Find the Latest Status about दुश्मन है ज़माना from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, दुश्मन है ज़माना.
Satish Kumar Meena
White पुराना ज़माना अच्छा था जब छत से चांद निहारा। छत पर सोए,सपने संजोए दिखता था सब ही प्यारा।। ©Satish Kumar Meena पुराना ज़माना
पुराना ज़माना
read morevksrivastav
Unsplash ये ज़माना है कई चेहरों का एक चेहरे से कुछ नही होगा दिख रहे जितने भी सब दूल्हे हैं तेरे सेहरे से कुछ नही होगा ©Vk srivastav ये ज़माना है कई चेहरों का #Shayari #Life #viral #Trending #vksrivastav
ये ज़माना है कई चेहरों का #Shayari Life #viral #Trending #vksrivastav
read moreKasim Ali Latif
नवनीत ठाकुर
दुश्मनी का सफ़र भले ही छोटा हो, इंसानियत की राह पर चलना बड़ा होता है। जो दुश्मन था कभी, वो अब रास्ता दिखा सकता है, दिलों में घावों को भी मोहब्बत भर सकता है। अक्सर जख्मों से ही नई ताकत मिलती है, जो कभी टूटा था, वही फिर से उठ सकता है। दुश्मनी की दीवार कब तक खड़ी रहेगी, सच्ची दोस्ती की हवाओं में वो भी गिर सकेंगी। ©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर दुश्मनी का सफ़र भले ही छोटा हो, इंसानियत की राह पर चलना बड़ा होता है। जो दुश्मन था कभी, वो अब रास्ता दिखा सकता है, दिलों में घाव
#नवनीतठाकुर दुश्मनी का सफ़र भले ही छोटा हो, इंसानियत की राह पर चलना बड़ा होता है। जो दुश्मन था कभी, वो अब रास्ता दिखा सकता है, दिलों में घाव
read moreनवनीत ठाकुर
Unsplash मुझे दुश्मन ही दे दो, अब रास्ता आसान लगता है, जो था कभी अपना, वो अब दगा देने वाला लगता है। मुझे दुश्मन ही दे दो, अब अपनों से डर सा लगता है, अब सच्चाई का सामना, आसान सा दिखता है। हर शब्द में अब एक बेवफाई का रंग सा दिखता है। जो अपना था, अब वो सिर्फ़ धोखा देने वाला लगता है, ©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर मुझे दुश्मन ही दे दो, अब रास्ता आसान लगता है, जो था कभी अपना, वो अब दगा देने वाला लगता है। मुझे दुश्मन ही दे दो, अब अपनों से डर
#नवनीतठाकुर मुझे दुश्मन ही दे दो, अब रास्ता आसान लगता है, जो था कभी अपना, वो अब दगा देने वाला लगता है। मुझे दुश्मन ही दे दो, अब अपनों से डर
read moreरंगरेज़
क्या खूब घरोंदे ये, बनाये हैं परिंदों ने, उनको भी शायद इल्म दस्तूर-ए-ज़माना है... reality wlife quotes in hindi wlife quotes heart touchin
read moreनवनीत ठाकुर
White फ़ौलाद से भी मजबूत हमारे जज़्बात , खुदा का भरोसा और हौसले की मशाल। जो सोच भी न सके कोई ज़माना, हम वो कर दिखाने का रखते हैं कमाल। मिट्टी के कण से आसमान तक है उड़ान, अपने इरादों से रचते हैं मिसाल। हर ख्वाब को सच करने की चाह, बनाते हैं राहें, मिटाते हैं मलाल। ठोकरों से जो सीखे वो हैं हम, हर दर्द को सब्र में लेते हैं ढाल। गिरकर फिर से उठने की है आदत, खुद को हर बार लेते हैं संभाल। ©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर फ़ौलाद से भी मजबूत हमारे जज़्बात, खुदा का भरोसा और हौसले की मशाल। जो सोच भी न सके कोई ज़माना, हम वो कर दिखाने का रखते हैं कमाल।
#नवनीतठाकुर फ़ौलाद से भी मजबूत हमारे जज़्बात, खुदा का भरोसा और हौसले की मशाल। जो सोच भी न सके कोई ज़माना, हम वो कर दिखाने का रखते हैं कमाल।
read moreF M POETRY
White करूँ तारीफ़ क्या तेरी तू इतनी खूबसूरत है.. तू शहज़ादी है रानी है तेरी सूरत सुहानी है.. यूसुफ़ आर खान.... ©F M POETRY #तू शहज़ादी है रानी है.....
#तू शहज़ादी है रानी है.....
read more#काव्यार्पण
White 1222 1222 122 मेरी दुश्मन है बे- अकली हमारी दिखी औकात अब असली हमारी मेरे आँसू छुपा लेता है बिस्तर हँसी है यार अब नकली हमारी। हमें ही मान बैठे हो खुदा तुम मगर करते हो फिर चुगली हमारी। जजीरें तोड़ दी मैंने जहां की सभी ने टागे फिर काटी हमारी। पुरुष ही शेष है नारी के भीतर कहीं अब खो गई नारी हमारी। अकड़ ही रह गई इंसान में अब सिकुड़ती जा रही रस्सी हमारी। नहीं चलती हूं मैं उस राह पे अब जहां से उठ गई अर्थी हमारी। पड़ी रहती हूं मैं कमरे के भीतर हमें ही भा गई सुस्ती हमारी। दरो दीवार पर चेहरा है उसका नजर ही हो गई अंधी हमारी। सभा में मौन बैठे ही रहे सब रही थी द्रौपदी लुटती हमारी। कभी भी याद उसकी आ गई जो कि हालत ही नहीं सभली हमारी। मेरी बाहों से हिजरत करने वाले क्या तुमको याद है चुप्पी हमारी। ©#काव्यार्पण मेरी दुश्मन है :- प्रज्ञा शुक्ला, सीतापुर #काव्यार्पण #Kavyarpan #हिंदी #poetry #gazal #good_night hindi poetry Sushant Singh Rajput poe
मेरी दुश्मन है :- प्रज्ञा शुक्ला, सीतापुर #काव्यार्पण #Kavyarpan #हिंदी #Poetry #gazal #good_night hindi poetry Sushant Singh Rajput poe
read moreएस पी "हुड्डन"
White कौन जाने दिल में किसी के चलता क्या है, राज़ छिपा कर दबा कर भी रखता क्या है। खैर थक गया हूँ सुनते सुनते मैं ज़माने की, आखिर! यह ज़माना मेरा लगता क्या है। ©एस पी "हुड्डन" #ज़माना