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Shekh Azam

#ddlj आजम #शायरी

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Dhanraj Panwar

सहीदे आजम

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लिख रहा हूँ मैं जिसका अंजाम आज, कल उसका आगाज आयेगा
मेरे लहू का हर एक कतरा इंकलाब लायेगा
मैं रहूँ ना रहूँ, ये वादा है तुझसे मेरा
मेरे बाद वतन पे मिटने वालों का सैलाब आयेगा सहीदे आजम

रघुराम

#scienceday आजम #शायरी

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R D

शहीद-ए-आजम #bhagatsingh

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सपने भगत सिंह ने भी देखे थे 
परन्तु उसे तख्त  बदलना था
रक्त उसका भी बहा था
परन्तु उसे वक्त बदलना था

©R D शहीद-ए-आजम

#bhagatsingh

CK JOHNY

शहीदे आजम भगत सिंह

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शहीद भगत सिंह की धन्य जननी
धन्य धन्य वीर सपूत की जन्मभूमि। 
धन्य है उसका इस धरा पर आना
आके देश की ख़ातिर शहादत चुननी। 
हृदय से नमन देश के वीर सपूत को
धन्य राष्ट्र स्वतंत्रता हेतू उसकी करनी। 
सदियों तक प्रकाश स्तंभ सी उज्जवल 
प्रेरित करेगी जन जन को तेरी जीवनी। 

शहीद भगत सिंह की धन्य जननी
धन्य धन्य वीर सपूत की जन्मभूमि। 

बी डी शर्मा चण्डीगढ़ 
28.09.2020

 शहीदे आजम भगत सिंह

chowdhary Ritik Raja

शहीदे आजम भगत सिंह

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⚔warriors⚔

©chowdhary Ritik Raja शहीदे आजम भगत सिंह

Rajeshwar Madhukar

ऐसे बनी मुगले आजम #फ़िल्म

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Swapnil Gorambekar

ये शहीद-ए-आजम...! #WritersSpecial

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Ashok kumar

शहीद-ए-आजम भगत सिंह #nojotophoto

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 शहीद-ए-आजम भगत सिंह

Rp Jhala

शहीद ए आजम सरदार भगतसिंहजी

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मोमबत्तियां बुझ गयी
चिराग तले अँधेरा छाया था
फांसी के फंदे पर जब
तीनों वीरों को झुलाया था
सुखदेव,भगत सिंह,राजगुरु के
मन को कुछ और न भाया था
हँसते हँसते देश की खातिर
फांसी को गले लगाया था।

तीनों के साथ आज
एक बड़ा सा काफिला था
भारतवर्ष में लगा जैसे
मेला कोई रंगीला था
लेकर जन्म इस पावन धरा पर
उन्होंने अपना फर्ज निभाया था
हँसते हँसते देश की खातिर
फांसी को गले लगाया था।

मौत का उनको डर न था
सीने में जोश जोशीला था
परवाह नहीं थी अपने प्राण की
बसंती रंग का पहना चोला था,
छोड़ मोह माया इस जग की
अपनों को भी भुलाया था
हँसते हँसते देश की खातिर
फांसी को गले लगाया था।

इंकलाब का नारा लिए
विदा लेने की ठानी थी
लटक गए फांसी पर किन्तु
मुख से उफ्फ तक न निकाली थी,
देश भक्ति को देख तुम्हारी
सबने अश्रुधार बहाया था
हँसते हँसते देश की खातिर
फांसी को गले लगाया था। शहीद ए आजम सरदार भगतसिंहजी
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