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PRIYA SINHA
🙂"दिखावे की खुशी"🙂 दिल में दर्द और होठों पे हँसी ; इसे कहते हैं दिखावे की खुशी ; चाहे हो झूठी या हो फिर सच्ची, मुस्कराने में न हो कभी बेबसी ! प्रिया सिन्हा 𝟏𝟗. जून 𝟐𝟎𝟐𝟒. (बुधवार) ©PRIYA SINHA 🙂"दिखावे की खुशी"🙂 दिल में दर्द और होठों पे हँसी ; इसे कहते हैं दिखावे की खुशी ; चाहे हो झूठी या हो फिर सच्ची, मुस्कराने में न हो कभी बेब
🙂"दिखावे की खुशी"🙂 दिल में दर्द और होठों पे हँसी ; इसे कहते हैं दिखावे की खुशी ; चाहे हो झूठी या हो फिर सच्ची, मुस्कराने में न हो कभी बेब #Life
read moreDevesh Dixit
खामोश हूँ खामोश रहने दो अभी खामोश हूँ खामोश रहने दो, मुझे मेरे अरमानों में बहने दो। सूख रहा है देख आँखों का पानी, उस पानी को मुझे समेट लेने दो। है दर्द जितना अब मेरी आहों में, सुन सकते हो उसे मेरी साँसों में। खुल कर बताता भी तो कैसे मैं अब, हँसी भी दिखी है उनकी अदाओं में। उम्मीदों को जकड़े रखा है मैंने, हौंसलों को थाम के रखा है मैंने। मत कर ऊँगली अब मेरे इरादों को, उसे मजबूत कर के रखा है मैंने। टूट न जाए ये हौंसले अब मेरे, मत उकेरो तुम इन सपनों को मेरे। पूरा करने में ज़ख्म लिए हैं बहुत, मत कुरेदो तुम उन ज़ख्मों को मेरे। अभी खामोश हूँ खामोश रहने दो, मुझे मेरे अरमानों में बहने दो। सूख रहा है देख आँखों का पानी, उस पानी को मुझे समेट लेने दो। .............................................. देवेश दीक्षित ©Devesh Dixit #खामोश_हूँ_खामोश_रहने_दो #nojotohindi #nojotohindipoetry खामोश हूँ खामोश रहने दो अभी खामोश हूँ खामोश रहने दो, मुझे मेरे अरमानों में बहने
#खामोश_हूँ_खामोश_रहने_दो #nojotohindi #nojotohindipoetry खामोश हूँ खामोश रहने दो अभी खामोश हूँ खामोश रहने दो, मुझे मेरे अरमानों में बहने #Poetry #sandiprohila
read moreShashi Bhushan Mishra
White बेशुमार खज़ाने हैं, कुदरत के नज़राने हैं, ये मुक़ाम भी पाने में, हमको लगे ज़माने हैं, बिला जरुरत के सारे, रिश्ते भी बेगाने हैं, ख़बरें सारी दुनिया की, ख़ुद से ही अनजाने हैं, हर कोई इस बस्ती का, कुदरत के दीवाने हैं, ढूढ़ोगे रब कहाँ-कहाँ, कितने और ठिकाने हैं, 'गुंजन' है पहचान यही, हंसी-खुशी पैमाने हैं, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज ©Shashi Bhushan Mishra #हँसी ख़ुशी पैमाने हैं#
Ranjitvikash
दम है तो हँसी रोककर दिखाओ 🤣🤣🤣🤣 #fbreels #fbvirals #shortsvideo #fbviral #Comedy #trendingshorts #ComedyVideo #viral #Funny #Shorts
read moreनिशब्द
खुद पे हँसी आती है 💐😊 #Hindi #yqdidi #yqbaba #yqaestheticthoughts Life #Life_experience #विचार
read moreRamkishor Azad
ओ हसीना तुम मुस्कुराओ हम तुम्हें हँसते हुए देखना चाहते हैं, कहते है प्यार की बरसात होती है जिसमें हम नहाना चाहते हैं! नजरों के तीर घायल कर देते है आशिकी मिजाज को जिसे हम अपनाना चाहते हैं,, तुम मोहब्बत की वो मिसाल हों जिसके वार से हम खुद घायल होना चाहते हैं!! डीयर आर एस आज़ाद... ©Ramkishor Azad #शायरी #हँसीना #rsazad #Love #mohabbat #viral #treanding #चाहत #नजरें_तुम्हारी #मुस्कान Nîkîtã Guptā Rama Maheshwari Anupriya Neelam Modanwa
शायरी हँसीना rsazad Love mohabbat viral treanding चाहत नजरें_तुम्हारी मुस्कान Nîkîtã Guptā Rama Maheshwari Anupriya Neelam Modanwa
read moreMAHENDRA SINGH PRAKHAR
