Find the Latest Status about describe the carbon cycle 10 from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, describe the carbon cycle 10.
Farhan Khush
White Hum Tera Zikr Apni Tehreer Mein Is Qism Se Karenge Ki Sunne Padhne Walo Ko Teri Deed Ki Tadap Hogi ©Farhan Khush Zikr : Describe, Mention Deed : Seeing, Sight Tehreer : Writing #Farhanwords
Zikr : Describe, Mention Deed : Seeing, Sight Tehreer : Writing #Farhanwords
read moreNaZZu
White teri gaali me aata Sanam nagma wafa ka gata Sanam 🧸🧸🧸 ©NaZZu #Thinking 10 feb
#Thinking 10 feb
read moreMaMtAa
चालीस की होने आई घरेलू औरत पैसे बचाकर ख़ुद के लिए नहीं,घर की चीज़ें खरीदती है और बहुत ख़ुश भी होती है लेक़िन... घर ने उसको क्या दिया और उसने घर को क्या दिया...? ©MaMtAa 10/01/2025
10/01/2025
read moreBadnam Shayar
मसाले हैं बहुत दरमे आए खुदाया जिस्म है कैद रुख परेशान खुदाया जवानी में कमर झुकने लगी है मैं चंद दिन का लगता हूं मेहमान खुदाया बिकते हैं लोग मोहब्बत में अक्सर इश्क तो लगता है दुकान खुदाया मेरी जान ही मेरी जान ले रही है मेरा मौत से क्या नुकसान होगा खुदाया खिलौना जानकर वो तोड़ गया है मैं उसे शख्स को लगता हूं बेजान खुदाया ©Badnam Shayar #cycle शायरी दर्द 'दर्द भरी शायरी' शायरी हिंदी में
#cycle शायरी दर्द 'दर्द भरी शायरी' शायरी हिंदी में
read moreWriter Mamta Ambedkar
आत्मनिर्भरता की राह आत्मनिर्भरता का दीप जलाएं, स्वयं से स्वयं को नया बनाएं। दुनिया की राह न देखें कभी, हौसलों से अपने सपने सजाएं। हर चुनौती को स्वीकार कर लें, संघर्षों में भी मुस्कान भर लें। जीवन की बगिया महक उठेगी, जो मेहनत से हर काम कर लें। निर्भर रहना कब तक औरों पर? सामर्थ्य है छिपा अपने ही अंदर। हाथ से अपने भविष्य लिखें, सपनों को करें साकार सुंदर। स्वदेशी अपनाएं, स्वावलंबी बनें, नए आयामों की ओर कदम बढ़ाएं। आत्मनिर्भर भारत का स्वप्न जो है, उसे सच करने में हाथ मिलाएं। जागो, उठो, और चल दो अभी, हर बाधा से नाता तोड़ दो सभी। आत्मनिर्भरता का मार्ग पकड़कर, दुनिया को अपनी शक्ति दिखा दो अभी। ©Writer Mamta Ambedkar #cycle मोटिवेशनल कविता इन हिंदी मोटिवेशनल कोट्स इन हिंदी सायरी मोटिवेशन
#cycle मोटिवेशनल कविता इन हिंदी मोटिवेशनल कोट्स इन हिंदी सायरी मोटिवेशन
read moreArunava Chakraborty
গোধূলি দেখবো একদিন তোমার আঙুল ছুঁয়ে ভেবেছি কতবার ভাঙা সাইকেলে এখনো তোমার গন্ধ খুঁজে ফিরি বারবার তুমি তো নতুন পথে নতুন পুরুষের হাত ধরে চেনোনা আমায় আমার বিষন্ন রাত অনাদরে প্রতিদিন আমাকে কাঁদায় ©Arunava Chakraborty #cycle