Find the Latest Status about चाहते यह चाहते from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, चाहते यह चाहते.
Mohit Kumar Goyal
मोहब्बत सरेआम नहीं, एहसास होना चाहिए , हम उन्हें चाहते यह पता, सिर्फ उन्हें ही होना चाहिए..!! ©Mohit Kumar Goyal मोहब्बत सरेआम नहीं, एहसास होना चाहिए , हम उन्हें चाहते यह पता, सिर्फ उन्हें ही होना चाहिए..!! #Likho
Ankit Boss golden heart
नये साल में खुशियों की बरसात हो प्यारे दिन और मोहब्बत भरी रात हो रंजिशे-नफरतें मिट जाएं सदा के लिए सभी के लिए यही चाहते- यही बात हो इस नव वर्ष की आपको मंगलमय शुभकामनाएं 🎉🎉🎉 ©Ankit Boss golden heart Happy New Year to all my dearest nojoto family. Love to all नये साल में खुशियों की बरसात हो प्यारे दिन और मोहब्बत भरी रात हो रंजिशे-नफरतें
Sunil itawadiya
बे-फिजूली की जिंदगी का सिल-सिला ख़त्म, जिस तरह की दुनिया उस तरह के हम। Good night यह पोस्ट डाल कर हम किसी को दुख तकलीफ पहुंच जाना नहीं चाहते यह पोस्ट सिर्फ एक काल्पनिक है इसका वास्तविक घटना से कोई संबंध नहीं है #love #moti
Rachna Mishra
तुम सच बताओ कितनी मुद्दत हुई है तुमको यूँ अपने साथ बैठे? सूरज को ढलते देखा कबसे नहीं है तुमने? फ़ूलों की पत्तियों को कबसे नहीं छुआ है? फुरसत में आईने से कब सामना हुआ है? Read full Nazm in Caption #LockDown#Covid19 #Covid19 #Lockdown लो, वक़्त थम गया है तुम चाहते यही थे सब शोर रुक गया है तुम चाहते यही थे अब इंतज़ार कैसा? अब बेक़रार क्यों हो?
राधिका चंद्रमोहन ( सुनहरी कलम... ✍ )
" एक अश्क " बूंद आंसू की ज़मीं पर गिरने न देना, वो तुमसे मिलेगा अपनी उम्मीद बिखरने न देना, गलतफमी में अपने प्रेम को मरने न देना, अपने प्रेम पर शक करके ज़माने को हंसने न देना, और चाहते यही है तुम उसे अपने दिल में बसने न देना, मगर बसा कर अपने दिल में अपनी रूह में भर लेना, कर हदो को पार अपने प्रेम को सच्चा साबित कर देना, वो तड़प कर आएगा मिलने ये विश्वास थोड़ा कर लेना, वो प्रेम का दरिया अपनी आंखो से बहने न देना, वो सब तबाह कर जाएगा, वो तेरा एक अश्क ही सब कुछ बंया कर जाएगा, बूंद आंसू की ज़मीं पर गिरने न देना, वो तुमसे मिलेगा अपनी उम्मीद बिखरने न देना... :) " एक अश्क " बूंद आंसू की ज़मीं पर गिरने न देना, वो तुमसे मिलेगा अपनी उम्मीद बिखरने न देना, गलतफमी में अपने प्रेम को
Divyanshu Pathak
पढ़ग्या बेटा फारसी, घरकान् जूता मारसी ! :💕👨 Good morning ji ☕☕☕☕🍉🍉🍉🍨🍨🍧🍦🍫🍫🍫🍧🍦🍨💕🐒🙏🍎🙏😊😔 : कहने का तात्पर्य यह है कि हमें यह तो पता होना ही चाहिए कि हम क्या सिखाना चाहते हैं, क्या नहीं
Divyanshu Pathak
"स्त्रैण" भाव नही गुण है हर्ष, उल्लास और ऐश्वर्य का प्रकृति के सरल स्वभाव का कितनी सहजता से सम्पूर्ण विभिन्नताओं को एक करने को सोच लिया शब्द रूप रस गन्ध और स्पर्श के सभी सकारात्मक पहलुओं को निरख लिया ! ये भोला पन ही तो "स्त्रीत्व" की पराकाष्ठा है असंभव को संभव करने की प्रेरणा ...... नवदुर्गाओं के समस्त भावों का प्रफुष्ठन पार्वती से पराशक्ति हो जाने की यात्रा एक दिन पूर्ण हो जाएगी !😊 हम देख चुके हैं कि ‘जीवन विज्ञान’ को शिक्षा से जोडऩे में किसने कितना साथ दिया। नए युग की चुनौतियों पर मंथन होना, नई पीढ़ी को तथा अन्य समाजों
