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Stories related to एक तरह के आवारा थे

Rameshkumar Mehra Mehra

# सपनो की तरह .....

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Parasram Arora

एक दूसरे के सामने

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Unsplash मुझे लगता हैँ  
अब हमारा एक 
दूसरे के सामने 
नहीं आना ही 
हम दोनों के लिए बेहतर होगा
 
 लेकिन एक बात मुझे 
हमेशा चुभती रहेगी
कि तुम्हे बिना देखे 
मै जी भी पाऊँगा या नहीं?

©Parasram Arora एक दूसरे के सामने

Champak

#love_shayari #लव #आवारा #प्रेम शायरी लव शायरी दर्द शायरी हिंदी

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White होकर मायूस जब दिल ने पुकारा
 मेरा दिल भी था हुनरमंद पर तू समझी नक्कारा 
सनकी पागल आवारा

©Champak #love_shayari  #लव #आवारा  #प्रेम  शायरी लव शायरी दर्द शायरी हिंदी

Praveen Jain "पल्लव"

#chaandsifarish सभ्यताओं के कपड़े पहनाये थे

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पल्लव की डायरी
घुटन कियो लिबासों में हो रही है
फेशनो के नाम पर 
नंगेपन की नुबायस हो रही है
सादगी अंगों की बनी रहे
सभ्यताओं के कपड़े पहनाये थे
लगता है बाजारू रुख
असभ्यताओ को निमंत्रण दे रहा है
फले फूले बाजार,कट लिबास कर
अंगप्रदर्शन को तज्जबो दे रहा है
                                              प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव" #chaandsifarish सभ्यताओं के कपड़े पहनाये थे

Narender Kumar

दुर थे तो शांत थे पास आए तो शोर हुआ।

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Shalini Nigam

#आवारा #yqdidi #yqbaba Life Love Shayari Poetry

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कहने वालों ने क्या-क्या न कहा
किसी ने निकम्मा 
तो किसी ने आवारा कहा, पर जिसने दर्द‌ को समझा, हालातों का मारा कहा!

©Shalini Nigam #आवारा #Nojoto #yqdidi #yqbaba #Life #Love #Shayari #Poetry

unique writer

गुण नहीं थे

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Shashi Bhushan Mishra

#आस्तीन के सांप बहुत थे#

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आस्तीन के साँप बहुत थे फुर्सत में जब छाँट के देखा,
झूठ के पैरोकार बहुत थे आसपास जब झाँक के देखा,

बाँट रही खैरात सियासत मेहनतकश की झोली खाली, 
नफ़रत की दीवार खड़ी थी अल्फ़ाज़ों को हाँक के देखा,

जादू-टोना,  ओझा मंतर,  पूजा-पाठ   सभी   कर   डाले,
मिलती नहीं सफलता यूँही धूल सड़क की फाँक के देखा,

धरती से आकाश तलक की यात्रा सरल कहाँ होती है,
बड़ी-बड़ी  मीनारों  से  भी करके सीना चाक के देखा,

कदम-कदम चलता है राही दिल में रख हौसला मिलन का, 
मंज़िल धुँधला दिखा हमेशा सीध में जब भी नाक के देखा,

चलना बहुत ज़रूरी 'गुंजन' इतनी बात समझ में आई, 
हार-जीत के पैमाने पर ख़ुद को जब भी आँक के देखा, 
    ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'

©Shashi Bhushan Mishra #आस्तीन के सांप बहुत थे#

silent whisperer

#ValentinesDay तुम मिले थे कुछ इस तरह

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