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Gusai Saab
रहने दो ,, अब हम क्या बताएं उनके इश्क के बारे में सारे मंजर धुंधले हो गए उस बेवफाई के इशारे में ,,, गुसाईं साहब,,, ,,, गुसाईं साहब,,,
Manjeet Sharma 'Meera'
राज़दारो, रिश्तेदारो, मेरे प्यारो हो कहां। भर गए अब जख़्म सारे ग़म गुसारो हो कहां। गम गुसारो हो कहां😊
Pruu upreti
Power and Politics राजनीति की जो महत्वाकांक्षा है वह दूसरों के शोषण की है जब तक शोषक निम्न वर्ग और मध्य वर्ग का शोषण नहीं करेगा वह शासन कर नहीं सकता और लोकतंत्र में तो हमने यह कमान अपने हाथ से दूसरों को दे रखी है । चाहे कोई भी पार्टी का हो या किसी भी समुदाय से वह आता हो, राजनीति में आना ही वहीं चाहता है जो दूसरों के शोषण का इरादा रखता है । #politics समरथ को नहिं दोष गुसाईं ।
Raj Shekhar Kumar
दोस्त,करो न हमसे किसी त्योहार की बातें किसी घर छोड़ने वाले से घरबार की बातें इस साल की भी छुटियाँ बची है बहुत,पर घरवालों को करना पड़ेगी इंतज़ार की बातें अब बाज़ार में ग़रीब का दिल बैठ जाता है कुछ पूछने पे सुनकर,दुकानदार की बातें ज़िन्दगी में ख़ुशी कि बात कोई सुनना जैसे वीराने में हो सुनना गुलज़ार की बातें सारे रिश्ते तोड़ना चाहता हूँ अब मैं,क्योंकि मुझे और तन्हा करता है,ग़म-गुसार की बातें #yqbaba#yqdidi#yqbhaijan *ग़म-गुसार:-हमदर्द
Rajkumar Parashar
श्री विट्ठल नाथ गुसाई जी परम दयाल नम..
purvi Shah
मेरा गम - गुसार हर कदम में मेरा साथ थामे था। फिर कामयाबी ना मिले मुझे,ये सवाल ही गलत था। ग़म-गुसार= हमदर्द #कोराकाग़ज़ #collabwithकोरकाग़ज #writinggyan #wordoftheday #yqdidi
Shoaib Idrisi
कुछ इस तरह जिंदगी गुजार रहें हैं एक ना सुनने वाले सख्श को पुकार रहें हैं तेरी ही तरह बे-अदब लोग है तेरे सहेर के हम आप कैह रहे हैं वो तुकार रहें हैं तनहा तनहा हो गऐ इतने अफसुरदा के अपने हाथों अपने घर को उजाण रहें हैं तुम्हारे साथ मैं कभी भी खुश नहीं रहा जितने भी दिन साथ थे तकरार रहें हैं ये मत पूछो कि मुझे अंधेरा क्यों पसंद है तुम्हारे बाद यही मेरे गम-गुसार रहें हैं ©Shoaib Idrisi अफसुरद= निढाल ग़म-गुसार= दुःख दर्द बांटने वाला #SAD
Abhysheq Shukla
इस सिस्टम का मिजाज़ तुम क्या समझोगे "अभिषेक" मर रहे है लोग औऱ लाशों की गिनतीया नहीं होतीं, सच हैं गरीब के आंसूओ मे सिसकियां नही होती.. लेकर दो बूंद आंसूओ की आँखों में, हाक़िम खुद को ग़म-गुसाऱ बताता हैं काबलियत हैं यही क़ातिल की इस दौर में , बड़े खुलूस से वो खुद को पासबान बताता है..! ग़म-गुसाऱ -हमदर्द पासबान- Protector #quotes #lifequote #lifequotes #yqbaba #quote #yqtales #motivationalquotes #inspiration