में, धुआँ बहुत है!!

न रिश्तों की अब, गर्मी बची है,
पर तकनीकी, सम्मान बहुत है!!

दादी-नानी की बातें छूटीं,
 मोबाईल में ही ज्ञान बहुत है!!

सच्ची हंसी, कम दिखती अब,
लेकिन चेहरे पर ,नकाब बहुत है!!

सुख-सुविधाओं से घिरा इंसान,
पर दिलों में, अरमान बहुत है!!

दौड़ रही दुनिया, आगे बढ़ने को,
फिर भी जीने में, थकान बहुत है!!

सादगी की जो मिठास थी कभी,
अब दिखावे में, ईमान बहुत है!!

अकेले होते लोग भीड़ में,
फिर भी दिखते, महान बहुत है!!

*अशोक वर्मा "हमदर्द"*(कोलकाता)

©Ashok Verma "Hamdard" #गांव और शहर
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile