Find the Latest Status about ज़ोहरा नीम खीरा क्रीम from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, ज़ोहरा नीम खीरा क्रीम.
कलम की दुनिया
हर कोई चंदन तो नहीं जो जीवन सुगंधित कर सके, कुछ नीम भी होते हैं जो सुगंधित तो नहीं करते किन्तु काम बहुत आते हैं... ©कलम की दुनिया #नीम
MAHENDRA SINGH PRAKHAR
पीपल महुआ नीम को , काट किया है दोख । ऐसे तपकर आज रवि , रहे नीर को सोख ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR पीपल महुआ नीम को , काट किया है दोख । ऐसे तपकर आज रवि , रहे नीर को सोख ।। महेन्द्र सिंह प्रखर
पीपल महुआ नीम को , काट किया है दोख । ऐसे तपकर आज रवि , रहे नीर को सोख ।। महेन्द्र सिंह प्रखर #कविता
read moreRamdayal Choudhary
गर्मियों के मौसम में अगर आप भी खीरा का सलाद खाना पसंद करते हैं तो यह खबर आपके स्वाद में कड़वाहट भर देगी. क्योंकि खीरा आप जितने चाव से खाते हैं. उससे कहीं ज्यादा इसके नुकसान भी हैं. क्योंकि इनको तैयार करने में हानिकारक कीटनाशकों का इस्तेमाल किया जाता है जो कि आपके स्वास्थ्य के लिए बेहद ही हानिकारक होते हैं. कृषि विज्ञान केंद्र नियामतपुर की पादप सुरक्षा विभाग की एक्सपर्ट डॉ. नूतन वर्मा का कहना है कि खीरा तैयार करने में हानिकारक कीटनाशकों का इस्तेमाल होता है. कीटनाशक का इस्तेमाल होने के कुछ ही घंटे के बाद खीरा तोड़कर बाजार में ले जाते हैं. यहां से लोग खरीदकर अपने घर पर ले जाते हैं. हानिकारक कीटनाशकों का सीधा असर उनके स्वास्थ्य पर पड़ता है. अगर आप खीरा बाजार से खरीद कर खा रहे हैं तो आप खाने से पहले कुछ सावधानियां बरत लें. जिससे कीटनाशक के नुकसान को कुछ हद तक कम किया जा सकता है. ©Ramdayal Choudhary #mango #खीरा+सलाद
healthdoj
Hina Kumari my Instagram ID @Rakesh radhika sarda
White जय श्री कृष्ण जी जय श्री श्याम जी भर दे रे श्याम झोली भर दे हारे का सहारा बाबा श्याम हमारा मेरी पहचान खाटू वाला श्याम जीसाँसों की डोर तेरे हाथों में तेरे हाथ में दिल की धड़कन मतवाले साँवरे तेरे चरणों में बीते सारा मेरा जीवन 🙏।।जय like comment share Facebook श्री श्याम।।🙏 ©Hina Kumari my Instagram ID @Rakesh radhika sarda #SunSet जय श्री कृष्ण *हर कोई चन्दन नहीं,* *कि 'सुगन्धित' कर सके;* *कुछ नीम के पेड़ भी हैं,* *जो सुगन्धित तो नहीं करते* *पर काम बहुत आते हैं
#SunSet जय श्री कृष्ण *हर कोई चन्दन नहीं,* *कि 'सुगन्धित' कर सके;* *कुछ नीम के पेड़ भी हैं,* *जो सुगन्धित तो नहीं करते* *पर काम बहुत आते हैं
read moreMAHENDRA SINGH PRAKHAR
गीत:- आई है घर में गौरैया , दे दूँ उसको अन्न । चूँ चूँ करके कहती हमसे , पेट नही है अन्न ।। आई है घर में गौरैया.... पहले चुग ले तू जी भरके , बाते करना बाद । जान रही हूँ आज तुझे मैं , करें न कोई याद ।। अपने महल दुमहले होवें , करता सब फरियाद । उनकी बातें भूल यहाँ तू , हो जा पहले टन्न । आई है घर में गौरैया...। कुल्लड़ में पानी है रख्खा , आज बुझाओ प्यास । दाना चुगकर नीम पेड़ पर, पुनः बना आवास ।। जब भी भूख लगे तुझको , आना मेरे पास । रख दूँगी सुनो मुंडेर पे , तेरी खातिर अन्न । आई है घर में गौरैया..... देख रही तू पहले जैसा , घर अब मेरा नाहि । बिल्ली कुत्ता दूर बहुत है , डरने को अब नाहि ।। जब भी तेरा जी चाहे अब , करना घर में सैर । किसी बात की फिकर नही अब , तुझे मिलेगा अन्न । आई है घर में गौरैया .... आई है घर में गौरैया , दे दूँ उसको अन्न । चूँ चूँ करके कहती हमसे , पेट नही है अन्न ।। ०५/०४/२०२४ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR आई है घर में गौरैया , दे दूँ उसको अन्न । चूँ चूँ करके कहती हमसे , पेट नही है अन्न ।। आई है घर में गौरैया.... पहले चुग ले तू जी भरके , बा
आई है घर में गौरैया , दे दूँ उसको अन्न । चूँ चूँ करके कहती हमसे , पेट नही है अन्न ।। आई है घर में गौरैया.... पहले चुग ले तू जी भरके , बा #कविता
read more