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DrNidhi Srivastava
White “चांद तन्हा ही रहा” चांद तन्हा ही रहा, सफर करता रहा। मंजिल मिली नहीं कभी, फिर भी चलता ही रहा। चांद तन्हा ही रहा। सूरज से मिली जलन, कभी दिखाता नहीं। अपने शीतल किरन, जग को देता ही रहा। चांद तन्हा ही रहा। टूट कर जब सिमटने लगा, खुद को बिखरने से रोकने लगा। अमावस से निकल आंसुओं को मिटा, पूनम की छटा बिखेरने लगा। चांद तन्हा ही रहा।। ©® डा०निधि श्रीवास्तव “सरोद” ©DrNidhi Srivastava #good_night #chaand #hindi shayri
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read morethe_poetic_soul.09
Chandni raat, khamoshi ka saath, Dil chhupke se kehna chahe baat. Woh ek tasveer, sapnon ka raaz, Kabhi samajh lena, yeh dil ka aagaaz....... ©the_poetic_soul.09 #saath
Nazia Shereen
Ye Nojoto Se Voice Recording Kyu'n Hata Diya Gaya??? ©Nazia Shereen #saath
Kiran Pawara
कुछ जलाये गये कुछ दफनाये…. “किरदार” जिंदगी से धीरे धीरे कम हो रहे है …. तारे हमेशा आसमान से नहीं तूटते कुछ यहा से भी बुलाये जाते है …. अब खुशी से जी लेते है दोस्तो चार पल अपनो के साथ पता नहीं कितना “किरदार” हमारा भि उपरवाले ने उनके साथ लिखा है आपका हमदर्द ©Kiran Pawara #saath
Nutan Pradhan
White Mere khuda se ek dua mangunga Aakhri saas tak tera saath mangunga Duniya dushman hai ishq walo ke Jo kabhi na tute aise rishta mangunga ©Nutan Pradhan #love_shayari #love❤ #shayri #Dua #Mannat #Rishta #saath love shayari shayari status shayari on love shayari love hindi shayari
Riyanka Alok Madeshiya
White मुस्कुराहटें; सिसकियों में बदल जाऍं नहीं,,,! ------------------------------------------------------- हर्ष में; विषाद में, जीत और मात में, संगी बने रहना सदा विषम समय की घात में, देखना! कमल ये स्नेह का कुम्हलाऍं नहीं,,! मुस्कुराहटें; सिसकियों में बदल जाऍं नहीं,,,,! प्रार्थना में ;ध्यान में, कर्म और कर्तव्य में, संगी बने रहना सदा जीवन के इस रण में, देखना! ये जीवन कहीं अपने लक्ष्य से भटक जाऍं नहीं,,! मुस्कुराहटें; सिसकियों में बदल जाऍं नहीं,,,! वेदना में ;उल्लास में, द्वंद्व और उन्माद में, संगी बने रहना सदा मन के हर एक भाव में, देखना ! ये मन कहीं अवसादों से भर जाए नहीं,,! मुस्कुराहटें; सिसकियों में बदल जाऍं नहीं,,,! पाप में;पुण्य में, लोभ और मोह में, संगी बने रहना सदा जब मन हो कभी स्वार्थ की टोह में, देखना ! यह स्वार्थ कहीं एकतरफा ही रह जाऍं नहीं,,! मुस्कुराहटें; सिसकियों में बदल जाए नहीं,,,! *** ***रियंका आलोक******* ©Riyanka Alok Madeshiya #saath