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'मनु' poetry -ek-khayaal
Shishpal Chauhan
जो सच्चे मन से पुकारे, उसे भवसागर से पार उतारे। माता रानी सबके बिगड़े काम बनाए, अपने भक्तों की नैया पार लगाए। तू है चार भूजाधारी, सुन लो अर्ज हमारी। जो भी तेरे द्वारे आते हैं, खाली हाथ लौटकर नहीं जाते हैं। ©Shishpal Chauhan # मां सबकी बिगड़ी बनाने वाली
KUNWA SAY
White दिल का दर्द छुपाने की कला बस एक है, रूख जाते हैं आँसु, उस वक़्त बिताने की कला बस एक है। ©KUNWA SAY #nightthoughts दिल का दर्द छुपाने की कला बस एक है, रूख जाते हैं आँसु, वक़्त बिताने की कला बस एक है।
Manish Raaj
कला ------ बहते आंसुओं को दरकिनार कर सब्र के साथ आगे बढ़ जाने की कला हर किसी को नहीं आती वाक़िफ-ए-तकलीफ़ से गुज़र क़ाबिल-ए-तारीफ़ से आगे निकल जाने की कला हर किसी को नहीं आती बंजर ज़मीं से हो कर लहलहाते खेतों बीच घरौंदा बनाने से ऊपर उठ जाने की कला हर किसी को नहीं आती मकां और मुक़ाम के सफ़र से हो कर किसी के दिल में पनाह पाने और रूह का सुकूं हो जाने की कला हर किसी को नहीं आती बेइमानों की बस्ती से हो कर ईमानदारों की महफ़िल से आगे बढ़ जाने की कला हर किसी को नहीं आती गरीबी से गुज़र अमीरों से आगे निकल जाने की कला हर किसी को नहीं आती जज़्बात की गिरफ्त से निकल जज़्बे को मिसाल बनाने की कला हर किसी को नहीं आती कल के सपनों को पिछे छोड़ अपने आज के आधार को आकार और धार देने की कला हर किसी को नहीं आती कविः मनीष राज ©Manish Raaj #कला
Harpinder Kaur
एक खुशबू और एहसास तुम में दोनों एक साथ है तेरा सौंधापन, महकाता है पती में घुली, अदरक - इलायची का स्वाद दिल में कुछ तो एहसास जगाती है ये कुल्हड़ वाली चाय एक मीठा सा अपनापन दे जाती है ये कुल्हड़ वाली चाय मिट्टी के कुल्हड़ में ये मसालों की महक आह! कितना दीवाना बनाती है ये कुल्हड़ वाली चाय यूँ ही नहीं हम दीवाने हैं इस चाय के एक मीठा सा इश्क़ जगाती है ये कुल्हड़ वाली चाय ©Harpinder Kaur # कुल्हड़, खुशबू, महक, मीठा, गरमाहट, इश्क़..... उफ! क्या अदा है दीवाना बनाने की
malay_28
Holi is a popular and significant Hindu festival celebrated as the Festival of Colours, Love, and Spring. लुट गयी मेरे हिचक की जमापूँजी बस एक चुटकी रंग लगा गया कोई ! एक तरंग सी उठी तन मन में मेरे जब फ़ाग का राग सुना गया कोई ! लाल हरा पीला चेहरा रंगता गया मेरे अंदर ही होली जगा गया कोई ! हाथ सने कपड़े सने सना था चेहरा रंगों के सागर में डुबा गया कोई ! रंगों में दिल की ख़लिश धुल गयी जीने की कला सिखा गया कोई ! ©malay_28 #जीने की कला
bhim ka लाडला official