Gurudeen Verma
शीर्षक - चाहते हैं हम यह ----------------------------------------------------- (शेर)- तुम्हें कोई गैर नहीं, हम अपना ही समझते हैं। यही वजह है कि हम बेताब हैं, मिलने को तुमसे।। करो कुछ बातें हमसे,खुशी हमको भी मिले। अच्छी नहीं यह खामोशी, तुम मिलो आकर हमसे।। ------------------------------------------------------ चाहते हैं हम यह, तुम मिलो आकर हमसे। आये हैं दूर से हम, सिर्फ मिलने को तुमसे।। चाहते हैं हम यह--------------------।। कैसे गुजरे हैं यहाँ दिन, बिन तुम्हारे हमारे। देखिए आकर जरा आप, यहाँ पर हाल हमारे।। बहाना छोड़िये अब आप, हाल पूछो तुम हमसे। चाहते हैं हम यह--------------------।। ---------------------------------------------------- (शेर)- सफर में हमने, बनाना चाहा किसी को हमसफर। मगर मजबूर थे दिल से, कि हमने छोड़ दिया वह शहर।। ------------------------------------------------------ तोड़ो मत तुम ये फूल,महकने दो तुम इनको। लबों पे होगी बहारें, चहकने दो तुम इनको।। हटाकर तुम यह पर्दा, जरा हंस दो तुम दिल से। चाहते हैं हम यह -------------------------।। --------------------------------------------------------- (शेर)- झूठी हैं तुम्हारी वो सभी बातें, और वफायें। गर समझते हो हमें अपना, तो नहीं हमसे शर्माइये।। ------------------------------------------------------ करो यकीन तुम हम पर, नहीं बदले अभी भी हम। वफ़ा तुम तो नहीं होंगे, वफ़ा तुमसे है लेकिन हम।। अगर शिकवा हो हमसे, कहो खुलकर वह हमसे। चाहते हैं हम यह -------------------------।। शिक्षक एवं साहित्यकार- गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान) ©Gurudeen Verma #चाहते हैं हम यह
Imran Bundela
शीर्षकः गुनाह है गर इश्क एक गुनाह, करना चाहते है हम, है गर मौत सजा इसकी, मरना चाहते है हम। दिल की जमीं ये सूख कर, बंजर न हो जाए आँखों में अश्के दरिया, भरना चाहते है हम। ये इश्क है मुश्किल, यहाँ हर पग पे खतरा है, हो के रूबरू खतरों से, लडना चाहते है हम। खाली न हो जाए कहीं, ये इश्क का दरिया, तेरे प्यार का बस एक, झरना चाहते है हम। इश्क की राहे, भले कितनी ही मुश्किल हो, तेरे साथ इन राहों पे, बढ़ना चाहते है हम। किताबों से कभी हासिल, होता नहीं हमको, ये ढाई अक्षर प्यार के, पढ़ना चाहते है हम। आग का दरिया है, निकलना भी है मुश्किल हाथ थाम लो तो उस पार, उतरना चाहते है हम। ©Imran Bundela आप कहो तो यह गुनाह करना चाहते हैँ हम
Dilip parmar Parmar
मेरे बारे मैं कोन क्या सोचता हे मुझे फर्क नहीं पड़ता में अपनी नजरों में सही हु मेरे हाल पर हमेशा यू ही नहीं समझ सकते ©Dilip parmar Parmar जिंदगी में आगे बढना चाहते हो तो यह नही सोचना