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sonal
नौ देवियों के स्वयं सिद्ध बीज मंत्र शैलपुत्री : ह्रीं शिवायै नम: । ब्रह्मचारिणी : ह्रीं श्री अम्बिकायै नम: । चन्द्रघंटा : ऐं श्रीं शक्तयै नम: । कूष्मांडा : ऐं ह्री देव्यै नम: । स्कंदमाता : ह्रीं क्लीं स्वमिन्यै नम: । कात्यायनी : क्लीं श्री त्रिनेत्रायै नम: । कालरात्रि : क्लीं ऐं श्री कालिकायै नम: । महागौरी : श्री क्लीं ह्रीं वरदायै नम: । सिद्धिदात्री : ह्रीं क्लीं ऐं सिद्धये नम: । ©sonal #navratri बीज मंत्र
अनुषी का पिटारा "अंग प्रदेश "
ॐ गं गणपतये नमो नम: श्री सिध्धीविनायक नमो नम: अष्टविनायक नमो नम: गणपती बाप्पा मोरया ... ©Anushi Ka Pitara #गणेश #बीज #मंत्र #ganesha
Gulab Malakar
माँ सिद्धिदात्री ह्रीं क्लीं ऐं सिद्धये नम:। माँ सिद्धिदात्री का पूजन मंत्र: ॐ ऐं ह्रीं क्लीं सिद्धिदात्र्यै नम:। या देवी सर्वभूतेषु माँ सिद्धिदात्री रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:। ©Gulab Malakar #navratri #9th #sidhidatri #माँ सिद्धिदात्री के स्वयं सिद्ध बीज मंत्र: ह्रीं क्लीं ऐं सिद्धये नम:। माँ सिद्धिदात्री का पूजन मंत्र:
Vikas Sharma Shivaaya'
हनुमान जी को रुद्र यानि शिव का अवतार माना गया है। हनुमान बीज मंत्र – || ॐ ऐं भ्रीम हनुमते, श्री राम दूताय नम: || हम भगवान हनुमान से अनुरोध करते हैं, जो भगवान श्री राम के सबसे बड़े सेवक और दूत हैं...आपकी अरदास ... 🙏 बोलो मेरे सतगुरु श्री बाबा लाल दयाल जी महाराज की जय 🌹 ©Vikas Sharma Shivaaya' हनुमान जी को रुद्र यानि शिव का अवतार माना गया है। हनुमान बीज मंत्र – || ॐ ऐं भ्रीम हनुमते, श्री राम दूताय नम: || हम भगवान हनुमान से अनुरोध
Vikas Sharma Shivaaya'
हनुमान बीज मंत्र: ॐ ऐं भ्रीम हनुमते,श्री राम दूताय नम: मंगल मंत्र : 'ॐ धरणीगर्भसंभूतं विद्युतकान्तिसमप्रभम। कुमारं शक्तिहस्तं तं मंगलं प्रणमाम्यहम।। ' मंगल मंत्र बंक बिलोचन हंसनि मुरि मधुर बैन रसखानि ! मिले रसिक रसराज दोउ हरखि हिये रसखानि !! रसखान जी कहते है कि उनका ह्रदय तब बहुत ज्यादा आनंदित हो जाता है जब श्रीकृष्ण तिरछी नजरो से देखकर मुस्कुराते है और मीठी भाषा बोलते है , अर्थार्त जब रसिक और रसराज कृष्ण मिलते है तब ह्रदय में आनंद का प्रवाह होने लगता है ! 🙏 बोलो मेरे सतगुरु श्री बाबा लाल दयाल जी महाराज की जय 🌹 ©Vikas Sharma Shivaaya' हनुमान बीज मंत्र: ॐ ऐं भ्रीम हनुमते,श्री राम दूताय नम: मंगल मंत्र : 'ॐ धरणीगर्भसंभूतं विद्युतकान्तिसमप्रभम। कुमारं शक्तिहस्तं तं मंगलं प्
Vikas Sharma Shivaaya'
नवरात्रि के छठवें दिन मां कात्यायनी की पूजा की जाती है, मां कात्यायनी मां दुर्गा का ज्वलंत स्वरूप हैं- मां कात्यायनी की पूजा विधि अनुसार करने से शक्ति, सफलता, प्रसिद्धि का वरदान प्राप्त होता है। मां कात्यायनी बीज मंत्र:क्लीं श्री त्रिनेत्रायै नमः मां कात्यायनी के मंत्र: 1. ॐ देवी कात्यायन्यै नमः।। 2. एत्तते वदनम साओमय्म लोचन त्रय भूषितम। पातु न: सर्वभितिभ्य, कात्यायनी नमोस्तुते।। 🙏 बोलो मेरे सतगुरु श्री बाबा लाल दयाल जी महाराज की जय 🌹 ©Vikas Sharma Shivaaya' नवरात्रि के छठवें दिन मां कात्यायनी की पूजा की जाती है, मां कात्यायनी मां दुर्गा का ज्वलंत स्वरूप हैं- मां कात्यायनी की पूजा विधि अनुसार करन
Vikas Sharma Shivaaya'
मां काली एकाक्षरी मंत्र( मां चिंतामणि काली का विशेष मंत्र):- क्रीं क्रीं क्रीं हूँ हूँ ह्रीं ह्रीं दक्षिणे कालिके क्रीं क्रीं क्रीं हूँ हूँ ह्रीं ह्रीं स्वाहा॥ मां वैभव लक्ष्मी मंत्र:- ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्री सिद्ध लक्ष्म्यै नम: यह वैभव लक्ष्मी का मंत्र है मां सरस्वती बीज मंत्र:- ॐ ह्रीं श्रीं सरस्वत्यै नमः। ॐ ऎं सरस्वत्यै ऎं नमः।। विष्णु सहस्रनाम(एक हजार नाम) आज 166 से 176 नाम 166 वीरहा धर्म की रक्षा के लिए असुर योद्धाओं को मारते हैं 167 माधवः विद्या के पति 168 मधुः मधु (शहद) के समान प्रसन्नता उत्पन्न करने वाले 169 अतीन्द्रियः इन्द्रियों से परे 170 महामायः मायावियों के भी स्वामी 171 महोत्साहः जगत की उत्पत्ति, स्थिति और प्रलय के लिए तत्पर रहने वाले 172 महाबलः सर्वशक्तिमान 173 महाबुद्धिः सर्वबुद्धिमान 174 महावीर्यः संसार के उत्पत्ति की कारणरूप 175 महाशक्तिः अति महान शक्ति और सामर्थ्य के स्वामी 176 महाद्युतिः जिनकी बाह्य और अंतर दयुति (ज्योति) महान है 🙏बोलो मेरे सतगुरु श्री बाबा लाल दयाल जी महाराज की जय🌹 ©Vikas Sharma Shivaaya' मां काली एकाक्षरी मंत्र( मां चिंतामणि काली का विशेष मंत्र):- क्रीं क्रीं क्रीं हूँ हूँ ह्रीं ह्रीं दक्षिणे कालिके क्रीं क्रीं क्रीं हूँ हूँ
Vikas Sharma Shivaaya'
माता लक्ष्मी का बीज मंत्र-ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मी नम:।। “मैया री मोहिं माखन भावै -मधु मेवा पकवान मिठा मोंहि नाहिं रुचि आवे। ब्रज जुवती इक पाछें ठाड़ी सुनति स्याम की बातें -मन-मन कहति कबहुं अपने घर देखौ माखन खातें। बैठें जाय मथनियां के ढिंग मैं तब रहौं छिपानी-सूरदास प्रभु अन्तरजामी ग्वालि मनहिं की जानी।। “ यहां कृष्ण माता यशोदा से कह रही हैं कि मुझे माखन बहुत अच्छा लगता है, मुझे शहद, मेवे ,पकवान और मीठा पसंद नहीं है। ब्रज की एक युवती पीछे से सुन रही है और मन में कह रही है कि कभी उसके घर में उसने माखन खाया है, मैं मथनी के पीछे छुप गई, तब कृष्ण वहां आते हैं और माखन खाने लगते हैं। सूरदास कहते हैं कि प्रभु एक पारलौकिक व्यक्ति हैं और वह उस युवती के मन को जानते हैं। 🙏 बोलो मेरे सतगुरु श्री बाबा लाल दयाल जी महाराज की जय🌹 ©Vikas Sharma Shivaaya' माता लक्ष्मी का बीज मंत्र-ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मी नम:।। “मैया री मोहिं माखन भावै -मध