ग़ज़ल :- वो रहते कहाँ हैं पता जानते हैं । कि उनकी सभी हम अदा जानते हैं ।।१ लगा जो अभी रोग दिल को हमारे ।। न मिलती है इसकी दवा जानते हैं ।।२ मनाएं उन्हें हम भला आज कैसे । जिन्हें आज अपना खुदा जानते हैं ।।३ मिटेगा नहीं ये कभी रोग दिल का । यहाँ लोग करना दगा जानते हैं ।।४ मुझे बस है उम्मीद अपने सनम से । कि देना वही इक दुआ जानते हैं ।। ५ न रहता मेरा दिल कभी दूर उनसे । मगर लोग सारे जुदा जानते हैं ।।६ ठहरती नहीं है नज़र उन पे कोई । तभी से उन्हें हम बला जानते हैं ।।७ नही प्यार तू उस तरह कर सकेगा । वो करना हमेशा जफ़ा जानते हैं ।।८ न पूछो प्रखर तुम हँसी वो है कितना । कहूँ सच तो सब अप्सरा जानते हैं ।।९ ३०/०४/२०२४ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR ग़ज़ल :- वो रहते कहाँ हैं पता जानते हैं । कि उनकी सभी हम अदा जानते हैं ।।१ लगा जो अभी रोग दिल को हमारे ।। न मिलती है इसकी दवा जानते हैं ।।२ मन
ग़ज़ल :- वो रहते कहाँ हैं पता जानते हैं । कि उनकी सभी हम अदा जानते हैं ।।१ लगा जो अभी रोग दिल को हमारे ।। न मिलती है इसकी दवा जानते हैं ।।२ मन #शायरी
read moreMAHENDRA SINGH PRAKHAR
White ग़ज़ल :- वो आती लौट पर जाने की जल्दी थी । पुकारो मत उधर जाने की जल्दी थी ।।१ छुपा लेता खुशी सारी सभी से मैं । करूँ क्या आँख भर जाने की जल्दी थी ।।२ हटे कैसे नज़र मेरी हँसी रुख से । जिसे अब देख तर जाने की जल्दी थी ।।३ न था अपना कोई उसका मगर फिर भी । उसे हर रोज घर जाने की जल्दी थी ।।४ सँवरना देखकर तेरा मुझे लगता । तुझे दिल में उतर जाने की जल्दी थी ।।५ बताती हार है अब उन महाशय की । उन्हें भी तो मुकर जाने की जल्दी थी ।।६ नशे की लत उसे ऐसी लगी यारों । जैसे उसको भी मर जाने की जल्दी थी ।।७ सही से खिल नहीं पाये सुमन डाली । जमीं पे जो बिखर जाने की जल्दी थी ।।८ लगाये आज हल्दी चंदन वो बैठे । न जाने क्यों निखर जाने की जल्दी थी ।।९ किये सब धाम के दर्शन प्रखर ऐसे । खब़र किसको निकर जाने की जल्दी थी ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR ग़ज़ल :- वो आती लौट पर जाने की जल्दी थी । पुकारो मत उधर जाने की जल्दी थी ।।१ छुपा लेता खुशी सारी सभी से मैं । करूँ क्या आँख भर जाने की जल्दी थ
ग़ज़ल :- वो आती लौट पर जाने की जल्दी थी । पुकारो मत उधर जाने की जल्दी थी ।।१ छुपा लेता खुशी सारी सभी से मैं । करूँ क्या आँख भर जाने की जल्दी थ #शायरी
read moreAshraf Fani【असर】
Village Life आरज़ूएँ बेतहासा और मजबूरियाँ बहुत हैं हज़ारों की भीड़ में भी तन्हाईयाँ बहुत हैं नकली हँसी है लब पर ग़मगिनियाँ बहुत हैं ख़ुशियों की धूप फीकी परछाईयाँ बहुत हैं ©Ashraf Fani【असर】 आरज़ूएँ बेतहासा और मजबूरियाँ बहुत हैं हज़ारों की भीड़ में भी तन्हाईयाँ बहुत हैं नकली हँसी है लब पर ग़मगिनियाँ बहुत हैं ख़ुशियों की धूप फीकी परछ
आरज़ूएँ बेतहासा और मजबूरियाँ बहुत हैं हज़ारों की भीड़ में भी तन्हाईयाँ बहुत हैं नकली हँसी है लब पर ग़मगिनियाँ बहुत हैं ख़ुशियों की धूप फीकी परछ #शायरी #villagelife #ashraffani
read moreMAHENDRA SINGH PRAKHAR
लूट लिए हमको सजन., तेरे ये दो नैन । आता अब पल भर नहीं , सुनो जिया को चैन ।। देखो जब भी हम मिले , किए बात दो नैन । मन ये प्यासा रह गया , बीत गई फिर रैन ।। रूप मोहिनी देखकर , ठहर गये दो नैन । लब बेचारे मौन थे , कह न सके दो बैन ।। जिनकी सुन तारीफ में , निकल न पाये बैन । कजरारे वह नैन अब , लूट रहें हैं चैन ।। इतना तो अब ध्यान रख , भोर नही ये रैन । झूठ बोलते आप हैं , बोल रहे दो नैन ।। अमृत कलश पिला दिए , तेरे ये दो नैन । झूम-रहा हूँ देख लो , पीकर अब दिन रैन ।। लाकर होठों पर हँसी , पीर छुपाये कौन । दो नैना यह देखकर , रह न सकेंगे मौन ।। दो नैना जो चार हो, खिले अधर मुस्कान धीरे-धीरे हो गया , देख हृदय का दान ।। ०४/०४/२०२४ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR लूट लिए हमको सजन., तेरे ये दो नैन । आता अब पल भर नहीं , सुनो जिया को चैन ।। देखो जब भी हम मिले , किए बात दो नैन । मन ये प्यासा रह गया ,
लूट लिए हमको सजन., तेरे ये दो नैन । आता अब पल भर नहीं , सुनो जिया को चैन ।। देखो जब भी हम मिले , किए बात दो नैन । मन ये प्यासा रह गया , #कविता
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