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Rinku KD Siwani
White जब माँ ही पैसे को प्यार समझने लगे, तो रिश्तों के दीप खुद ही बुझने लगे। ©Rinku KD Siwani जब माँ ही पैसे को प्यार समझने लगे, तो रिश्तों के दीप खुद ही बुझने लगे।
जब माँ ही पैसे को प्यार समझने लगे, तो रिश्तों के दीप खुद ही बुझने लगे।
read moreअनिल कसेर "उजाला"
a-person-standing-on-a-beach-at-sunset *जिंदगी जीने की कला* ज़िंदगी जीने की आती जिसे भी कला है जीवन में उसका होता हरदम ही भला है वफ़ा जो करता यहाँ वो जाता नहीं कभी छला है दौलत के पीछे जो गया दिल में उसके नफरत पला है सबकी जो सोचे भला, जीवन कभी न उसको खला है अँधेरा दूर करने को 'उजाला' हमेशा ही तो जला है। ©अनिल कसेर "उजाला" जीने की कला
जीने की कला
read moreAnjali Singhal
"तुम्हारी याद में हम टूटकर बहुत बिखरे हैं। यादों को बुहारकर अब ख़ुद को समेटने में लगे हैं।।" ©Anjali Singhal "तुम्हारी याद में हम टूटकर बहुत बिखरे हैं। यादों को बुहारकर अब ख़ुद को समेटने में लगे हैं।।" #AnjaliSinghal #shayari #loveshayari #love #lo
"तुम्हारी याद में हम टूटकर बहुत बिखरे हैं। यादों को बुहारकर अब ख़ुद को समेटने में लगे हैं।।" #AnjaliSinghal #Shayari #loveshayari love lo
read moreRaj
White शब्दों की मर्यादा खोकर बोलने वाले अब कूल... होने लगे हैं। संस्कृति के दीप बुझाने चले हैं, अंधेरे में कुछ लोग उजाला होने का भ्रम पालने लगे हैं। #संस्कृति_का_सम्मान #शब्दों_की_मर्यादा ©Raj #Thinking शब्दों की मर्यादा खोकर बोलने वाले अब कूल होने लगे हैं। #संस्कृति_का_सम्मान #शब्दों_की_मर्यादा #manners #moral #Cool
#Thinking शब्दों की मर्यादा खोकर बोलने वाले अब कूल होने लगे हैं। #संस्कृति_का_सम्मान #शब्दों_की_मर्यादा #manners #moral #cool
read moreShiv Narayan Saxena
वक़्त की रफ़्तार पर चेन की कसरत इतनी है ज़िन्दगी में जीने की हसरत ©Shiv Narayan Saxena #सुप्रभात जीने की हसरत hindi shayari
#सुप्रभात जीने की हसरत hindi shayari
read moretheABHAYSINGH_BIPIN
White कभी चाह थी गले लगाने की, गैर मुझे अब ग़ैर जताने लगे हैं। राज़ इश्क़ का सबको बताने लगे हैं, अब मुझे कितना सताने लगे हैं। जिनके इश्क़ की गहरी नींद में था, वो अब रातों को जगाने लगे हैं। खोल दिया है बहानों की किताबें, अब वो धीरे-धीरे दूर जाने लगे हैं। होती थी पूरी रात मोहब्बत की बातें, अब गैर की बाहों में सोने लगे हैं। भूल गए संजोए सपनों की कहानी, मेरा इश्क़ अब वो भुलाने लगे हैं। मशगूल है वो अब गैर इश्क़ में, ख़ुद को बेहतर अब बताने लगे हैं। तोड़ दिया मुझको बेहतर की चाह में अब अपना आशियाँ सजाने लगे हैं। ©theABHAYSINGH_BIPIN #Thinking कभी चाह थी गले लगाने की, गैर मुझे अब ग़ैर जताने लगे हैं। राज़ इश्क़ का सबको बताने लगे हैं, अब मुझे कितना सताने लगे हैं। जिनके
#Thinking कभी चाह थी गले लगाने की, गैर मुझे अब ग़ैर जताने लगे हैं। राज़ इश्क़ का सबको बताने लगे हैं, अब मुझे कितना सताने लगे हैं। जिनके
read moreParasram Arora
Unsplash कैसे पता लगे कि कौनसी बात न्याय संगत है और कौनसी बात व्यर्थ कागज़ी फूलों पर तुमने कभी किसी भवरे को बैठते हुए देखा है क्या? ©Parasram Arora कैसे पता लगे?
कैसे पता लगे?
read moreHimanshu Prajapati
Unsplash एक मुस्कान जीने का सहारा था, एक नुकसान जीने का सहारा बन गया..! ©Himanshu Prajapati #lovelife एक मुस्कान जीने का सहारा था, एक नुकसान जीने का सहारा बन गया..! #36gyan #hpstrange शुभ रात्रि सुविचार
#lovelife एक मुस्कान जीने का सहारा था, एक नुकसान जीने का सहारा बन गया..! #36gyan #hpstrange शुभ रात्रि सुविचार
read moreHimanshu Prajapati
Unsplash उसका जवाब लाजवाब था, "मोहब्बत हमें जीने नहीं देगी" हम दोस्त ही अच्छे हैं..! ©Himanshu Prajapati #camping उसका जवाब लाजवाब था, "मोहब्बत हमें जीने नहीं देगी" हम दोस्त ही अच्छे हैं..! #36gyan #hpstrange
#camping उसका जवाब लाजवाब था, "मोहब्बत हमें जीने नहीं देगी" हम दोस्त ही अच्छे हैं..! #36gyan #hpstrange
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