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Kavi Aditya Shukla
यू कहते कहते वक्ता की आंखों में खून उतर आया मुख रक्तवर्ण होगया चमक उठी उनकी स्वर्णिम काया हम देंगे खून ,हम देंगे खून बस शब्द यही सुनाई देते थे रण रण में जाने को युवक खड़े तैयार दिखाई देते थे / इंकलाब जिंदाबाद जिंदाबाद!! ©kavi aditya shukla #आजादी #कविता #Sunrise
SHIV KAILASH
बड़ी मुद्दतों से मिली हमें ,हाँ ये वही आजादी है। जहाँ सड़क पर बाशिन्दों की आज हो रही बर्बादी है। हाँ ये वही आजादी है। जहाँ नारी अपने चरित्र को लांछन से बचती है।हाँ ये वही आजादी है। जहाँ घुटता है गला अरमानों का, और मिलती शोर को शाबासी है।हाँ ये वही आजादी है। जहाँ माफ् है टैक्स अमीरों का ,किसान जिसके आदि है।हाँ ये वही आजादी है। जहाँ नियम धरे हैं जेबों में, जमाखोरों की ही चांदी है।हाँ ये वही आजादी है। जहाँ लड़ा है सैनिक सरहदों पर,और जनता पत्थरों की आदि है।हाँ ये वही आजादी है। जहाँ लुट रहें हैं धर्मों से ,पर बोलने की पाबंदी है।हाँ ये वही आजादी है। जहाँ धन चढ़ा है धर्मस्थानों पर,और आदम भूख का आदि है हाँ ये वही आजादी है। जहाँ वोट गया है लोकतंत्र को,पर हो रही गुट बाजी है।हाँ ये वही आजादी है। जहाँ खेल है पैसा बनाने का, और जरूरतमन्दों पर पाबंदी है।हाँ ये वही आजादी है। जहाँ हर शख्स डूबा है अपने मे, बस अपने मैं ही राजी है।हाँ ये वही आजादी है। जहाँ मिट गया था हर मजहब ,हाँ ये वही आजादी है। जहाँ हो रही शहीदों के अरमानों की बर्बादी है। हाँ ये वही आजादी है। हाँ ये वही आजादी है। "स्वतन्त्रता दिवस पर सभी शहीदों को तहे दिल से। प्रणाम श्रद्धा सुमन 💐💐💐💐 जिन्होंने हमारी आजादी में अपना योगदान दिया और उसे बनाये रखने मैं भी योगदान है।"🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳 🇮🇳🇮🇳🇮🇳 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳 वन्देमातरम। #independenceday2020 #आजादी# कविता
Rozgar k liye sampark kare.
Har vo candidates jo cass-10th to 12th pass.. Graduate pss kr k free ho ya ab study nahi kr rha hai toh passive income k jariye add ho kr achi kamai krna chahta hai toh plz contact us-7905314966 only for uttar pradesh 231001 रोजगार से संबंधित
Kavi Bharat Gautam
चीन अमेरिका दोनों मिलकर बहुत गरियाते थे। गलती पाक की होती थी फिर भी हमको आंख दिखाते थे।। अंतर्राष्ट्रीय परिदृश्य से बहुत दूर थी दिल्ली इसीलिए तो भारत को आंख दिखाती थी बिल्ली।। लेकिन मोदी जी ने फिर से इतिहास बदल दिखलाया है विश्व गुरु भारत का परचम दुनिया में फहराया है।। आज हम दुनिया के दादा से आंख मिलाकर मिलते हैं भारत मां के शत्रु का फन घर में घुसकर कुचलते हैं।। लेकिन मोदी जी ने फिर से इतिहास बदल दिखलाया है विश्व गुरु भारत का परचम दुनिया में फहराया है।। आज हम दुनिया के दादा से आंख मिलाकर मिलते हैं भारत मां के शत्रु का फन घर में घुसकर कुचलते हैं।। अंतरराष्ट्रीय राजनीति से संबंधित
Ramnik
आज हमनें डर से मुलाकात कर ली। उसके दर पे या आंखो में आंखो डाल बात कर ली। यूंही बैठे थे सहमे से, आज दरिया से ही खुद के लिए गुजारिश करली। बात तो कोई बड़ी नही थी, कुछ इतने भी डरावने हालात ना थे, ना जाने क्यों बेवजह अनमोल घडिया बर्बाद कर ली। ©Ramnik #डर से आजादी#
Manish Kumar Savita
जाने कितने झूले थे फाँसी पर,कितनो ने गोली खाई थी…. क्यो झूठ बोलते हो साहब, कि चरखे से आजादी आई थी… चरखा हरदम खामोश रहा,और अंत देश को बांट दिया…. लाखों बेघर,लाखो मर गए,जब गाँधी ने बंदरबाँट किया….. जिन्ना के हिस्से पाक गया , नेहरू को हिन्दुस्तान मिला…. जो जान लुटा गए भारत पर,उन्हे ढंग का न सम्मान मिला… इन्ही सियासी कुत्तों ने ,शेखर को भी आतंकी बतलाया था…. रोया अलफ्रेड पार्क था उस दिन, एक एक पत्ता थर्राया था…. जो देश के लिए जिये मरे और फाँसी के फंदे पर झूल गए…… हमें कजरे गजरे तो याद रहे, पर अमर पुरोधा हम भूल गए… #copied चरखे से आजादी