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Radhe Radhe
समुंदर से गहरा वायु से तेज जल से भी स्वच्छ अब आगे के भाव समझ जाइए। जय श्री राधे ©Radhe Radhe भाव समझ जाइए
भाव समझ जाइए
read moreGhanshyam Ratre
गुरू पूर्णिमा संत के शुभ अवसर पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं । ©Ghanshyam Ratre गुरु पूर्णिमा संत रविदास जयंती
गुरु पूर्णिमा संत रविदास जयंती
read moreskpooniasir
संत शिरोमणि गुरु रविदास जी को उनके जयंती पर उन्हें कोटि-कोटि नमन ©skpooniasir संत शिरोमणि गुरु रविदास जी
संत शिरोमणि गुरु रविदास जी
read moreNischhal Raghuwanshi
सुनो! जिसके दीदार कर लेने मात्र से, तुम्हारे जीवन की गहन से गहन पीड़ा पल में छू हो जाती हो, उसे कभी किसी के भी दबाव में अपने से दूर नहीं जाने देना। उसके जाते ही तुम अपना जीवन भी खो दोगे और जीने की वजह भी.... उसे पास रखना एक फूल के तरह संजो कर, भले उसे तोड़ना मत न अपना बनाने की चेष्टा करना.... पर रखना हमेशा साथ, ताकि मुस्कुराता रहे सदा जीवन भी तुम्हारा उसी फूल के तरह! @indian_निश्छल ©Nischhal Raghuwanshi सुनो! #मित्रता #जीवन #अनुभव #भाव
Shailendra Anand
रचना दिनांक 25 जनवरी दोहजार पच्चीस वार शनिवार समय सुबह पांच बजे ््भावचित्र ् ््निज विचार ् ््शीर्षक ् ।््तेरी रुहानी रुह में अल्फाज़ नगीना लिखने वाले अच्छे ख्यालात की इबादत है,, संविधान में न्याय पाओ मर्यादा में रहो यही सही समय की मर्यादा और प्रतिष्ठा सौगात दी गई है।। राजनीति और धर्मांन्धता और अर्थ व्यवस्था में सुधार समरसता बहुत जरूरी है ्् पच्चीस जनवरी दोहजार पच्चीस अंक शास्त्र में 25बराबर25तारीख और साल में एक समान है। श्रुति स्मृति चिन्ह प्रदान देश में, अवाम में खुशहाली में एक विधान संविधान का आलेख सुलेखा की पूर्व संध्या पर , हम दिलों से पूजा करें जनसेवा ही मानव सेवा है जिसे हम गणतंत्र दिवस कहते हैं,।। माना कि तुम मेरे लिखे शब्दों से सहमति असहमति जताते हुए , जनस्वीकारोक्ति निस्वार्थ भाव को नहीं नकार सकते हो।। यही उत्तेजना यन्त्र तंत्र को मजबूत करने वाले, संविधान विशेषज्ञ दल में शामिल समन्वय समिति द्वारा स्थापित विचार संगोष्ठी में, आन्तरिक रूप से एक अन्तिरम निम्नांकित विषय वस्तु धारा नियमावली पर आपसी सहमति बहस में विचारों का आदान प्रदान करने वाली अग्नि परीक्षा स्वलेखक और सहयोगीयो में, एक सम निदान हेतु सेतुबंध में कुछ मन का अन्तर्द्वंद से सजाया गया जिसे हम अनुसरण करें अंनत आख्यान संहिता दर्शन शास्त्र ज्ञान दर्शन है।। । तथ्यों पर विचार प्रवाह में बह निकले ध्वनि तरंगों में एक गाढे खून पसीने की पीड़ा हो, किसी धनवान का आयना नज़रिया जो भी व्यक्ति पहले इन्सान नागरिक हैं ।। तदपश्यात प्रृथ्वीतले परिभ़मणं लोककल्याणं नरलीला में, जाति, धर्म, भाषा, सम्बन्धी कहावतें से पूजा करने वाले हो सकते है।। जो इन्सान आज अपने विचार व्यक्त आस्था प्रकट कर रहा है, वह उस समय की मर्यादा काल्पनिक दशा का आख्यान व्याख्यान कर रहा हूं। यह जग मग माया मोह ््मद से जलरंहा रहा है,, और यह सुखद अहसास दिया गया जिसे हम देश का संविधान कहते हैं।। यह आज का दर्शन मैं शैलेंद्र आनंद जो देख सकता हूं ,, वह अदभुत झलकियां हकीकत में रचती बसती है । दीप्ति नवल किशोर मेरे दिल में दीपक कलश स्वस्तिक कुंभ राशि में पच्चीस जनवरी दोहजार पच्चीस की सुबह स्वागत में ,, सुंदरता को परखना तन मन को निखारना स्वयं को पढ़कर अभ्यास से मन को लिखने वाले आत्ममंथन को आनंद कहते हैं।। ््कवि शैलेंद्र आनंद ् 25 जनवरी। 2025 ©Shailendra Anand देशभक्ति और देश संविधान में न्याय में देश में अवाम में खुशहाली आती है भक्ति भाव से पुजा करने वाले अच्छे लगते देश भक्ति में संनिहित है वि
देशभक्ति और देश संविधान में न्याय में देश में अवाम में खुशहाली आती है भक्ति भाव से पुजा करने वाले अच्छे लगते देश भक्ति में संनिहित है वि
read moreSandeep Bunkar
गुरु गोविंद सिंह जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं ©Sandeep Bunkar #SunSet मोटिवेशनल गुरु गोविंद सिंह
#SunSet मोटिवेशनल गुरु गोविंद सिंह
read moreSatish Kumar Meena
विनम्र भाव कठोर हृदय को झकझोर कर देता है उसकी कठोरता कुछ दिनों में पिघल कर अपनत्व का रूप धारण कर लेती है। ©Satish Kumar Meena विनम्र भाव
विनम्र भाव
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