Nojoto: Largest Storytelling Platform

New वतन पर उर्दू शायरी Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about वतन पर उर्दू शायरी from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, वतन पर उर्दू शायरी.

MDS GK question

#Manmohan_Singh_Dies शायरी लव '15 अगस्त पर शायरी' लव शायरी शायरी लव दोस्ती शायरी

read more
Google happy new year 2025

©MDS GK question #Manmohan_Singh_Dies  शायरी लव '15 अगस्त पर शायरी' लव शायरी शायरी लव दोस्ती शायरी

प्रेत आत्मा

शायरी हिंदी में शायरी हिंदी लव शायरी शायरी लव '15 अगस्त पर शायरी'

read more

MDS Yadav

शेरो शायरी '15 अगस्त पर शायरी' दोस्त शायरी खूबसूरत दो लाइन शायरी शायरी attitude

read more

Deepbodhi

#sad_quotes शायरी वीडियो शायरी लव रोमांटिक हिंदी शायरी '15 अगस्त पर शायरी' शायरी लव

read more
उठाते हैं तूफा यहाँ पर प्यालियों में लोग,
जिनमे खाते छेद करते उन्ही थालियों में लोग।

पी -पी कर सत्ता की मदिरा बेहिसाब,
लुढ़क गए राजनीति की नालियों में लोग।

हर्ष के उन्माद में जलाकर किसी का घर,
खो गये अपनी अपनी दीवालियों में लोग।

चुटकी भर खुशहाली पाने की उम्मीद में,
जी रहे बरसो से बदहालियों में लोग।

चमन में चुन चुन के जो नोचते है कलियाँ,
उन को भी गिन रहे है मालियों में लोग।

नपुंसक भीड़ जुटा करके अपने आस पास,
खुश हो रहे खरीदी हुई तालियों में लोग।

या जोड़ने में लोग खर्च कर देते जिन्दगी,
या बिताते है जिन्दगी रखवालियों में लोग।

उजाले में जो बाँटते गरीबो में अन्न बस्त्र,
अँधेरे में शामिल वही मवालियो में लोग।

कालिख को साफ करने के जरिये बहुत है 'राज',
सो लगे है कोयले की दलाली में _______लोग।

©Deepbodhi #sad_quotes  शायरी वीडियो शायरी लव रोमांटिक हिंदी शायरी '15 अगस्त पर शायरी' शायरी लव

Mohd Arbaaz

शायरी वीडियो '15 अगस्त पर शायरी' शेरो शायरी

read more

Neetesh kumar

'15 अगस्त पर शायरी' लव शायरी शायरी लव रोमांटिक शायरी हिंदी दोस्ती शायरी

read more

Kavi Himanshu Pandey

वतन.. #beingoriginal Hindi

read more

Pankaj Maurya

'15 अगस्त पर शायरी'

read more

Adv. Rakesh Kumar Soni (अज्ञात)

#किसके हिस्से वतन

read more
तेरा चिंतन मनन, अब पूछता कौन है 
अच्छे बुरे व्यसन,अब पूछता कौन है 

बेईमानी के धंधों में इजाफा बहुत है 
ईमानों का पतन अब पूछता कौन है..

दर्द देने की आदत शुमार है जमाना 
दर्द का कारण क्या अब पूछता कौन है 

जुल्मो सितम से आसमाँ फटा जाता है 
फूलों से कोमल मन अब पूछता कौन है 

दिलों में शहादत की लौ ही बुझ गई  
शहीदों को नमन अब कौन पूछता है..

ये जमीं बँट गई आसमां लुट गया फिर 
किसके हिस्से वतन, अब पूछता कौन है 

राहे वतन पे बिछना तेरी शान थी गुल 
बिखरा किस बदन अब पूछता कौन है...

जाने कहाँ मशगूल हो रहीं जिंदगियाँ 
अपना ही घर आँगन अब पूछता कौन है..

जब आँखों की शर्मो हया ही मर गई 
मुँह ताकता दर्पण अब पूछता कौन है...

©अज्ञात #किसके हिस्से वतन

Abhishek

'15 अगस्त पर शायरी'

read more
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile