Nojoto: Largest Storytelling Platform

New रात में जागने वाले जानवर Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about रात में जागने वाले जानवर from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, रात में जागने वाले जानवर.

Stories related to रात में जागने वाले जानवर

Urmeela Raikwar (parihar)

#Sad_Status रात की कहानी

read more
White देखों ना रात की कहानी 
अब भानु ने भी
 ख़त्म कर दी,  
अब लौट आओ तुम ,,

written by
Urmee ki Diary

©Urmeela Raikwar (parihar) #Sad_Status रात की कहानी

Sakshi Pateriya

#Sad_Status रात wlife quotes

read more

BANDHETIYA OFFICIAL

#GoodMorning #रात शुभ है।

read more
White रात जा रही है, सुबह आएगी,
नींद दिए गुजर रही,
लेके थकान जाएगी।
फिर नया दिन होगा,
फिर नयी थकान,
फिक्र न करना,
जबतक रात की है आन।
शुभ रात्रि!

©BANDHETIYA OFFICIAL #GoodMorning #रात शुभ है।

# रात कुछ ऐसा हुआ"

read more
White रात कुछ ऐसा हुआ"

रात कुछ ऐसा हुआ "ज़िन्दगी में कि सुना 
तो था,मगर इस तरह होता है ये पता न था।

उसके छूते ही मेरे रोम रोम में सिहरन सी उठी,
आंखों से कैसे दिल में उतरता है कोई ये पता न था।

अनुज कुमार हेयय क्षेत्रिय

© # रात कुछ ऐसा हुआ"

# रात कुछ ऐसा हुआ"

read more
White  रात कुछ ऐसा हुआ"

रात कुछ ऐसा हुआ " ज़िन्दगी में कि सुना 
तो था, मगर इस तरह होता है ये पता न था।

उसके छूते ही मेरे रोम रोम में सिहरन सी उठी,
आंखों से कैसे दिल में उतरता है कोई ये पता न था।

अनुज कुमार हेयय क्षत्रिय

© # रात कुछ ऐसा हुआ"

Shailendra Anand

देशभक्ति और देश संविधान में न्याय में देश में अवाम में खुशहाली आती है भक्ति भाव से पुजा करने वाले अच्छे लगते देश भक्ति में संनिहित है वि

read more
रचना दिनांक 25 जनवरी दोहजार पच्चीस
वार शनिवार
समय सुबह पांच बजे
््भावचित्र ्
््निज विचार ्
््शीर्षक ्
।््तेरी रुहानी रुह में अल्फाज़ नगीना लिखने वाले अच्छे ख्यालात की इबादत है,,
 संविधान में न्याय पाओ मर्यादा में रहो यही सही समय की मर्यादा और प्रतिष्ठा सौगात दी गई है।।
राजनीति और धर्मांन्धता और अर्थ व्यवस्था में सुधार समरसता बहुत जरूरी है ््
पच्चीस   जनवरी  दोहजार   पच्चीस
अंक शास्त्र में 25बराबर25तारीख और साल में एक समान है।
 श्रुति स्मृति चिन्ह प्रदान देश में,
 अवाम में खुशहाली में एक विधान संविधान का आलेख सुलेखा की पूर्व संध्या पर ,
हम दिलों से पूजा करें जनसेवा ही मानव सेवा है जिसे हम गणतंत्र दिवस कहते हैं,।।
माना कि तुम मेरे लिखे शब्दों से सहमति असहमति जताते हुए ,
जनस्वीकारोक्ति निस्वार्थ भाव को नहीं नकार सकते हो।।
यही उत्तेजना यन्त्र तंत्र को मजबूत करने वाले,
 संविधान विशेषज्ञ दल में शामिल समन्वय समिति द्वारा स्थापित विचार संगोष्ठी में,
 आन्तरिक रूप से एक अन्तिरम निम्नांकित विषय वस्तु धारा नियमावली पर
 आपसी सहमति बहस में 
विचारों का आदान प्रदान करने वाली अग्नि परीक्षा स्वलेखक और सहयोगीयो में,
 एक सम निदान हेतु सेतुबंध में कुछ मन का अन्तर्द्वंद से सजाया गया जिसे हम 
अनुसरण करें अंनत आख्यान संहिता दर्शन शास्त्र ज्ञान दर्शन है।।
। तथ्यों पर विचार प्रवाह में बह निकले ध्वनि तरंगों में एक गाढे खून पसीने की पीड़ा हो,
 किसी धनवान का आयना नज़रिया जो भी व्यक्ति पहले इन्सान नागरिक हैं ।।
तदपश्यात प्रृथ्वीतले परिभ़मणं लोककल्याणं नरलीला में,
 जाति, धर्म, भाषा, सम्बन्धी कहावतें से पूजा करने वाले हो सकते है।।
जो इन्सान आज अपने विचार व्यक्त आस्था प्रकट कर रहा है,
 वह उस समय की मर्यादा काल्पनिक दशा का आख्यान व्याख्यान कर रहा हूं।
यह जग मग माया मोह ््मद से जलरंहा रहा है,,
और यह सुखद अहसास दिया गया जिसे हम देश का संविधान कहते हैं।।
यह आज का दर्शन मैं शैलेंद्र आनंद जो देख सकता हूं ,,
वह अदभुत झलकियां हकीकत में रचती बसती है ।
दीप्ति नवल किशोर मेरे दिल में दीपक कलश स्वस्तिक कुंभ राशि में 
पच्चीस जनवरी दोहजार पच्चीस की सुबह स्वागत में ,,
सुंदरता को परखना तन मन को निखारना स्वयं को पढ़कर अभ्यास से 
मन को लिखने वाले आत्ममंथन को आनंद कहते हैं।।
््कवि शैलेंद्र आनंद ्
25 जनवरी। 2025

©Shailendra Anand देशभक्ति और देश संविधान में न्याय में देश में अवाम में खुशहाली आती है  भक्ति  भाव से पुजा करने वाले अच्छे लगते 
 देश भक्ति में संनिहित है वि

Sakshi Pateriya

wquotes" class="text-blue-400" target="_blank">wquotes, Stories">#GoodNight रात wquotes" class="text-blue-400" target="_blank">wquotes

read more

meri_lekhni_12

सियाह रात.......

read more
White बहर: मुफ़ाइलुन मुफ़ाइलुन मुफ़ाइलुन मुफ़ाइलुन)

सियाह रात के ग़मों को मिटाना होगा,
हर एक आँसुओं को अब मुस्कुराना होगा।

ख़मोशियों में कैद थी जो सदा सदी से,
उसे हवा बना के अब गुनगुनाना होगा।

जो ज़ख्म दिल पे हैं, उन्हें रौशनी में लाओ,
उन्हें छुपा के कब तलक सर झुकाना होगा।

हयात लूट ली गई बेबसी के हाथों,
इन्हें हज़ार बार चीर कर लौटाना होगा।

ख़ुदी को मत दबा, खड़े हो, लडो ज़माने से,
सफ़र में ख़ुद को अपना कारवां बनाना होगा।

पूनम कोई अपना हो या ना हो सफ़र में,
हर एक दर्द से नई दास्तां  को सजाना होगा।

©meri_lekhni_12 सियाह रात.......

Abhishek Jha

रात के अँधेरे में

read more
Unsplash  





रात के अंधेरे में,
बालकनी में खड़े होकर
चाय की चुस्की लेते ही
चश्मे पे जमे हुए भाप ने मुझसे कहा,
"अंधेरा थोड़ा धुंधला ही अच्छा लगता है।"

उसकी सुनता, पर इतने में ही
रात की ख़ामोशी बोल पड़ी,
"अरे, मुझे बाहर क्या ढूंढता है,
मैं तो तेरे अंदर भी हूँ।"

तो मैंने उससे पूछा,
"अच्छा मुझमें,पर मुझमें कहाँ?"
तो बोलती है,
"जरा दिल की गहराइयों में उतर के तो सुन,
ख़ामोशी हूँ, मेरा एक अलग शोर होता है।"

मैं ख़ामोशी की बात सुन ही रहा था,
इतने में बालकनी से गुजरती ठंडी हवा ने कहा,
"अरे, जनाब पहले चाय तो पी लिजिये,
वरना इस अंधेरी रात में खामखा मुझपे इल्ज़ाम लग जाएगा।"

बस इतने में ही गुजरते हुए वक़्त ने कहा,
"बस कीजिए भाईसाहब,
फिर लोग दुनिया को दोष देते हैं,
जबकी वक़्त तो अकेलापन बर्बाद कर देता है।"

©Abhishek Jha रात के अँधेरे में

Shyarana Andaaz (अज्ञात)

रात की कहानी

read more
दिन तो गुजर जाता है दुनिया की चकाचौंध में
मसला तो रात की कहानी का है।।

©Shyarana Andaaz (अज्ञात) रात की कहानी
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile