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Talat Khan
तुम बिन सजनी हम बंजारे। भटके बन बन मारे मारे। प्रेम सुधा बरसा दो सजनी। ह्रदय मरुघर बाट निहारे। अधर गुलाबी कन्चन काया। हिरनी जैसे नयन तुम्हारे। चतुर चपल नैनन से हम पर। बाण चलाये सजन हमारे। प्रेम अतुर नैनन से भड़के। तन मन में अग्नी के धारे। बाहुपाश में मचले मनवा। धीर धरो कछु प्रीतम प्यारे। मादक रुत में कामुक हिरनी। भटके नंदन बन में सारे। प्रेम आलिंगन में कसने को। कस्तूरी की गंध पुकारे। बिरहन तरसे सेज सजाये। नैन बिछाये दरस निहारे। सब के साजन आ गए सखियों। कब आऐंगे सजन हमारे। तुम बिन सजनी हम बंजारे। तुम बिन सजनी हम बंजारे। डॉ तलत खान "साहिब" कोटा राजस्थान साहिब की क़लम से! हिंदी शायरी
साहिब की क़लम से! हिंदी शायरी
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आना है तॊ आ जाना है तो जा.... घुटने पे बैठके तुम्हे मनाना मुझे शोभा देगा क्या? पानी का नही नाम साब्जी को नही दाम बता गोल्डन नेकलेस तुम्हे दिलाऊ कैसे? कुवा सुख गया है नदी नाला रुख गया है बता तेरे प्यार मे शलांग लगाऊ कैसे? आना है तो आ जाना है तो जा.... बेजान सहै पत्थर पर बिना कुछ चडाये बता मान्नत मे तुझे उसीसे मांगु कैसे? भावनिक मै बहोत हू दिल मे तुम्हेहीं रखता हू पानी बचाते बचाते बता आसू अंखोसे बहाऊ कैसे? आना है तो आ जाना है तो जा..... ....रोशन देसाई.... 12/02/20 इन हिंदी
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read moreDiwani Divya
💖 प्रेम समझा सकूं,, ऐसी शक्ति मेरे पास कहां,, आप समझ सके तो निश्चित ही आपका हृदय प्रेमपूर्ण है। बिना प्रेम के ध्यान नहीं ढलता जीवन मे,, और बिना ध्यान के प्रेम महत्वहीन। एक तराजू के दो पलड़े, जिस पर हमारा जीवन ढल जाए तो शून्य भीतर उतर आता है। 💖 ©Diwani Divya हिंदी छोटे सुविचार इन हिंदी
हिंदी छोटे सुविचार इन हिंदी
read moreChahat Kushwah
White कुछ जख्म तो भर जातें है लेकिन उनके निशान रह जाते है, वो जख्म भरने के बाद भी दर्द देते है। कभी कभी हम बिना किसी हथियार के भी जख्म दे देते है, अपनी बातो अपने व्यवहार से हम जाने अंजाने अपनो को ही बहुत तकलीफ और दर्द देते रहते है। (चाहत) ©Chahat Kushwah कोट्स इन हिंदी
कोट्स इन हिंदी
read moreMahi Ji Mahi Ji
रिस्ते की बात मत ही करो रिश्ता कं स और कृष्ण का भी था रिश्ता रावण और बिभीषन का भी था ।पर इन रिश्तों में एक तरफ अहंकार घमंड था तो दूसरी तरफ उदारता जो बार बार मौका दिए जा रहा था सुधरने का । रिश्ता वो भी था राम ल क्ष्मण भरत शत्रु ध्न का ।जहाँ एक भाई एक भाई के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया ।और रही बात रिश्तों की तो उसकी परिभाषा हमको न समझाओ तो ही बेहतर होगा । ©Mahi Ji Mahi Ji सुविचार इन हिंदी
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