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गौरव झा नितिन
White बहुत कम लोगों से मेरा संपर्क बना रहने का कारण.. झूठ बोलना हमें पसंद नहीं है और सच बोल कर आग लगाना चाहते नहीं। ~गौरव झा । ©गौरव झा नितिन तो बस चूप -चाप रह जाते हैं.🙂
तो बस चूप -चाप रह जाते हैं.🙂 #कोट्स
read moreAnuj Ray
White जब अपने बदल जाते हैं" जब अपने बदल जाते हैं पल में, बने बनाए दिल के महल खिसल जाते है। ज़िन्दगी बेमानी सी लगने लगती है , दिले गुलशन के हंसी बाग उजड़ जाते हैं। सजे सजाए ख़्वाब बिखर जाते हैं, सच पूछो तो ज़िन्दगी के मायने ही बदल जाते हैं। रहेंगे उम्र भर तुम्हारे दिल में करके वादा , बिन कहे ,किराए का घर छोड़ निकल जाते हैं। ©Anuj Ray # जब अपने बदल जाते हैं"
# जब अपने बदल जाते हैं" #शायरी
read moreHimanshu Prajapati
आप की यादें सोने कहां देती हैं, दूरियां इतनी है फिर भी आपकी मुस्कान रोने कहां देती हैं..! ©Himanshu Prajapati #lovetaj आप की यादें सोने कहां देती हैं, दूरियां इतनी है फिर भी आपकी मुस्कान रोने कहां देती हैं..!
Anjali Singhal
"बीती यादों के बादल बरस जाते हैं जब। तेरी एक मुलाक़ात को तरस जाते हैं हम।।" #Shayari #AnjaliSinghal #EXPLORE nojoto
read moreभारद्वाज
कभी कभी हम चुप से हो जाते हैं, और सोचते हैं कि वे हर बार अपने आप में इतने सच्चे कैसे बन जाते हैं।। ©भारद्वाज #कभी कभी हम चुप से हो जाते हैं, और सोचते हैं कि वे हर बार अपने आप में इतने सच्चे कैसे बन जाते हैं।।
gaTTubaba
White कसूर क्या हैं उनका ? जो बदल गए हैं हमने देखा हैं खुदको हम भी पहले जैसे कहां ? ©gaTTubaba #safar कसूर क्या हैं उनका ? जो बदल गए हैं हमने देखा हैं खुदको हम भी पहले जैसे कहां ?
ANIL KUMAR
White अकेले रहने के लिए हमेशा तैयार रहें क्योंकि लोग अचानक बदल जाते हैं ©ANIL KUMAR लोग बदल जाते हैं
लोग बदल जाते हैं #Life
read moreMehfuza
White कुछ अफ़्साने आंखों में सिमट जाते हैं, कुछ अफ़्साने पन्नों में सिमट जाते हैं। ©Mehfuza #City कुछ अफ़्साने आंखों में सिमट जाते हैं, कुछ अफ़्साने पन्नों में सिमट जाते हैं।
Shashi Bhushan Mishra
White रेत के घर बनाते रहते हैं, स्वप्न दिल में सजाते रहते हैं, टूट जाए नहीं कोई सपना, नींद पलकों पे लाते रहते हैं, रहे रौशन सदा अरमान मेरे, एक दीपक जलाके रहते हैं, अंधेरी रात में डर का साया, राम धुन गुनगुनाते रहते हैं, बड़ी दुश्वारियां भरा जीवन, राग भैरव सुनाते रहते हैं, दरीचा-ए-दिल में रहे रौनक, रूठे रहबर मनाते रहते हैं, रहे मदहोश न दुनिया गुंजन, यहाँ सब आते-जाते रहते हैं, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' चेन्नई तमिलनाडु ©Shashi Bhushan Mishra #सब आते-जाते रहते हैं#