Find the Latest Status about क्या कर रहा है from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, क्या कर रहा है.
malay_28
White सिमटता ज़िस्म है दिन का क्षितिज की नर्म बाँहों में उतरता इश्क जैसे हुस्न की गहरी निग़ाहों में. ©malay_28 #ढल रहा दिन है
Expressive ladki
आपको क्या लगता है कि आजकल किस तरह का प्यार चल रहा है ?? #lovequotes #sadreality #Life_experience #Love
read morePraveen Jain "पल्लव"
White पल्लव की डायरी सौगन्धे और वायदे सियासत के जुमले साबित हो रहे है एक सौ पच्चीस करोड़ की हिफाजत करने वाले जनता के वोटो का बदरबाँट कर रहे है जिद है चार सौ सीटे पाने की मगर जनता के बीच नफरत और गरीबी बो रहा है बताता था कभी मतदान को लोकतंत्र का उत्सव वो ही आज उसी प्रक्रिया को मसल रहा है अपने कितनो कारनामो से फजीहत संस्थाओं और कानून की कर रहा है मतदान को वो हर जगह प्रभावित कर रहा है मुद्दे जनता के गये तेल लेने वो तो जाति धर्म के नाम पर संविधान कलंकित कर रहा है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #election_2024 जनता के वोटो की बदरबाँट कर रहा है #nojotohindi
#election_2024 जनता के वोटो की बदरबाँट कर रहा है #nojotohindi #कविता
read moreमिहिर
White झूठ है हार जाना जीत जाना ईर्ष्या और घृणा करना पूंजीवादी और धार्मिक होना हिंसक और उग्र होना और सब से बड़ा झूठ बड़ा और सफल आदमी बनना तो सच है क्या !! प्रेम करना करुणा रखना प्रकृति को जानना प्रकृति जैसा होना अहिंसा को चुनना और सच है आदमी बनना आदमी बने रहने की कोशिश करना ©मिहिर #सच है क्या
Shishpal Chauhan
अ इंसान - रोता हुआ आया था रुलाते हुए जाएगा, क्या साथ लेकर आया था जो अब तू लेकर जाएगा। संपति घर बार सब यहीं छूट जाएगा, कोई न तेरा साथ निभाएगा । माना कि जवानी के दम पर कुछ दिन खुशी मनाएगा, परंतु एक दिन चेहरा मुरझा जाएगा। कर स्वयं से वादा दिल न किसी का दुखाएगा, गहराते हुए दुखों में भी चेहरे पर मुस्कान दिखाएगा। मत बोलिए कड़वे बोल जिससे दूसरा आहत हो जाएगा, पल भर की जिंदगी आज यहां है पता नहीं कल देख पाएगा। कर ले ईश्वर से बंदगी बस आखिर वही काम आएगा, कर ले अच्छे कर्म एक दिन मिट्टी में मिल जाएगा। कहे चौहान सब धरा यहीं रह जाएगा, राम नाम है सुखदाई जीवन संवर जाएगा। ©Shishpal Chauhan # जीवन क्या है
# जीवन क्या है #कविता
read morePraveen Jain "पल्लव"
White पल्लव की डायरी बंजर है जमीन,प्यासा मानव तड़प रहा है कुआँ बाबड़ी चढ़ गयी विकास की भेंट वैश्वीकरण के नाम पर पानी भी मोल बिक रहा है धर दिये पांव खगोलीय मंगल और चांद पर मगर बौना आम आदमी को कर रहा है चन्द लोगो को सौगात देकर संवेदना और आँखों का पानी गरीबो के लिये दुनिया मे मर रहा है हित अपने साधने के लिये, आकाओ द्वारा कई देशों का अस्तित्व दाँव पर लग रहा है मूल भूत सुविधाओं का अकाल सा हो गया मगर झूठे विकास पर इतराना गजब हो गया है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #Night बौना आम आदमी को कर रहा है #nojotohindi
#Night बौना आम आदमी को कर रहा है #nojotohindi #कविता
read moreMehfuza
क्या बताऊं दर्द कितना है! आंखों में समंदर है फिर भी मुस्कुरा रहा हूं। ©Mehfuza #Beautiful_Eyes क्या बताऊं दर्द कितना है! आंखों में समंदर है फिर भी मुस्कुरा रहा हूं।
#Beautiful_Eyes क्या बताऊं दर्द कितना है! आंखों में समंदर है फिर भी मुस्कुरा रहा हूं। #शायरी
read more