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Ombir Kajal
पाठ मुझे इश्क का, पढ़ा तो सही, नैन जरा मुझसे, लड़ा तो सही। थोड़ा बहुत सुन रखा है, बारे में मोहब्बत के, थोड़ी बहुत करनी भी, सीखा तो सही। सुना है तजुर्बा तेरा, काफी हो चुका है अब, रंग थोड़ा तजुर्बे का, दिखा तो सही। दिल का पंछी देख के तुझको,फडफडाता बहुत है, कर शिकार,तीर नजर का, चला तो सही। सुना है कईयों से, तेरा लहजा बहुत नशीला है, कभी 2-4 जाम हमको भी, पिला तो सही। "ओमबीर काजल" मुर्गा खुद, तैयार है हलाल को, जान की परवाह नहीं, बस तु मुझे खा तो सही। ©Ombir Kajal पाठ इश्क का
पाठ इश्क का #Shayari
read moreMayank Yadav
मुझे दोस्ती का पाठ पढ़ाते हैं और अपना दोस्त बताते हैं फिर वक़्त आने पर वही मुझे मेरी ओकात याद दिलाते हैं मुझ पर उन्होंने एहसान किए हैं कुछ ऐसा जताते हैं अपनी इस छोटी सी सोच से मुझे दुनियां दिखाते हैं दोस्ती का पाठ
दोस्ती का पाठ #कविता
read moreArora PR
प्रेम का पाठ याद करते करते. अचानक मेरे दिल ने उछल कर कहा. मुझसे तू भी दूसरे प्रेमियों की तरह एक दिन तड़प कर मरेगा ©Arora PR प्रेम का पाठ
प्रेम का पाठ #कविता
read moreHARSH369
मां का प्यार दुनिया मे अगर कही स्वर्ग है, तो पहला स्वर्ग मां के आंचल मे है वही से जिन्दगी जीनी सीखी है, हंसना सीखा, बोलना सीखा यही हमारी जिन्दगी अब तक बीती है मां के बिन हम बिल्कुल अधुरे है मां के बिना हम बेमतलबी और लाचार है बन्द बोत्तल मे भरे हुए बिन तेल के अचार है मां के बीना जग सुना सुना सा लगता है मां का प्यार दुनिया मे सारे प्यार से सर्वोत्तम है मां की बोलि,मां का प्यार करती है बच्चो के लिये दुलार कितना ये हम जानते है, हम् भाग्यशाली है जो मां के इस प्यार, दुलार, उपकार के ऋणि हैं थैक्स मां..!! ---shreehari(विजय) ©Shreehari Adhikari369 माँ का प्यार सर्वोत्तम है..!! #MothersDay2021
माँ का प्यार सर्वोत्तम है..!! #MothersDay2021 #कविता
read moreNainsi Gupta
आशाएँ ऐसी हो की मंजिल तक पहुंचा दे, मंजिल ऐसी हो जीवन जीना सीखा दे, जीवन ऐसा हो जो रिस्तों की कद्र करना सीखा दे और रिस्ते ऐसे हों जो याद करने को मजबूर कर दे... #जिंदगी का पाठ #Darknight
#जिंदगी का पाठ #Darknight #Life_experience
read moreEk villain
मानव जन्म विधाता का उत्कृष्ट वरदान है यह कहां और कब मिलेगा कोई नहीं जानता किंतु इसकी सफलता हमारे वश में है इसके लिए जिन मानवीय गुना के आवश्यकता होती है उसका उत्तरदायित्व परिवार और समाज पर है इसलिए बचपन से ही विभिन्न पाठ पढ़ाए जाते हैं किंतु यह पाठ व्याख्यातिक और सामाजिक जीवन में कितने उपयोगी सिद्ध होंगे इसका अनुशीलन आवश्यक है अन्यथा विपरीत परिणाम संभव है मनुष्य के प्रत्येक आचरण का प्रभाव समाज पर पड़ता है आते कोई भी पाठ समाज से अलग होकर नहीं देखा जा सकता ©Ek villain जीवन का प्रथम पाठ
जीवन का प्रथम पाठ #Society
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