Find the Best किसके Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutजमीन किसके नाम है, वीटो पावर किसके पास है, रणबीर कपूर की शादी किसके साथ हुई, सरहिंद का युद्ध किसके बीच हुआ, किसके meaning in english,
neelu
White मेरी नानी कहती थी जानकर अंजान बनने वालों को तो बेवकूफ भी नहीं कह सकते है.. यह मेरे लिए तो नहीं कहा होगा ना.. फिर किसके लिए कहा होगा ©neelu #sad_quotes फिर #किसके लिए #कहां होगा
#sad_quotes फिर #किसके लिए #कहां होगा
read moreAdv. Rakesh Kumar Soni (अज्ञात)
तेरा चिंतन मनन, अब पूछता कौन है अच्छे बुरे व्यसन,अब पूछता कौन है बेईमानी के धंधों में इजाफा बहुत है ईमानों का पतन अब पूछता कौन है.. दर्द देने की आदत शुमार है जमाना दर्द का कारण क्या अब पूछता कौन है जुल्मो सितम से आसमाँ फटा जाता है फूलों से कोमल मन अब पूछता कौन है दिलों में शहादत की लौ ही बुझ गई शहीदों को नमन अब कौन पूछता है.. ये जमीं बँट गई आसमां लुट गया फिर किसके हिस्से वतन, अब पूछता कौन है राहे वतन पे बिछना तेरी शान थी गुल बिखरा किस बदन अब पूछता कौन है... जाने कहाँ मशगूल हो रहीं जिंदगियाँ अपना ही घर आँगन अब पूछता कौन है.. जब आँखों की शर्मो हया ही मर गई मुँह ताकता दर्पण अब पूछता कौन है... ©अज्ञात #किसके हिस्से वतन
#किसके हिस्से वतन
read moreAnil
दोस्त रूठे मेरा तो मैं भी रूठूं।। सारे काम छोड़कर उसके पास जाके बैठूं।। और बात न सुने मेरी, तो मन करता है। कुत्ते की तरह घसीटकर फिर डंडे से पीटू।। 😂😂 ©Anil #किसके दोस्त हैं ऐसे😂😂
#किसके दोस्त हैं ऐसे😂😂
read moreamar gupta
बाल खुले आंखो मे लाईनर होठो पर लाली थी ... इतना सज सवर के तू किसके लिये आयी थी.. पागल ये हमारी नही , मेरी बहन की सगाई थी ...😀 ©amar gupta #किसके लिये इतना सज सवर के क्यू आयी थी.. #Rose
Jyoti(Rubby ru...
अपनों के लिए जीते हैं, तो भी दर्द होता है। अपनों के लिए मरते हैं, तो भी दर्द होता है। किसके लिए जीये और किसके लिए मरे ?... ©Rubby ru.. #किसके लिए जीये और मरे?
#किसके लिए जीये और मरे?
read moreकुन्दन ( کندن )
अपने-पराये पहचान ही नहीं हो पाती की कौन है यहां अपने-पराये !! किसके साथ स्नेह करें और किसके साथ उम्र बिताये !! ये सत्य है और हमेशा ही सत्यार्थ को ही प्रदर्शित करेगी सांसों का बोझ है जब तक,तब तक तो रिश्ते को निभाये !! इस बात को समझने में जितनी देरी होगी कष्ट उतना ज्यादा ज़िन्दगी एक सराय ही है यहां देने पड़ते है सबको किराये !! @कुन्दन_प्रीत
@कुन्दन_प्रीत
read moreगौरव गोरखपुरी
पैसों से ही नहीं होता शहर में सहर, शाम को दर पर दिया भी तो जले मेरे शहर में सिर्फ पैसे से , अब कोई ख़ुश- हाल भी नहीं रहा किसके इज्जत पर आंच आईं , किसके गिरेबान पर डांका पड़ा मेरे शहर में ऐसा पड़ोसी , अब कोई ऐसा कोतवाल भी नहीं रहा देख कर मुंह फेर लेते है , वक़्त से जूझ रहे मेरे रिश्तेदार शहरी मसला अजीब सा है शहर का , यहां गांव सा हालचाल भी नहीं रहा दीवारें ऊंची हो रही हैं, घर के चार - दिवारी की हर रोज बगल में कौन घूंट - घूंट के मर रहा है , मेरे शहर को ये ख्याल भी नहीं रहा उलझे हुए है सब के सब , सोशल साइट्स की जाल में अब चौराहे पर ठहाके सुनाई नहीं देते , अब कोई कोलाहल भी नहीं रहा मुश्किल से देखने को मिलती है , माटी में खेलते बच्चे शहर में बच्चो की कहानियों में , अब विक्रम - बैताल भी नहीं रहा पुराने घर में ही पुराने , मां- बाप को छोड़ आए हैं इस पाप का मेरे शहर को , अब मलाल भी नहीं रहा रिश्ता तोड़ देते है , चंद नोक - झोंक में भावनाएं और वादे इस शहर में , अब कोई सम्हाल भी नहीं रहा निकलते है नाश्ता कर के , खाने के वक़्त पर लौट आते है गर्मी की छुट्टियों वाला , शहर में ननिहाल भी नहीं रहा गांव को देहात कह हसने वाले , क्या यही तरक्की है मेरे शहर की शहर वालो को शहरी कहने का , अब बचा कोई मिसाल भी नहीं रहा पेशा मोहब्बत था, शौक नहीं मेरा , ऐसे पेशवाई से लाचार मेरे सिवा मेरे शहर में, अब कोई बदहाल भी नहीं रहा #poeticPandey #GAURAVpandeyPoet #MeraShehar 2 पैसों से ही नहीं होता शहर में सहर, शाम को दर पर दिया भी तो जले मेरे शहर में सिर्फ पैसे से , अब कोई ख़ुश- हाल नहीं रहा किसके इज्जत पर आंच आईं , किसके गिरेबान पर डांका पड़ा मेरे शहर में ऐसा पड़ोसी , अब कोई ऐसा कोतवाल भी नहीं रहा देख कर मुंह फेर लेते है , वक़्त से जूझ रहे मेरे रिश्तेदार शहरी
#MeraShehar 2 पैसों से ही नहीं होता शहर में सहर, शाम को दर पर दिया भी तो जले मेरे शहर में सिर्फ पैसे से , अब कोई ख़ुश- हाल नहीं रहा किसके इज्जत पर आंच आईं , किसके गिरेबान पर डांका पड़ा मेरे शहर में ऐसा पड़ोसी , अब कोई ऐसा कोतवाल भी नहीं रहा देख कर मुंह फेर लेते है , वक़्त से जूझ रहे मेरे रिश्तेदार शहरी
read moreMamtaYadav
जीत किसके लिए, हार किसके लिए ज़िंदगी भर ये तकरार किसके लिए.. जो भी आया है वो जायेगा एक दिन फिर ये इतना अहंकार किसके लिए..... ? think about it...
MamtaYadav
जीत किसके लिए, हार किसके लिए ज़िंदगी भर ये तकरार किसके लिए.. जो भी आया है वो जायेगा एक दिन फिर ये इतना अहंकार किसके लिए..... ? think about it...