Vikas Sharma Shivaaya'
शुक्र एकाक्षरी बीज मंत्र- 'ॐ शुं शुक्राय नम:।' माँ लक्ष्मी का महामंत्र- ॐ श्रीं ल्कीं महालक्ष्मी महालक्ष्मी एह्येहि सर्व सौभाग्यं देहि मे स्वाहा।। इसका जाप करने से स्थिर धन, दौलत और वैभव प्राप्त होता है। “ अरु हलधर सों भैया कहन लागे मोहन मैया मैया-नंद महर सों बाबा अरु हलधर सों भैया।। ऊंचा चढी चढी कहती जशोदा लै लै नाम कन्हैया-दुरी खेलन जनि जाहू लाला रे! मारैगी काहू की गैया।। गोपी ग्वाल करत कौतुहल घर घर बजति बधैया-सूरदास प्रभु तुम्हरे दरस कों चरननि की बलि जैया।। ” बाल कृष्ण ने यशोदा को मैया, बलराम को भैया और नंद को बाबा के नाम से पुकारना शुरू किया है। बाल कृष्ण अब बहुत शरारती हो गए हैं। वह तुरंत यशोदा की नज़रों से दूर हो जाते है। इसीलिए यशोदा को ऊंचाई पर जाकर कन्हैया कन्हैया पुकारना पड़ता है। 🙏 बोलो मेरे सतगुरु श्री बाबा लाल दयाल जी महाराज की जय 🌹 ©Vikas Sharma Shivaaya' शुक्र एकाक्षरी बीज मंत्र- 'ॐ शुं शुक्राय नम:।' माँ लक्ष्मी का महामंत्र- ॐ श्रीं ल्कीं महालक्ष्मी महालक्ष्मी एह्येहि सर्व सौभाग्यं देहि मे
Vikas Sharma Shivaaya'
मां दुर्गा के पांचवें स्वरूप स्कंदमाता को बेहद शक्तिशाली और दयालु माना गया है, नवरात्रि के पांचवे दिन मां स्कंदमाता की पूजा करने से शत्रु परास्त होते हैं तथा निस्संतानों को संतान सुख की प्राप्ति होती है।पुराणों के अनुसार, मां स्कंदमाता कमल पर विराजमान रहती हैं इसलिए उन्हें पद्मासना देवी के नाम से जाना जाता है। कहा जाता है कि मां स्कंदमाता मातृत्व को परिभाषित करती हैं। मां स्कंदमाता के गोद में छह मुख वाले स्कंद कुमार विराजित रहते हैं। मां स्कंदमाता की पूजा करना अत्यंत लाभकारी माना जाता है। मां स्कंदमाता की पूजा करने से संतान सुख की प्राप्ति होती है तथा शत्रुओं का विनाश होता है। इतना ही नहीं मां स्कंदमाता की पूजा करने से भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं। स्कंदमाता बीज मंत्र:- हीं क्लीं स्वमिन्यै नमः। स्कंदमाता का स्तुति मंत्र:- या देवी सर्वभूतेषु मां स्कंदमाता रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।। 🙏 बोलो मेरे सतगुरु श्री बाबा लाल दयाल जी महाराज की जय 🌹 ©Vikas Sharma Shivaaya' मां दुर्गा के पांचवें स्वरूप स्कंदमाता को बेहद शक्तिशाली और दयालु माना गया है, नवरात्रि के पांचवे दिन मां स्कंदमाता की पूजा करने से शत्रु पर